Wednesday, October 29, 2008

Bad Taste - 1987


बैड टेस्ट (1987)

रिलीज़ वर्ष – 1987
निर्देशक - पीटर जैक्सन
निर्माता - पीटर जैक्सन
कलाकार – पीटर जैक्सन, पीट ओ’हर्न, टेरी पॉटर, माइक मिनेट, क्रेग स्मिथ, डग रेन



बैड टेस्ट एक कम बजट वाली कल्ट फ़िल्म है। कल्ट फ़िल्म कहने से हमारा तात्पर्य ऐसी फ़िल्म से है जो समाज के कुछ विशेष प्रकार के दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय होती हैं। बैड टेस्ट के साथ भी ऐसी ही कुछ बात है। इस फ़िल्म के निर्माता पीटर जैक्सन हैं, जिन्होंने ‘डेड अलाइव या ब्रेड डेड’, ‘द लॉर्ड ऑफ़ द रिंग्स’, ‘मीट द फ़ीबल्स’, ‘द वैली’, ‘हैवनली क्रीचर्स’, ‘फ़ॉरगॉटन सिल्वर’, ‘किंग कॉन्ग’, ‘द फ़्राइटनर्स’ और ‘द लवली बोन्स’ जैसी फ़िल्मों का निर्माण किया है, और काफ़ी कम समय में लोकप्रिय व्यक्तित्व के रूप में चर्चित हो चुके हैं। पीटर की फ़िल्मों में जो विशेष बात यह देखने को मिलती है वह है उनकी कहानी का अटपट-सा लगना। एक बार देखने पर इनकी फ़िल्में हो सकता है अतिकल्पना की उदाहरण लगें लेकिन फिर ध्यान से सोचने पर इनमें एक नशा-सा होता है जो एक विशेष प्रकार के दर्शकों को बाँधे रखता है। पीटर वैसे तो न्यूज़ीलैण्ड के हैं लेकिन उनकी फ़िल्में सभी यूपोपीय तथा उत्तर अमरीकी देशों में धूम मचा चुकी हैं। अभी आपके सामने प्रस्तुत है उनकी 1987 में आई फ़िल्म ‘बैड टेस्ट’ की कथा व समीक्षा।

कथा-संक्षेप

BREAD {बेनेफ़िशियल रिलीफ़ एंड इमरेजेंसी एड डिवीज़न} चार आदमियों को एक महत्वपूर्ण मोर्चे पर भेजती है। यह एक संस्था है जो आपात स्थितियों के दौरान हरकत में आ जाती है और अपने चुस्त, मुस्तैद, व जाँबाज़ शांति सैनिकों की सहायता से विषम स्थितियों पर क़ाबू पाती है। जिन चार सैनिकों को ब्रेड ने मोर्चे पर भेजा है उनके नाम है डेरेक (पीटर जैक्सन), ओज़ी (टेरी पॉटर), फ़्रैंक (माइक मिनेट), और बैरी (पीट ओ'हर्न)। ब्रेड ने इन चारों सैनिकों को एक महत्वपूर्ण मिशन के लिए चुना है और यह मिशन है 'काइहोरो' नामक गाँव के निवासियों की रहस्यमय गुमशुदगी का पता लगाना। इस गाँव में एकाएक कुछ हुआ जिसके कारण पूरी-की-पूरी जनसंख्या ही ग़ायब हो गई। कोई नहीं जानता कि इस प्रकार पूरी आबादी के एकाएक ग़ायब हो जाने का क्या अर्थ निकलता है। बहरहाल ब्रेड ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए ही बनाई गई एक संस्था है और इस बार उसने अपने सैनिकों यानी डेरेक, ओज़ी, फ़्रैंक और बैरी को आवश्यक सामान देकर काइहोरो के लिए रवाना कर दिया। बैरी और डेरेक तो पहले पहुँच गए लेकिन ओज़ी और फ़्रैंक अभी-भी रास्ते में हैं और आधुनिक हथियारों सहित बैरी और डेरेक की सहायता के लिए काइहोरो की सड़क पर चले जा रहे हैं।

पहले दृश्य में हम देखते हैं कि बैरी का पीछा एक अस्त-व्यस्त-सा दिखने वाला आदमी कर रहा है। उस आदमी के हाथों में एक कुल्हाड़ी है। बैरी उसे लाख समझाने की कोशिश करता है कि वह उसका पीछा करना बंद कर दे, लेकिन लगता है जैसे उस आदमी में सोचने-समझने की शक्ति है ही नहीं। अंत में जब कई बार कहने पर भी वह आदमी बैरी पर कुल्हाड़ी से वार करने की कोशिश करता है तो बैरी को मजबूरन गोली चलानी पड़ती है। गोली उस आदमी के सिर पर लगती है ऐर उसके सिर का ऊपरी भाग हवा में उड़ जाता है। ख़ून के फ़व्वारे छोड़ता वह बिना सिर का आदमी अभी-भी बैरी की तरफ़ बढ़ने की कोशिश करता है लेकिन फिर उसके पैरों पर गिर पड़ता है और उसके खुले हुए सिर से उसका दिमाग़ लद-लद करके बैरी के जूतों पर फैल जाता है। बैरी वॉकी-टॉकी के ज़रिए से डेरेक से संपर्क करने की कोशिश करता है। डेरेक वहीं कहीं पास की पहाड़ी पर किसी महत्वपूर्ण काम में लगा है। डेरेक एक आदमी को जाल में फँसाने में सफल हुआ है और उसने उस आदमी के एक पैर से रस्सी बाँधकर उसे पहाड़ की चोटी से उल्टा लटका दिया है। डेरेक उस आदमी से कुछ सवालों के जवाब जानने को उत्सुक है। उस आदमी का नाम रॉबर्ट है। जब डेरेक के कई बार कहने पर भी वह आदमी सच्चाई बताने को तैयार नहीं होता तो डेरेक उससे सच उगलवाने का एक क्रूर तरीक़ा अपनाता है। वह उस आदमी के बाएँ पैर के जूते के तले में एक ख़ंजर रखता है और उस पर हथौड़े से ज़ोर-ज़ोर से चोट करने लगता है। नतीजतन ख़ंजर रॉबर्ट के पैरों में पैवस्त होता चला जाता है और वह ख़तरनाक ढंग से चिल्लाने लगता है। डेरेक को आभास नहीं है कि वह आदमी उसके लिए मुसीबत खड़ी करने वाला है।

उधर बैरी भी बहुत-से विक्षिप्त हत्यारों से बचता-बचाता फिर रहा है। देखकर लगता है कि वे सभी विक्षिप्त हत्यारे असल में उस आदमी के साथी हैं जिसका सिर बैरी ने अपनी जान बचाने के लिए गोली से उड़ा दिया था। असल में ये सभी एक ही पलटन के सदस्य हैं जिनके कारण काइहोरो की पूरी आबादी ख़त्म हो गई। बैरी बचते-बचाते एक झोपड़ी में घुस जाता है लेकिन जैसे ही उन विक्षिप्त हत्यारों को इसकी भनक लगती है वे झोपड़ी का दरवाज़ा तोड़ने में लग जाते हैं। इसी बीच उन सभी को रॉबर्ट की दर्दनाक चीख़ें सुनाई पड़ती हैं और वे बैरी को वहीं छोड़कर हथौड़े, कुल्हाड़ी जैसे हथियार उठाकर उस दिशा में भाग जाते हैं जहाँ से रॉबर्ट की चीख़ें आती रहती हैं। जी हाँ दोस्तों, हमने कहा था न कि डेरेक रॉबर्ट को यंत्रणा देकर अपने लिए मुसीबत खड़ी कर रहा था। बहरहाल बैरी झोपड़ी से बाहर निकलकर डेरेक को वॉकी-टॉकी पर उन हत्यारों के विषय में बताता है। डेरेक बैरी की बातों पर विशेष ध्यान नहीं देता और उसे कहता है कि उसके पास सुरक्षा का पर्याप्त इंतज़ाम है। बैरी बहुत चाहता है कि डेरेक उसकी बातों को गंभीरता से ले लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। विक्षिप्त हत्यारे एक-एक करके डेरेक के पास आते जाते हैं। डेरेक अपनी बंदूक से बहुतों को छलनी कर देता है लेकिन एक समय ऐसा भी आता है जब डेरेक का पैर फिसल जाता है और वह पहाड़ी से नीचे गिरने लगता है कि तभी उसके फिसलते हाथों में कुछ पौधे आ जाते हैं जिनके सहारे वह लटककर हत्यारों का मुक़ाबला करने लगता है। नीचे हहराता समुद्र, वीरान तट, और पहाड़ी चट्टानें हैं, अगर डेरेक नीचे गिरा तो उसकी मौत तय है। डेरेक साहस के साथ अब भी हत्यारों का सामना कर रहा है कि तभी उसकी नज़र टूटी हुई रस्सी पर पड़ती है। इसका मतलब है कि रॉबर्ट किसी तरह उस फंदे से निकल भागा। डेरेक किसी तरह उन हत्यारों को मौत के घाट उतारकर अपनी जान छुड़ाता है और रॉबर्ट के विषय में ही सोचने लगता है कि तभी रॉबर्ट बग़ल की झाड़ियों से एकाएक निकलकर उसके सामने आ जाता है और उसे ज़ोर से लात मारता है। डेरेक अब संभलने की स्थिति में नहीं है, वह अपना संतुलन खो बैठता है और नतीजतन सैकड़ों फ़ुट नीचे समुद्र तट की चट्टानों पर गिर पड़ता है। रक्त का एक फ़व्वारा छूटता है और लगता है कि डेरेक मर चुका है। बैरी डेरेक की तलाश में पहाड़ी पर आता है लेकिन रॉबर्ट लंगड़ाता हुआ उसकी ओर ही दौड़ता है। बैरी अपनी आत्मरक्षा में गोली चलाता है लेकिन रॉबर्ट बैरी के ऊपर से कूद कर उस पार चला जाता है। इस समय शायद रॉबर्ट को बैरी से मुक़ाबला करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी।

इस बीच जाइल्स नाम का चैरिटी कलेक्टर अपनी पुरानी सन् 70 मॉडल की कार में काइहोरो पहुँचता है। जाइल्स (क्रेग स्मिथ) एक सीधा-सादा आम आदमी है जो सहायता राशि जमा करने काइहोरो आया हुआ है। वह इधर-उधर देखता है लेकिन उसे गाँव में कोई भी आदमी नज़र नहीं आता। वह सड़क पर यूँ ही किसी की तलाश में घूमने लगता है। चलते-चलते उसके पैरों तले कोई चीज़ कुचल जाती है। जब जाइल्स नीचे देखता है तो पाता है कि वह तो इंसान के पेट के अंदर का कोई अंग है। वह घबरा जाता है और सावधानी से इधर-उधर देखने लगता है। फिर उसे रॉबर्ट नज़र आता है जो एक गड्ढे में बैठकर बैरी द्वारा मारे गए हत्यारे की खोपड़ी से, उसका दिमाग़ चम्मच से निकालकर खाता रहता है। जाइल्स यह दृश्य देखकर स्तब्ध रह जाता है। उसने ऐसा हौलनाक दृश्य अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा था। रॉबर्ट जाइल्स को देख लेता है और अपना खाना छोड़कर जाइल्स के पीछे पड़ जाता है। जाइल्स आगे-आगे, और रॉबर्ट पीछे-पीछे। रॉबर्ट के हाथों में एक ख़ंजर है और जाइल्स को तो जैसे साँप सूँघ गया है, वह बदहवास–सा अपनी कार की ओर भागता है। वह रॉबर्ट से सिर्फ़ इसलिए बच पाता है क्योंकि रॉबर्ट का पैर घायल है। डेरेक ने उसका बाँया पैर अस्थायी रूप से बेकार कर दिया था। जाइल्स जैसे-तैसे अपनी कार तक पहुँचता है लेकिन उसकी कार चालू नहीं होती। रॉबर्ट लंगड़ाता हुआ उसके निकट आता जा रहा है आख़िर में क़िस्मत जाइल्स का साथ देती है और कार चालू हो जाती है। जाइल्स जैसे चैन की साँस लेता है और कार आगे बढ़ाता है। रॉबर्ट झपटकर अपना ख़ंजर वाला हाथ कार की खिड़की के भीतर घुसा देता है लेकिन जाइल्स खिड़की का शीशा ऊपर चढ़ाता जाता है और रॉबर्ट का हाथ फँस जाता है। दर्द से छटपटाते रॉबर्ट की अपने ख़ंजर पर पकड़ ढीली हो जाती है और ख़ंजर अंदर जाइल्स की गोद में गिर जाता है। हाथ फँसा होने के कारण रॉबर्ट कुछ दूर कार के साथ-साथ मजबूरन दौड़ने लगता है लेकिन थोड़ी देर बाद उसका हाथ आज़ाद हो जाता है और वह पीछे छूट जाता है। आगे जाकर गाँव की बस्ती में जाइल्स अपनी कार रोकता है और सहायता के लिए ठिकाना खोजने लगता है। एक घर के दरवाज़े पर दस्तक देने पर उसमें से एक रॉबर्ट जैसा दिखने वाला रसोइया बाहर निकलता है। इससे पहले कि जाइल्स कुछ समझ पाता रसोइया उसके सर पर प्रहार करता है और जाइल्स के बेहोश होते ही उसे घर के अंदर खींच लेता है।

दूर खड़ा बैरी दूरबीन से सब कुछ देख रहा होता है। वह रसोइये को जाइल्स को घर के भीतर खींचते हुए देख लेता है और रेडियो पर ओज़ी और फ़्रैंक को संदेश देता है। वह उन्हें बताता है कि डेरेक का कोई पता नहीं और वह शायद पहाड़ी से नीचे गिरकर मर गया। वह उन्हें बताता है कि गाँव किसी बूचड़ख़ाने की तरह दिखता है, जहाँ देखो वहाँ ख़ून ही ख़ून नज़र आता है। यह सुनकर ओज़ी और फ़्रैंक को जोश आ जाता है और वे जल्दी आने को कहकर अपनी कार की गति बढ़ा देते हैं। कोई और उनका खेल बिगाड़ने बीच में न आ जाए इसका ओज़ी और फ़्रैंक एक उपाय करते हैं। वे उस रास्ते को बंद कर देते हैं और वहाँ 'न्यूक्लियर कचरा व अपशिष्ट’ या ‘रेडियोधर्मी अपशिष्ट’ का तख़्ता लगा देते हैं। पीटर जैक्सन ने बड़ी ख़ूबी से यह व्यंग्य दिखाया है क्योंकि न्यूज़ीलैण्ड के बारे में जानकारी रखने वालों को संभवतः पता होगा कि न्यूज़ीलैण्ड एक पूर्णतः न्यूलीयर फ़्री देश है, अर्थात् वहाँ किसी भी प्रकार के काम में परमाणु उर्जा का उपयोग नहीं किया जाता। और न्यूज़ीलैण्ड सरकार देश की 70% उर्जा का उत्पादन भूगर्भ उर्जा या हाइड्रो पावर के माध्यम से करती है। परमाणु उर्जा के उपयोग पर इतनी पाबंदी है कि न्यूज़ीलैण्ड उन जहाज़ों को भी अपने बंदरगाह पर आने नहीं देता जिनमें परमाण्विक पदार्थ भरे होते हैं। ख़ैर बात हो रही थी ओज़ी और फ़्रैंक की, वे बैरी तक पहुँचते हैं और वे सभी जानते हैं कि उन्हें क्या करना है। बैरी उन्हें जाइल्स के बारे में फिर बताता है और वे उन हत्यारों पर रात को हमला करने के निर्णय पर एकमत होते हैं।

होश में आने पर जाइल्स अपने आपको पानी के ड्रम के भीतर बंधा हुआ पाता है। ड्रम के पानी में उसे टमाटर, नींबू, और विभिन्न मसाले दिखाई पड़ते हैं। उसका मुँह एक बड़े संतरे जैसे फल से बंद कर दिया गया है और वह चिल्ला नहीं सकता। उसके पास वह रसोइया आता है, फिर रॉबर्ट और अंत में उनका नेता लॉर्ड क्रम्ब आता है। लॉर्ड क्रम्ब एक क्रूर-सा दिखने वाला गंजा आदमी है जिसके इशारे पर ही सब कुछ हो रहा है। लॉर्ड क्रम्ब जाइल्स के पास आकर उसे कहता है कि उसे मसाले वाले पानी में इसलिए डुबा कर रखा गया है ताकि उसका स्वाद और बढ़ जाए। लॉर्ड क्रम्ब बताता है कि जाइल्स उनका सुबह का भोजन है। जाइल्स के होश उड़ जाते हैं और वह डर से थर-थर काँपने लगता है। जाइल्स को कमरे में बंद करके लॉर्ड क्रम्ब, रसोइया और रॉबर्ट तीनों चले जाते हैं।

उधर डेरेक को कुछ होश आ रहा है। उठते ही वह पाता है कि वह अब तक सी-गल (एक प्रकार की समुद्री चिड़िया) के घोंसले पर गिरा पड़ा था। उसका सर चकराता रहता है और वह स्वयं को बड़ा कमज़ोर महसूस करता है। जब वह किसी तरह उठता है तो उसे पता चलता है कि गहरी चोट के कारण उसकी खोपड़ी का पिछला हिस्सा बुरी तरह खुल गया है और उसमें से उसका दिमाग़ बाहर टपक रहा है। डेरेक किसी तरह ख़ुद को संभालता है और अपने हाथों से अपनी खोपड़ी के पिछले हिस्से को दबाकर जैसे-तैसे घिसटते-सरकते अपनी कार के पास पहुँचता है। वह कार उसने झाड़ियों में छुपाकर रखी थी, और शायद तब लेकर आया था जब वह मिशन पर बैरी के साथ काइहोरो आया था। कार का दरवाज़ा खोलकर डेरेक एक हैट निकालता है और उसे अपने सर पर लगाता है ताकि उसकी खोपड़ी का पिछला हिस्सा हैट की मज़बूत पकड़ में कसा रहे और उसका दिमाग़ बाहर न टपकने पाए। लेकिन डेरेक के लिए इतना इंतज़ाम ही काफ़ी नहीं है, बहुत ख़ून बह जाने से उसे कमज़ोरी आ रही है और वह कार के पास धड़ाम् से गिर कर फिर बेहोश हो जाता है।

शाम को बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक अपनी-अपनी कमान संभालते हैं और मोर्चे पर निकल जाते हैं। असल में जिस घर के अंदर जाइल्स को ले जाया गया था वही घर इन हत्यारों का ठिकाना है। रात होते ही वे घर के अंदर दाख़िल हो जाते हैं। वे पाते हैं कि सभी हत्यारों की सभा हो रही है और लॉर्ड क्रम्ब बड़े जोश-ओ-ख़रोश के साथ उन सभी हत्यारों को उनकी सफलता पर मुबारकबाद दे रहा है। लॉर्ड क्रम्ब किसी फ़ास्ट फ़ूड के बारे में बात करता रहता है। फ़्रैंक, ओज़ी और बैरी को समझ में आ जाता है कि लॉर्ड क्रम्ब और उसका दल असल में परग्रही हैं, और वे दूसरे ग्रह से पृथ्वी पर केवल इसलिए आए थे क्योंकि वे मानवों का इस्तेमाल फ़ास्ट फ़ूड के रूप में करके अपने ग्रह में अपना व्यवसाय बढ़ाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने गाँव के सभी लोगों को मारकर, उनके अंग काट-काटकर बक्सों में भर दिए थे। इसको वे 'कच्चा माल' मानते थे जिसके माध्यम से वे फ़ास्ट-फ़ूड के जगत में नए-नए प्रयोग कर सकते थे। यह सुनते ही बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक के कान खड़े हो जाते हैं, और वे भागकर उस कमरे–के भीतर जाते हैं जिसका ज़िक्र लॉर्ड क्रम्ब सभा में कर रहा था। उस कमरे के अंदर का दृश्य बूचड़ख़ाने से भी बदतर था। यहाँ-वहाँ इतना ख़ून फैला हुआ था कि उनके पाँव फिसलते जा रहे थे। उस कमरे में रखे बक्सों को देखकर वे काइहोरो के वासियों की गुमशुदगी का रहस्य समझ जाते हैं। इतने में एक हत्यारा परग्रही एक काँच का कटोरा लेकर कमरे के भीतर दाख़िल होता है। बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक उस पर टूट पड़ते हैं। बैरी उस आदमी के पाँव दबा देता है और ओज़ी उसका सर खींचकर उखाड़ देता है, और इस तरह उखाड़ता है कि उस परग्रही के सिर समेत उसकी रीढ़ की हड्डी भी बाहर आ जाती है। ख़ैर वह परग्रही तो मर जाता है लेकिन फ़्रैंक उसकी शर्ट पहन लेता है और उसका कटोरा हाथ में लेकर हत्यारों की सभा में पहुँच जाता है। ओज़ी दीवार की ओट से फ़्रैंक और उसकी गतिविधियों को देखता रहता है।

सभा समाप्त होने पर लॉर्ड क्रम्ब रॉबर्ट को आवाज़ देता है और वहाँ मौजूद चार लोग रॉबर्ट को उसके हाथों व पैरों से उठा लेते हैं। उसे उठाकर वे फ़्रैंक के पास लाते हैं। फ़्रैंक के हाथ में काँच का कटोरा है। वे चारों रॉब्रट का मुँह फ़्रैंक के हाथों में रखे कटोरे से लगाते हैं और रॉबर्ट उस कटोरे में उल्टी करने लगता है। वह इतनी उल्टी करता है फ़्रैंक के हाथों में रखा कटोरा पूरा भर जाता है। उस उल्टी का रंग हल्का हरा है, ठीक वैसा ही जैसा पिस्ता आइसक्रीम का होता है। उसके बाद वे चारों वह कटोरा लॉर्ड क्रम्ब को थमाते हैं। फ़्रैंक देखता है कि लॉर्ड क्रम्ब उस कटोरे के द्रव को सूँघता है और फिर चटख़ारे लेकर गटागट पीने लगता है। फिर बारी-बारी से वह कटोरा वहाँ मौजूद सभी लोगों के बीच घुमाया जाता है और अपनी बारी आने पर हर परग्रही उसमें से थोड़ा-थोड़ा द्रव पीकर उस कटोरे को अगले परग्रही को सौंप देता था। अंत में वह कटोरा फ़्रैंक तक पहुँच जाता है। चूँकि फ़्रैंक ने उस आदमी की शर्ट पहन रखी थी जो इन हत्यारों का साथी था इसलिए उसे अभी तक वहाँ मौजूद सभी लोग अपने ही दल का सदस्य समझते रहते हैं। मरता क्या न करता, यही हालत फ़्रैंक की भी थी, और वह उन्हीं के दल का सदस्य है यह साबित करने के लिए उसके पास इससे बेहतर कोई विकल्प नहीं था कि वह चुपचाप बिना मुँह बनाए उस कटोरे को अपने मुँह से लगा ले। फ़्रैंक यही करता है, और कटोरे को मुँह से लगाते समय उसका मुँह घृणा से विकृत हो जाता है, लेकिन जैसे ही उस द्रव का स्वाद उसके मुँह में जाता है, उसे अंदाज़ा होता है कि यह तो बेहद स्वादिष्ट है। वह उसे और पीना चाहता है लेकिन इससे पहले ही अन्य लोग वह कटोरा उसके हाथों से ले लेते हैं। वापस आकर फ़्रैंक ओज़ी और बैरी को परग्रहियों की योजना से अवगत कराता है। ओज़ी उससे पूछता है कि क्या उसने सचमुच उल्टी का स्वाद चखा, जवाब में फ़ैंक ऐसा मुँह बनाता है जैसे यह सब करना उसकी मजबूरी थी। तीनों अपनी योजना पर दोबारा सोचना शुरु करते हैं और रात होते ही अपनी योजना को रूप देने पर एकमत होते हैं।

रात होते ही बहुत से परग्रही सो जाते हैं, और बैरी, ओज़ी तथा फ़्रैंक जाइल्स को छुड़ाने किचन में चले जाते हैं। जाइल्स उन्हें देखकर ख़ुश हो जाता है। वे तुरंत जाइल्स को क़ैद से मुक्त कराते हैं और उसे अपने साथ रहने का निर्देश देते हैं। इसके बाद वे घर के अंदर तथा बाहर कुछ परग्रहियों का सफ़ाया करते हैं। सुबह की पहली किरण के साथ परग्रहियों और हमारे तीन जाँबाज़ों के बीच भयंकर गोलीबारी शुरु हो जाती है। इधर डेरेक दोबारा होश में आ चुका है और वह बदला लेने की ग़रज़ से परग्रहियों के घर तक पहुँच चुका है। इधर बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक तथा परग्रहियों के बीच भयानक युद्ध चल रहा है और जान बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। रणकौशल का खुलकर तथा कदम-कदम पर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी बीच कुछ गोलियाँ लक्ष्य से भटक कर घर के बाहर घूम रहे डेरेक के हैट पर लगती हैं और उसका हैट नीचे गिर जाता है। हैट के गिरते ही डेरेक अपने सर के पिछले हिस्से में भयंकर दर्द का अनुभव करता है। वह ज़मीन पर गिर जाता है और पीड़ा से छटपटाने लगता है। डेरेक समझ जाता है कि वह इस दर्द को ज़्यादा देर तक झेल नहीं सकेगा इसलिए वह अपना बेल्ट निकालता है और अपने सिर के इर्द-गिर्द बाँध लेता है ताकि उसके सिर का फट चुका हिस्सा अपने स्थान पर टिका रहे। डेरेक अपनी अजीब-सी दिखनेवाली कार चलाने लगता है और रास्ते में आने वाले एक परग्रही को इतनी ज़ोर से टक्कर मारता है कि उसके दो टुकड़े हो जाते हैं। फिर वह कार की डिक्की से एक चेन-सॉ (यांत्रिक आरी) निकालता है और उसे अपने हथियार के रूप में आज़ामाने की ठानता है। चेन-सॉ लेकर वह परग्रहियों के घर पर हमला करने की नीयत से चल पड़ता है।

इधर लॉर्ड क्रम्ब हरकत में आ चुका है तथा घर के लॉन की कुछ झाड़ियों के पीछे छिपकर फ़्रैंक और ओज़ी पर गोली चलाने की ताक में है। उसे जल्द ही मौक़ा मिल जाता है लेकिन जब वह फ़्रैंक की तरफ़ अपनी पिस्तौल तानकर उसका ट्रिगर दबाता है, तो किसी नुक़्स के कारण पिस्तौल से गोली ही नहीं निकलती। चिढ़कर वह झाड़ियों के पीछे फिर से दुबक जाता है लेकिन फ़्रैंक उसे दुबकते देख लेता है और झाड़ियों पर गोलियाँ बरसाने लगता है। लॉर्ड क्रम्ब का चेहरा ग़ुस्से से विकृत हो जाता है और वह अपना मानवीय रूप छोड़कर अपने असली रूप में आ जाता है। उसका असली रूप बड़ा अजीब है, बेहद बड़ा सर, खोखली आँखें, चिम्पान्ज़ी जैसा मुँह, नुकीले दाँत, कूबड़ वाली पीठ, लंबे नाख़ून, और कूबड़ वाला नितंब। लॉर्ड क्रम्ब के असली रूप में आते ही उसके दल के सभी हत्यारे अपने असली रूप में आ जाते हैं। रॉबर्ट बीच में आकर लॉर्ड क्रम्ब की सहायता करने की कोशिश करता है लेकिन फ़्रैंक उसे ख़ंजर फेंककर मारता है जो सीधा उसके गले को छेदता हुआ पीछे धँस जाता है। लॉर्ड क्रम्ब के लोग कीड़ों की तरह मरते जा रहे हैं लेकिन लॉर्ड क्रम्ब पर तो जैसे ख़ून सवार है। वह अपने संसाधनों के तेज़ी से ख़त्म होने पर भी रुकने की इच्छा नहीं रखता। लॉर्ड क्रम्ब को उसके कुछ बचे-खुचे लोगों के साथ छोड़कर फ़्रैंक, बैरी, ओज़ी और जाइल्स बाहर भाग जाते हैं। बाहर फ़्रैंक की कार खड़ी रहती है, उसमें सवार होकर वे सब भागने लगते हैं। लॉर्ड क्रम्ब के लिए अपने दुश्मनों को भागने देना शायद शर्म की बात होती इसलिए वह अपने तीन साथियों को उनके पीछे भेजता है। एक को तो ये तीन जाँबाज़ रास्ते में ही मार गिराते हैं, लेकिन एक परग्रही की गोली उनकी कार के इंजन में लगती है और कार से बेहिसाब धुआँ निकलने लगता है। कार आख़िर में बेकार हो जाती है। चारों आदमी कार से निकलकर झाड़ियों के पीछे जा छिपते हैं। ओज़ी को कुछ याद आता है और वह कार की तरफ़ फिर से चला जाता है। डिक्की खोलकर वह एक डब्बा निकालता है जिसमें कुछ रॉकेट और एक लॉन्चर है। इस बीच उनके पीछे लगे दो परग्रही कार के पास पहुँच जाते हैं, ओज़ी उनकी नज़रों से साफ़ बच निकलता है और झाड़ियों के पीछे छिपे अपने दोस्तों से जा मिलता है। परग्रही कार के अंदर बैठकर उसकी प्रणाली का मुआयना करने लगते हैं। उनका ध्यान भटका हुआ देखकर ओज़ी कार पर एक रॉकेट दाग़ता है। रॉकेट कार तथा उसमें बैठे दो परग्रहियों के परखच्चे उड़ा देता है। फ़्रैंक चिढ़ जाता है क्योंकि ओज़ी ने उसकी कार बरबाद कर दी। ओज़ी को इस हमले से काफ़ी जोश आता है और वह परग्रहियों के घर पर रॉकेट से हमला करने को बेताब हो जाता है। वह रॉकेट और लॉन्चर लेकर फिर से परग्रहियों के घर की ओर चल पड़ता है। फ़्रैंक भी उसकी सहायता के लिए उसके साथ चल पड़ता है। ओज़ी घर का निशाना लेकर फिर से रॉकेट दाग़ता है जिससे घर का एक हिस्सा उड़ जाता है। इस हमले से लॉर्ड क्रम्ब और उसके बचे-खुचे साथियों का ग़ुस्सा और भड़क जाता है और एक बार फिर से भयंकर युद्ध शुरु हो जाता है।

इस बीच डेरेक लड़खड़ाते हुए परग्रहियों के घर तक पहुँच जाता है। उसके हाथों में चेन-सॉ लहरा रहा है और उसके सामने जो भी आएगा वह मारा जाएगा। क्रोध के मारे वह पागल हो रहा है। उसे परग्रहियों से हिसाब चुकता करना है। ग़ुस्से से पागल डेरेक अपने सामने आनेवाले पहले परग्रही के टुकड़े-टुकड़े कर देता है। फिर वह उस परग्रही का सिर फ़ोड़कर उसमें से दिमाग़ का कुछ हिस्सा निकाल लेता है और अपने सिर के अंदर डाल देता है। इस तरह उसने अपने दिमाग़ के बरबाद हो चुके हिस्से की भरपाई कर ली। डेरेक का ग़ुस्सा अभी-भी शांत नहीं हुआ है और वह घर में मौजूद अन्य परग्रहियों की तलाश में लग जाता है। इस बीच फ़्रैंक और ओज़ी घर में दाख़िल हो चुके हैं लेकिन एक परग्रही ने उन्हें परेशान कर रखा है। वह उन्हें बंदूक की नोक पर अपने अधीन करना चाहता है। वह परग्रही फ़्रैंक और ओज़ी को बस गोली मारने ही वाला रहता है कि तभी पीछे से डेरेक प्रकट होता है और उस परग्रही को अपने चेन-सॉ से बीच से फाड़ डालता है। परग्रही के शरीर के दो हिस्से हो जाते हैं और उसका क्षत-विक्षत शव इधर-उधर गिर जाता है। डेरेक को ज़िंदा देखकर फ़्रैंक और ओज़ी ख़ुश हो जाते हैं लेकिन हैरत में पड़ जाते हैं। डेरेक जैसे उनके संबोधन को सुनता ही नहीं और फिर से दूसरे परग्रहियों की तलाश में लग जाता है। फ़्रैंक और ओज़ी घर से बाहर भागते हैं लेकिन इसी बीच लॉर्ड क्रम्ब ओज़ी के पैरों का निशाना लेकर गोली चलाता है और गोली ओज़ी को पैर में धँस जाती है। वह नीचे गिर पड़ता है तो लॉर्ड क्रम्ब उसके पैरों पर और एक-दो गोलियाँ चला देता है। ओज़ी दर्द से तड़प उठता है। ओज़ी की हालत देखकर फ़्रैंक ग़ुस्से से आगबबूला हो उठता है और लॉन्चर से एक रॉकेट लॉर्ड क्रम्ब की ओर दाग़ता है लेकिन रॉकेट के निशाना चूक जाता है और वह लॉर्ड क्रम्ब के बग़ल से होकर गुज़र जाता है और पीछे एक खुली खिड़की से बाहर निकलकर एक भेड़ से जा टकराता है। भेड़ के चीथड़े उड़ जाते हैं। फ़्रैंक ओज़ी की सहायता करने में लग जाता है और उसे उसके पाँव पर खड़ा करने की कोशिश करने लगता है।

इधर डेरेक देख चुका है कि लॉर्ड क्रम्ब ज़िंदा है। वह उसे मार डालने की नीयत से उसके सामने आ खड़ा होता है लेकिन लॉर्ड क्रम्ब उसे ज़ोर से धक्का देकर नीचे गिरा देता है और डेरेक नीचे गिरकर बेहोश हो जाता है। लॉर्ड क्रम्ब समझ जाता है कि उसकी योजना विफल हो चुकी है और उसकी सेना का सफ़ाया हो चुका है इसलिए वह वहाँ से निकल भागने में ही अपनी भलाई समझता है। लॉर्ड क्रम्ब एक विशेष कमरे में दाख़िल होता है और वहाँ डैशबोर्ड पर लगे कुछ बटन दबाता है। एकाएक सारा दृश्य ही बदल जाता है। वह पूरा घर अपने आसपास की सभी चीज़ों को अपने अंदर समेटने लगता है। पेड़, पौधे, लॉन, झाड़ियाँ सबकुछ। ओज़ी लॉन में ही पड़ा रहता है और वह भी घर के अंदर खिंचने लगता है। फ़्रैंक दौड़कर उसे बचाता है और फिर वे दोनों एक बहुत मोटे पेड़ की एक डाली पकड़कर खिंच जाने से अपने को बचाते हैं। वह पूरा घर असल में एक यान है जिसमें बैठकर लॉर्ड क्रम्ब और उसके साथी अपने ग्रह से पृथ्वी पर आए थे। अब वह उस यान से वापस लौटने वाला है। वह यान धीरे-से ऊपर उठता है और फिर अंतरिक्ष की गहराइयों में विलीन हो जाता है। फ़्रैंक और ओज़ी को ये ख़ुशी तो अवश्य है कि वे अपने मिशन में सफल हुए लेकिन साथ ही उन्हें लॉर्ड क्रम्ब के ज़िंदा बचने और डेरेक के उस यान में रह जाने का अफ़सोस भी है। वे दोनों बैरी और जाइल्स के पास जाने को तैयार हो जाते हैं।

इधर डेरेक यान के भीतर ही रह गया है। उसे होश आता है और वह खिड़की से बाहर झाँकता है। बाहर का दृश्य देखकर उसका गु़स्सा चरमसीमा पर पहुँच जाता है। बाहर उसे अंधेरा अंतरिक्ष और पृथ्वी दिखाई देते है। वह समझ जाता है कि वह एक यान में है और पृथ्वी से कई हज़ार किलोमीटर की दूरी पर है। अब वह लॉर्ड क्रम्ब से प्रतिशोध लेने पर उतारू हो जाता है। लॉर्ड क्रम्ब अपने ग्रहवासियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है लेकिन लगता है कि सिग्नल आ-जा रहा है। डेरेक लॉर्ड क्रम्ब की सीट के ठीक ऊपर प्रकट होता है और छत काटकर उसपर चेन-सॉ लिए कूद पड़ता है। चेन-सॉ से लॉर्ड क्रम्ब के सिर को फ़ाड़ते हुए वह लॉर्ड क्रम्ब के शरीर के भीतर घुस जाता है और उसके पूरे शरीर को फाड़ते हुए दूसरे सिरे से बाहर निकल आता है। बाहर निकलते ही उसपर लॉर्ड क्रम्ब का पूरा ख़ून, अंतड़ियाँ, और आंतरिक हिस्से गिर जाते हैं। वह खू़न, अंतड़ियों आदि में लिपटा हुआ कहता है "आज मेरा दोबारा जन्म हुआ है", फिर वह पागलों की तरह हँसने लगता है। वह लॉर्ड क्रम्ब का फटा हुआ सर लेकर अपने सर पर पहन लेता है और उसकी कमान संभाल लेता है। वह लॉर्ड क्रम्ब के ग्रहवासियों से संपर्क करता है और उन्हें अपने आने की सूचना देता है। फिर गहरे काले अंतरिक्ष में डेरेक की भयानक हँसी गूँजती है। साफ़ है कि डेरेक का प्रतिशोध पूरा नहीं हुआ है और वह लॉर्ड क्रम्ब के पूरे ग्रह को ही तबाह कर डालने की योजना पर काम करने वाला है।

इधर फ़्रैंक, ओज़ी, बैरी और जाइल्स उस भयानक जगह से सुरक्षित निकल जाने में सफल होते हैं। फ़िल्म के अंतिम दृश्य में इन चारों को कार में सवार होकर वहाँ से दूर जाते दिखाया गया है। सूरज डूब रहा है और इसी के साथ ज़िंदगी की नई सुबह होने वाली है।

समीक्षा

यह फ़िल्म उन लोगों के लिए नहीं बनी है जिन्हें ख़ून, हिंसा, और क्षत-विक्षत शरीर देखने की आदत नहीं है। यह उन लोगों के लिए बनी है जो पर्दे पर हिंसा, ख़ून-ख़राबा और लाशें देखने के शौकीन हैं। वैसे देखा जाए तो पीटर जैक्सन ने बहुत ही कम बजट में यह फ़िल्म बनाई थी लेकिन उतने कम बजट का इतना अच्छा सदुपयोग पीटर जैक्सन जैसे कुशल निर्देशक ही कर सकते हैं। टॉम साविनी ने अपने स्पेशल इफ़ेक्ट्स का जादू सर्वत्र बिखेरा है। इस फ़िल्म पर अति हिंसा और ख़ून-ख़राबे के कारण ऑस्ट्रेलिया में पांबदी लगाई गई थी, लेकिन इसके चाहने वाले इतने ज़्यादा थे कि उस फ़िल्म को अंत में सभी के लिए रिलीज़ करना पड़ा। पीटर जैक्सन ने रॉबर्ट तथा डेरेक की भूमिका बख़ूबी निभाई है। दोनों ही भूमिकाएँ इतनी सशक्त हैं कि लगता ही नहीं है कि यह सबकुछ एक फ़िल्म का हिस्सा है। इस फ़िल्म को बनाने में चार साल लगे और इन चार वर्षों के दौरान इसकी पूरी शूटिंग सप्ताहांत में की गई। पीटर का हाथ इतना तंग था कि उन्होंने अपने बहुत-से दोस्तों को इस फ़िल्म में प्रमुख भूमिकाएँ दीं। फ़िल्म के रिलीज़ होने पर उन्हें लागत से कई गुना अधिक फ़ायदा मिला। कॉन्स फ़िल्म महोत्सव में प्रदर्शित होने के बाद इस फ़िल्म का अंतर्राष्ट्रीय वितरण किया गया। पीटर ने अपनी माँ जोन जैक्सन से अनुरोध किया था कि वे अपने अवन में परग्रहियों का मास्क बेक कर दें और जोन ने अपने बेटे के लिए यह छोटा-सा काम कर दिया। इस फ़िल्म में एक प्रकार का नशा है जो लोगों को हैरत में डालने वाले दृश्य दिखाता है। लोग इसी उत्सुकता में अपनी सीट पर जमे रहते हैं कि अब और क्या भयानक दृश्य देखने को मिलेगा। कुछ मनुष्यों की ज़िद का कोई अंत नहीं होता, और ख़ासतौर तब जबकि आदमी संकट की में स्थिति हो। इस फ़िल्म में अपने जीवन को बचाए रखने के लिए संघर्षरत जाँबाज़ों को देखकर लगता है कि जीवन केवल सरलता से समय बिताने का नाम नहीं है। ऐसी स्थितियाँ भी आती हैं जब हमें जान बचाने के लिए जान को ही दाँव पर लगाने का जोखिम उठाना पड़ता है। ऐसे समय में आदमी कितना भी कोमल हृदय का क्यों न हो, स्थिति की प्रतिकूलता उसे निडर और प्रलयकारी बना देती है। वह अपने सामर्थ्य से बाहर के काम भी कर लेने को आतुर हो जाता है। उस समय कोई भी अवरोध उसका रास्ता नहीं रोक सकता। ऐसी स्थितियों में डटकर मुक़ाबला किया जाता है, और छिपने-छिपाने का खेल छोड़कर खुलकर मैदान में लोहा लिया जाता है। मनुष्य चाहे कितना भी डरपोक क्यों न हो, वह आसानी से अपना स्थान किसी दूसरे को लेने नहीं देता। फ़िल्म में भी दिखाए गए परग्रही पूरी मानव जाति के लिए ख़तरा पैदा कर सकते थे। यदि उनकी मानव-माँस को फ़ास्ट फ़ूड में तब्दील करने की योजना सफल हो जाती तो हमारी पृथ्वी एक बड़ा बूचड़खाना बन जाती, जहाँ ख़ून तो दिखाई देता लेकिन क़ब्रें नहीं, क्योंकि क़ब्र में डाले जाने वाले मुर्दे तो पहले ही किसी फ़ास्ट फ़ूड में बदल गए होते।

श्री सियारामशरण गुप्त ने अपनी लघुकथा ‘बैल की बिक्री’ में लिखा है ‘भय और साहस संक्रामक वस्तुएँ होती हैं’, यह बात इस फ़िल्म पर पूरी तरह से लागू होती है। जिस प्रकार चारों जाँबाज़ बैरी, डेरेक, ओज़ी और फ़्रैंक अपना जीवन बचाए रखने के लिए एक-दूसरे का उदाहरण लेकर आपस में साहस का संचार करते हैं वह वाकई किसी विषम स्थिति में फँसे समूह के लिए सीखने जैसा है। दूसरी ओर लॉर्ड क्रम्ब को अपने हत्यारे साथियों पर बहुत भरोसा और घमंड था। वह स्वयं को अजेय समझ बैठा था। उन्होंने पूरे काइहोरो गाँव के लोगों का सफ़ाया कर दिया था। वह पूरे मनुष्यों को उतना ही असहाय और डरपोक समझने की ग़लती कर बैठा था जितना की काइहोरो के बेगुनाह गाँववाले थे। बाद में, जब लॉर्ड क्रम्ब का इन चार जाँबाज़ों से सामना हुआ तो वह इन्हें कमज़ोर समझ बैठा था लेकिन जब उसकी पूरी फ़ौज तबाह होने लगी तो उसे एक अज्ञात डर सताने लगा, और धीरे-धीरे यह भावना उसकी पूरी फ़ौज में फैल गई। फ़िल्म की पटकथा बड़ी अजीब लेकिन सशक्त है। नक़ली ख़ून का बेहिसाब इस्तेमाल किया गया है और हत्याओं को बड़े निर्मम और वर्णनातम्क ढंग से दिखाया गया है। ऐसा निर्देशन पीटर जैक्सन के अलावा कोई नहीं कर सकता। नक़ली ख़ून का इतना इस्तेमाल हुआ है कि वह हास्यास्पद लगता है। दर्शक इस फ़िल्म के अगले भागों के लिए भी तैयार रहें क्योंकि सन 1993 में पीटर जैक्सन ने न्यूज़ीलैण्ड के एक अख़बार को बताया था कि वे इस फ़िल्म के दो भाग, अर्थात् भाग 2 और 3 दोनों को एक साथ बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया की भाग 2 में बैरी, फ़्रैंक, और ओज़ी ‘परग्रहियों के शिकारी’ अपने साथी डेरेक को बचाने के लिए दूसरे ग्रह की यात्रा करते हैं, और भाग 3 में परग्रहियों के वेलिंगटन (न्यूज़ीलैण्ड की राजधानी) पर एक योजनाबद्ध हमले के बारे में दिखाया गया है। देखें ये भाग कब तक तैयार होते हैं।

Tuesday, October 21, 2008

The Shining - 1980




रिलीज़ वर्ष - १९८०

निर्देशक - स्टैनली क्यूब्रिक

निर्माता - स्टैनली क्यूब्रिक, जेन हार्लान, मार्टिन रिचर्ड्स

कलाकार - जैक निकलसन, शैली डुवाल, डैनी लॉयड, स्कैटमैन क्रोदर्स, बैरी नेल्सन, जो टर्केल

'द शाइनिंग' सन् १९८० में बनी एक हॉरर फ़िल्म है जिसके निर्माण के पीछे कई दिलचस्प बातें हैं। वैसे तो इस फ़िल्म को एक हॉरर फ़िल्म का नाम दिया गया था लेकिन सच कहें तो इसमें एक भी दृश्य ऐसा नहीं है जिसमें भूत-प्रेत, तंत्र-मंत्र, भयानक नक़ाबपोश आदि का इस्तेमाल कर डराने का प्रयास किया गया हो। फ़िल्म की पटकथा वैसे तो स्टीफ़न किंग के उपन्यास 'द शाइनिंग' से प्रभावित है, फिर भी दोनों के बीच पर्याप्त अंतर है। ऐसा कहने के पीछे कारण यह है कि जब स्टीफ़न किंग, जो कि भयानक उपन्यासों के विश्व-प्रसिद्ध लेखक हैं ने यह फ़िल्म देखी थी तो वे इसके प्रदर्शन से बहुत क्षुब्ध हुए थे। उनका कहना था कि फ़िल्म उतनी निष्ठा के साथ उनके उपन्यास की कथा का पालन नहीं करती जितनी उन्हें अपेक्षा थी, और यही कारण था कि उन्होंने फ़िल्म के प्रीमियर शो के तुरंत बाद ही अपने उपन्यास 'द शाइनिंग' पर एक लघु टीवी धारावाहिक बनाने के इच्छा व्यक्त की थी। ख़ैर स्टीफ़न किंग इस फ़िल्म के बारे में क्या राय रखते हैं यह पूर्णतः उनकी सोच पर निर्भर करता है, जबकि यह फ़िल्म अपने समय की एक सफल फ़िल्म मानी गई थी, जिसने दुनियाँ भर में करोड़ों डॉलर का व्यवसाय किया और एक ऐसा मील का पत्थर बन गई जो आज तक अपने चाहने वालों को लुभाती है और अपने दृश्यों से उनके अंतर्मन को प्रभावित करती है। लीजिए, प्रस्तुत है फ़िल्म 'द शाइनिंग' की समीक्षा।


इंटरव्यू (साक्षात्कार)

फ़िल्म के पहले दृश्य में हमें कोलोराडो पर्वत श्रृंखला की बेहद ऊँची चोटियों का दृश्य दिखाया गया है। पर्वत की ऊँची चोटियों के बीच रास्ता दिखाई देता है जिस पर एक पीले रंग की वॉल्क्सवैगन कार तेज़ी से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही है। हम देखते हैं कि कार आख़िरकार अपने गंतव्य तक पहुँच जाती है, और वह गंतव्य है इस बियाबान बर्फ़ीली नीरवता में पहाड़ों की अप्रतिम ऊँचाइयों पर बना ओवरलुक होटल। सचमुच इस बियाबान में ऐसे भव्य होटल का होना किसी भुतहे महल का आभास दिलाता है। कार से एक व्यक्ति जैक टॉरेंस (जैक निकलसन) बाहर निकलकर होटल में दाख़िल होता है। वह रिसेप्शनिस्ट से होटल के मैनेजर स्टुअर्ट उलमैन (बैरी नेल्सन) से मिलने की इच्छा व्यक्त करता है। जैक मैनेजर के कमरे में जाता है और मैनेजर उसे देखकर प्रसन्नता व्यक्त करता है। बातों-बातों में पता चलता है कि ओवरलुक होटल अक्तूबर से लेकर मई तक सर्दियों में बंद रहता है, और इस दौरान होटल की देखरेख करने के लिए किसी आदमी की आवश्यकता होती है। जैक यही काम करने की इच्छा लिए ओवरलुक होटल आया हुआ है। फ़िल्म के दूसरे दृश्य में कोलोराडो राज्य के बोल्डर इलाके में एक छोटे बच्चे डैनी (डैनी लॉयड) और उसकी माँ वेन्डी (शैली डुवाल) के बीच बातचीत हो रही है। उनकी बातचीत सुनकर पता चलता है कि वेन्डी जैक टॉरेंस की पत्नी है और सात-आठ वर्षीय डैनी उनका बेटा। उनकी बातचीत से यह भी पता चलता है कि डैनी का एक अदृश्य दोस्त है टोनी (वास्तव में टोनी डैनी के अंतर्मन की आवाज़ है) और डैनी कहता है कि टोनी उस होटल (ओवरलुक होटल) में नहीं जाना चाहता। वेन्डी डैनी को समझाती है कि वहाँ जाने पर तुम्हारा और टोनी दोनों का मन लग जाएगा, क्योंकि ओवरलुक होटल बड़े सुंदर स्थान पर स्थित है।


इधर जैक अपना साक्षात्कार पूरा कर चुका है, और मैनेजर स्टुअर्ट उलमैन उसे ओवरलुक के इतिहास से संबंधित एक गंभीर बात बताता है और वह बात सुनने में बड़ी भयानक लगती है। स्टुअर्ट जैक को बताता है कि उससे पहले इस होटल का केयरटेकर (देखभाल करने वाला) चार्ल्स ग्रेडी नामक व्यक्ति था। ग्रेडी का कार्यानुभव बड़ा अच्छा था, उसके पास अच्छे लोगों की सिफ़ारिशें थीं जिसके कारण उसे होटल का केयरटेकर नियुक्त किया गया था। ग्रेडी बड़ा ही सज्जन आदमी था लेकिन सर्दियों के दौरान कुछ तो ऐसा हुआ जिसके कारण ग्रेडी लगभग वहशी दरिंदा बन गया और उसने अपनी पत्नी और दो छोटी बेटियों पर कुल्हाड़ी से वार करके उन्हें मार डाला और उनके टुकड़े कर दिए। स्टुअर्ट उलमैन को चार्ल्स ग्रेडी के इस व्यवहार के पीछे एक ही कारण दिखाई देता है और वह है ग्रेडी का अकेलापन। सर्दियों में भारी हिमपात के कारण जबकि ओवरलुक दुनियाँ से लगभग बिलकुल अलग-थलग पड़ जाता है, ऐसी स्थिति में किसी का भी अकेलेपन का शिकार हो जाना संभव लगता है। उलमैन के अनुसार ग्रेडी की मानसिक दशा भी इस वीराने के कारण बिगड़ गई थी और इसी उन्माद में उसने अपनी पत्नी और बेटियों की हत्या कर दी थी। जैक उलमैन को विश्वास दिलाता है कि उसके साथ ऐसा कुछ नहीं होगा, क्योंकि वह इस नौकरी को इसलिए स्वीकार करना चाहता है क्योंकि उसे कुछ लेखन का कार्य करना है और उसके लिए केवल शांति की ज़रूरत होती है। जैक यह भी कहता है कि उसकी पत्नी और उसका बेटा भी उसके इस काम से बेहद ख़ुश होंगे और वे दोनों यहाँ आने को बिलकुल तैयार बैठे हैं।


इस बीच बोल्डर में, डैनी अपने बाथरूम के आईने के सामने खड़ा होकर कुछ बड़बड़ा रहा है। उसके मुँह से दो आवाज़ें निकल रही हैं। एक आवाज़ तो डैनी की है, लेकिन दूसरी आवाज़ डैनी के अंतर्मन में बैठे दोस्त टोनी की है। टोनी असल में डैनी की भविष्य को देख सकने में समर्थ बनाने वाली शक्ति का नाम है। जी हाँ दोस्तों, डैनी अपनी अतींद्रीय शक्ति के माध्यम से भविष्य की घटनाओं को देख सकता है और इस वक़्त भी उसे कुछ दिखाई दे रहा है, मगर क्या? डैनी को कुछ विचित्र से दृश्य दिखाई देने लगते हैं और इस दृश्य में वह देखता है कि होटल की लिफ़्ट का दरवाज़ा खुलता है और उसमें से ख़ून का सैलाब बाहर आता है, वह सैलाब पूरे स्थान को ख़ून से सराबोर करता हुआ आगे बढ़ता है और उसके रास्त में जो भी वस्तुएँ आती हैं उन्हें वह बहा ले जाता है। डैनी यह दृश्य देखकर घबरा जाता है और उसका मन ओवरलुक होटल के प्रति अनजान आशंकाओं से भर जाता है। टोनी डैनी को यह संकेत देता है कि उसके पिता जैक ओवरलुक होटल के केयरटेकर के रूप में चुने जा चुके हैं और जल्द ही उन सभी को वहाँ जाना पड़ेगा। ठीक इसी समय जैक वेन्डी को यह बताने के लिए फ़ोन करता है कि उसे ओवरलुक होटल के केयरटेकर के रूप में चुन लिया गया है। वेन्डी इस समाचार से बहुत ख़ुश होती है। केयरटेकर की नौकरी मिलने से पहले जैक अध्यापन कार्य किया करता था। वह किसी स्कूल में शिक्षक था। बाद में उसकी नौकरी छूट गई और वह ख़ूब शराब पीने लगा लेकिन अभी कुछ दिनों से जैक ने शराब पीना छोड़कर अपनी गिरते हुए सामाजिक स्तर को फिर से उठाने का निर्णय लिया। अपने परिवार का जीवन सुधारने की दिशा में यह साक्षात्कार जैक का पहला कदम है।


होटल बंद होने का दिन (क्लोज़िंग डे)

जैक एक नए जीवन की तलाश में अपने परिवार को लेकर ओवरलुक होटल की ओर निकल पड़ा है। रास्ते में जैक शैली और डैनी आपस में बातचीत करते हैं। उनकी चर्चा का विषय है डॉनर पार्टी के नाम से विख्यात पर्वतारोहियों का एक दल, जो सर्दियों में इस बियाबान इलाके में भारी हिमपात के बीच फँस गया था और जब उन्हें भोजन नहीं मिला तो वे एक दूसरे को ही मारकर खा गए। जैक अपने परिवार के साथ ओवरलुक पहुँचता है तो मैनेजर उलमैन उसका व उसके परिवार का बड़ी गर्मजोशी से स्वागत करता है। वह उन्हें होटल के सभी स्थानों से परिचित कराने ले जाता है। उलमैन उन्हें बताता है कि सर्दियों में चूँकि मौसम बहुत ख़राब होता है इसलिए होटल के कुछ स्थानों की समय-समय पर मरम्मत करने की आवश्यकता पड़ती है, सर्दियों में होटल के हिस्सों को गर्म रखने के लिए बॉयलर चलाना पड़ता है और उन्हें इसी तरह के अन्य काम करने होंगे। जैक कहता है कि उसे ये सभी काम आते हैं और वह आराम के साथ यहाँ रह सकता है। उलमैन उन्हें ओवरलुक के इतिहास के परिचित कराता है और बताता है कि इस होटल का निर्माण रेड इंडियन लोगों के क़ब्रिस्तान पर किया गया था और इसका निर्माण कार्य दो वर्षों में पूरा हुआ था। निर्माण के दौरान यहाँ पर रेड इंडियन लोगों के साथ झड़पें भी हुईं थीं जिसमें रेड इंडियन लोंगों की हार हुई थी और उन्हें या तो मार दिया गया था या फिर खदेड़ दिया गया था। इधर गेमरूम में डैनी अपना मनोरंजन करने के लिए दीवार पर लगे निशाने पर तीर फेंक रहा है। उसे नीली पार्टी ड्रेस पहनी हुई दो छोटी और लगभग जुड़वा-सी दिखने वाली लड़कियाँ दिखाई देती हैं। डैनी की उन लड़कियों से कोई बात नहीं होती और वे लड़कियाँ बिना कुछ कहे एक दूसरे के हाथ में हाथ डाले गेमरूम से बाहर निकल जाती हैं।


इधर उलमैन जैक और वेन्डी को स्नोकैट भी दिखाता है जो बर्फ़ पर चलने वाला वाहन होता है। वह बताता है कि स्नोकैट को लगभग कार के जैसे ही चलाया जाता है। वेन्डी ओवरलुक की भव्यता से मंत्रमुग्ध दिखाई देती है, और उलमैन से दीवारों पर लगे चित्रों के बारे में पूछती है। उलमैन बताता है कि यहाँ के बहुत-से चित्र रेड इंडियन शैली में बनाए गए है, और उनमें से बहुत-से असली भी हैं। वैसे भी औवरलुक होटल के कोने-कोने में रेड इंडियन कलाओं की छाप स्पष्ट दिखाई पड़ती है। दीवारों पर बनी बड़ी आकृतियों, कालीन आदि में, रेड इंडियन कला की छाया है। डैनी ख़ामोश है और सहमा-सहमा दिखाई देता है। उलमैन उन्हें होटल के एक शानदार पार्टी हॉल में लेकर जाता है जिसका नाम गोल्ड रूम है। उलमैन उन्हें बताता है कि इस कमरे में 300 लोग आराम से एक साथ मिलकर पार्टी मना सकते हैं। वेन्डी यह देखकर रोमांचित हो उठती है और कहती है कि इस स्थान पर तो वे लोग सर्दियों में मिलकर शानदार पार्टी मना सकते हैं। उलमैन उन्हें कहता है कि अगर वे पार्टी मनाने के इच्छुक हैं तो उन्हें अपने लिए शराब की व्यवस्था ख़ुद करनी होगी क्योंकि जब होटल छः महीने के लिए बंद होता है तो शराब बाहर निकाल ली जाती है ताकि ओवरलुक होटल के प्रबंधन को अतिरिक्त वस्तुओं के बीमे की चिंता न रहे। जैक शांति से कहता है कि वे शराब नहीं पीते इसलिए कोई परेशानी ही नहीं होगी। उलमैन उन्हें उनका कमरा दिखाता है, और साथ ही होटल का एक प्रमुख आकर्षण भी दिखाता है और वह आकर्षण है भूलभुलैया। जी हाँ झाड़ी को सुंदरता से तराश कर बनाया गया भूलभूलैया जिससे बाहर निकलने में पूरा दिन लग जाता है।


वेन्डी और डैनी की मुलाक़ात ओवरलुक के मुख्य शेफ़ (रसोइए) डिक हालोरान(स्कैटमैन क्रोदर्स) से होती है। डिक उन्हें होटल के भंडारगृह में लेकर जाता है और उन्हें वहाँ मौजूद खाने-पीने की चीज़ों और उनकी उपलब्धता की जानकारी देता है। डिक बताता है कि वहाँ इतना खाना मौजूद है उन्हें पूरे वर्ष कोई भी रेसिपी दोहराने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस बीच डिक यह भाँप लेता है कि डैनी के पास इन्ट्यूशन(प्रातिभज्ञान) की अतींद्रीय शक्ति है। वह डैनी से मानसिक संपर्क स्थापित कर बिना कुछ कहे एक सवाल करता है क्या तुम आइसक्रीम खाना चाहोगे डॉक? डैनी उसका सवाल समझ जाता है और उसके बाद वे सब भंडारगृह से बाहर निकल आते हैं और डिक अपना वही सवाल डैनी के सामने बोलकर दोहराता है। वेन्डी थोड़ी आश्चर्यचकित होती है और डिक से पूछती है "आपको कैसे पता चला कि इसे हम कभी-कभी डॉक कहकर पुकारते हैं?" जवाब में डिक कहता है शायद मैंने आपको इसे डॉक कहते हुए सुना हो किंतु वेन्डी कहती है मुझे याद नहीं आता कि हमने यहाँ आने के बाद डैनी को डॉक कहकर संबोधित किया है। डिक टॉरेंस दंपत्ति से अनुरोध करता है कि वे उसे डैनी को आइसक्रीम खिलाने दें। टॉरेंस दंपत्ति उलमैन के साथ दूसरी ओर चले जाते हैं और डैनी डिक के पास रह जाता है।


मैनेजर उलमैन टॉरेंस दंपत्ति को पूरा होटल दिखाने के बाद कहता है कि पाँच बजे के बाद आपको यह महसूस भी नहीं होगा कि कोई यहाँ पर कभी मौजूद था, क्योंकि ये होटल पूरी तरह से खाली हो जाएगा और रह जाएंगे केवल आप लोग। इसके बाद के दृश्य में डिक को डैनी के साथ बैठा हुआ दिखाया जाता है। डैनी अपनी आइसक्रीम खा चुका है। डिक डैनी से बताता है "जब मैं छोटा बच्चा था तो अपनी दादी माँ के साथ घंटों बिना कुछ कहे बात करता रहता था। हम दोनों मानसिक स्तर पर ही एक दूसरे से संपर्क स्थापित कर लेते थे। डिक इस मानसिक योग्यता को शाइनिंग के नाम से संबोधित करता है और डैनी से पूछता है तुम इस बारे में बात क्यों नहीं करना चाहते और डैनी उसे कहता है "मैं नहीं कर सकता क्योंकि टोनी ने मुझे मना किया है"। डिक को अंदाज़ा हो जाता है कि टोनी उस शक्ति का नाम है जो डैनी को औरों से विशिष्ट बनाती है क्योंकि डैनी डिक को बताता है कि उसे इस होटल के बारे में टोनी ने पहले से आगाह कर दिया है। डिक डैनी को समझाता है कि उसे अपनी शक्ति की विशिष्टता पर ख़ुश होना चाहिए क्योंकि ऐसी शक्ति से संपन्न लोग ही वह सब कुछ देख लेते हैं जो सामान्य बुद्धि के परे है और कभी-कभी तो बीती हुई घटनाएँ भी उन्हें स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ती हैं। डैनी डिक से पूछता है कमरा नंबर 237 में क्या है?” डिक उसे कहता है वहाँ कुछ भी नहीं है लेकिन तुम्हारा वहाँ कोई काम नहीं है इसलिए वहाँ से दूर ही रहना


एक महीने बाद (ए मंथ लेटर)


जैक का परिवार ओवरलुक के परिवेश में लगभग ढल चुका है। होटल अब पूरी तरह वीरान हो चुका है और जैक के परिवार के अलावा वहाँ कोई दूसरा दिखाई नहीं पड़ता। बर्फ़ पड़नी शुरु हो गई है, और मौसम भी बड़ा उदास-सा हो चला है, न कहीं हरियाली नज़र आती है और न कोई गतिविधि। सब कुछ जैसे थम-सा गया है। वेन्डी हाथों में नाश्ते की ट्रे लिए जैक के कमरे में आती है और उससे पूछती है कि क्या वह उसके साथ घूमने चलेगा और जैक कहता है कि उसे अब जल्द से जल्द अपने लेखन कार्य में जुटना होगा ताकि इन पाँच-छः महीनों की शांति का सदुपयोग हो सके। जैक अपना टाइपराइटर लाउंज में रख लेता है लेकिन उसके दिमाग़ में कोई विचार नहीं हैं। बाहर वेन्डी और जैक भूलभूलैया में अपना समय बिता रहे हैं।


मंगलवार (ट्यूज़डे)

वेन्डी समाचार सुन रही है और टीवी पर हत्याओं से जुड़ी खबरें सुनाई जा रही हैं। डैनी अपनी तीन चक्के वाली साइकिल में होटल के एक स्थान से दूसरे स्थान में घूम रहा है। वह कमरा नंबर 237 के सामने आकर रुक जाता है। वह दरवाज़े का हैंडल घुमाने की चेष्टा करता है लेकिन यह क्या! दरवाज़ा तो अंदर से बंद है। वह वहाँ से आगे बढ़ जाता है। हॉल के रास्ते पर उसे फिर से वे दो छोटी लड़कियाँ दिखाई देती हैं। डैनी घबराकर वहाँ से भाग जाता है। जैक अपना काम करने का पूरा प्रयत्न कर रहा है लेकिन उसका दिमाग़ मानो एक जगह रुक गया है। उसके टाइपराइटर की कुंजियों की आवाज़ उस विशाल कमरे को एक विचित्र ध्वनि से भर रही हैं। वेन्डी वहाँ आकर जैक के कार्य की प्रगति के बारे में पूछती है लेकिन जैक कुछ बताने के बजाय चिढ़ जाता है और अपनी विचारशून्यता का दोषारोपण वेन्डी पर करने लगता है। जैक कहता है कि वेन्डी के आने पर उसका ध्यान भंग हो जाता है और वह कुछ भी लिख नहीं पाता। वह वेन्डी को चेतावनी देता है कि यदि वह जैक को यहाँ टाइप करते देखती है तो उसका ध्यानभंग करने के लिए वहाँ न आए।


गुरुवार (थर्सडे)

बाहर बर्फ़ का तूफ़ान चल रहा है और वेन्डी डैनी के साथ बाहर खेल रही है। जैक उन दोनों को बाहर खेलता हुआ देख रहा है। उसका चेहरा भावशून्य होता जा रहा है। उसकी आँखों में एक दरिंदगी दिखाई पड़ रही है। उसका मन वास्तविकता को पीछे छोड़ किसी दूसरी दुनियाँ में रम गया प्रतीत होता है। स्पष्ट रूप से उसकी आँखों में किसी अदृश्य सत्ता का साया है।


शनिवार (सैटरडे)

बाहर तूफ़ान की स्थिति और विकराल हो गई है। तूफ़ान में टेलीफ़ोन लाइनें ख़राब हो गई हैं। वेन्डी रेडियो संदेश द्वारा यू.एस. फ़ायर सर्विस को इसकी इत्तला देती है। डैनी को अपनी साइकिल चलाते समय वे दोनों लड़कियाँ हॉल के रास्ते में फिर दिखाई पड़ती हैं। और वे एक स्वर में उससे कहती हैं आओ डैनी हमारे साथ खेलो। डैनी को फिर एक दृश्य दिखता है जिसमें उसे उन लड़कियों की कुल्हाड़ी से क्षत-विक्षत लाशें दिखाई पड़ती है। पूरा रास्ता उनके ख़ून से तरबतर होता है। डैनी यह सब देखकर डर जाता है तब टोनी उसे समझाता है कि यह सब देखकर डरना नहीं चाहिए क्योंकि ये बस छवियाँ हैं और अवास्तविक हैं।


सोमवार (मंडे)

बर्फ़ के तूफ़ान ने टॉरेंस परिवार का दुनियाँ से संपर्क काट दिया है। डैनी वेन्डी से अपने कमरे से फ़ायर इंजन लाने की अनुमति मांगता है। वेन्डी उसे शोर न करने को कहती है क्योंकि उसके पिता जैक अभी-अभी सोने गए हैं लेकिन जब डैनी अपने पिता के कमरे के पास से गुज़रने को होता है तो उसे जैक बिस्तर पर बैठा हुआ दिखाई देता है। बढ़ी हुई शेव, बिखरे हुए बाल और मन में न जाने कौन-से विचार लिए जैक शून्य में घूरता रहता है। डैनी अपने पिता के बदलते रूप को देखकर आशंकित है। उसे अभी-भी लगता है कि उसके पिता किसी न किसी तरह उसका व उसकी माँ वेन्डी का अहित करके रहेंगे। वह आहिस्ते से अपने पिता के पास जाता है। बातों ही बातों में वह अपने पिता से पूछ बैठता है कि कहीं वे उन्हें (उसे व उसकी माँ वेन्डी) को हानि तो नहीं पहुँचाएंगे? जैक उसे गोद में लेकर बैठाता है और कहता है कि वह उसे दुनियाँ में सबसे ज़्यादा चाहता है और वह उनका अहित करने के बारे में सोच भी नहीं सकता।


बुधवार (वेन्सडे)

डैनी कालीन पर बैठा अपने खिलौनों से खेल रहा है कि तभी एक पीली गेंद लुढ़क कर उसके पास आती है। डैनी जब उस गेंद के आने का स्रोत ढूँढ़ने की नीयत से इधर-उधर दृष्टि डालता है तो उसे कमरा नंबर 237 का दरवाज़ा थोड़ा-सा खुला हुआ दिखाई देता है और वह जिज्ञासावश कमरे की ओर बढ़ जाता है। इधर वेन्डी बॉयलर रूम में है और बॉयलर की सेटिंग जाँच कर रही है कि तभी उसे जैक की चीख सुनाई देती है। उसे पता है कि जैक काम कर रहा होगा अतः वह तेज़ी से मन में चिंता लिए जैक की ओर भागती है। लाउंज में पहुँचकर वेन्डी देखती है कि जैक लगभग सुसुप्त अवस्था में चिल्ला रहा है। जब वेन्डी उसे शांत करने की गरज से उसे हाथ लगाती है तो वह अपनी कुर्सी से नीचे गिर पड़ता है और उसकी नींद टूट जाती है। जैक बहुत परेशान है। वह वेन्डी को बताता है कि उसने एक बहुत बुरा स्वप्न देखा। सपने में उसने डैनी और वेन्डी की हत्या कर दी और कुल्हाड़ी से उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। जैक अपराधबोध और ग्लानि से भरकर अपना स्वप्न वेन्डी को बताता रहता है कि तभी वेन्डी की दृष्टि डैनी पर जाती है जो बिलकुल गुमसुम-सा उनकी ओर बढ़ रहा है। वेन्डी पहले तो डैनी से कहती है कि वह अपने कमरे में चला जाए लेकिन जब डैनी वेन्डी की बात को अनसुना करते हुए बढ़ना जारी रखता है तो वेन्डी दौड़कर उसके पास पहुँचती है। डैनी के पास पहुँचकर वेन्डी के होश उड़ जाते हैं। डैनी का स्वेटर फटा हुआ है और उसकी गरदन पर खरोंच के निशान दिखाई देते हैं। वेन्डी को न जाने क्यों ये लगता है कि डैनी की यह दशा जैक ने की है। वह जैक पर आरोप लगाती है कि उसी ने डैनी को मारा पीटा होगा। दोस्तों जैसा कि आपको बताया जा चुका है कि केयरटेकर की नौकरी करने से पहले जैक एक शिक्षक हुआ करता था। उस समय वह बड़ा ग़ुस्सैल था और साथ ही ख़ूब शराब भी पीता था। एक बार डैनी ने जैक के कुछ ज़रूरी काग़ज़ बिखेर दिए थे तो जैक ने नन्हें डैनी का हाथ इतनी ज़ोर से खींचा था कि बच्चे के कंधे की हड्डी सरक गई थी। शायद यही कारण है कि वेन्डी इस बार भी डैनी के शरीर पर लगी चोटों का ज़िम्मेदार जैक को मानती है। वेन्डी और डैनी के जाने के बाद जैक अकेला रह जाता है। वह ग़ुस्से से दाँत पीसते हुए राहदारी पर जाता है और गोल्ड रूम में आता है। गोल्ड रूम पूरी तरह से खाली होता है। जैक चुपचाप बारटेंडर वाले काउंटर के सामने जाकर बैठ जाता है। गोल्ड रूम के बार में शराब की कोई बोतल नहीं है। जैक परेशान होकर बैठा हुआ है, और शराब की बोतलों के खाली शेल्फ़ को देखकर कहता है हे भगवान मैं एक ड्रिंक के लिए कुछ भी कर सकता हूँ, काश कि मुझे एक गिलास बीयर मिल जाए तो उसके बदले में मैं अपनी आत्मा भी दे दूँ। जैक यह सब कुछ बार काउंटर पर लगे आईने में अपने चेहरे को देखकर कहता रहता है और ऐसा लगता है कि वह ये सब केवल दर्शकों की ओर देखकर कह रहा है कि अचानक दर्शक देखते हैं एक शैतान-सा दिखने वाला लाल जैकेट पहना हुआ बारटेंडर! अब जैक उस बारटेंडर से बातें करने लगता है। अब शराब की खाली शेल्फ़ शराब की बोतलों से पूरी तरह से भरी हुई है। वह बारटेंडर शायद ओवरलुक में वास करने वाली कोई दुष्टात्मा है जो अब जैक को शराब का लालच देकर उसे फिर से शराबी बनाना चाहती है। जैक उस बारटेंडर लॉयड (जो टर्केल) की आँखों में एक शैतानी चमक है और वह बिना पलकें झपकाए जैक के सवालों का जवाब देता है। वह जैक को उसकी पसंदीदा शराब पेश करता है और जैक उससे अपना दुःख बाँटने लगता है। लॉयड उसकी बातें सुनता रहता है लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दर्शाता। जैक लॉयड की तारीफ़ करता है। वह कहता है कि पूरी दुनियाँ में लॉयड से अच्छा बारटेंडर हो ही नहीं सकता। जैक लॉयड से वेन्डी की शिकायत भी करता है। जैक कहता है कि वेन्डी उसके मन को नहीं समझती, और उस पर झूठा आरोप लगाती है जबकि जैक अपने बेटे को संसार में सबसे ज़्यादा चाहता है। वह लॉयड को उस दुर्घटना के बारे में भी बताता है जिसमें डैनी के कंधे की हड्डी सरक गई थी। वह महज़ एक दुर्घटना थी लेकिन वेन्डी अब तक उसे गुनाहगार मानती है, और डैनी का दुश्मन समझती है।


बदहवास-सी वेन्डी गोल्ड रूम में दाख़िल होती है। वह बेहद डरी हुई है। दर्शक देखते हैं कि गोल्ड रूम अब पहले की तरह खाली है। न तो वहाँ शेल्फ़ में शराब की बोतलें हैं और न ही शराब पेश करने वाला बारटेंडर लॉयड। पूरा गोल्ड रूम वीरान है वहाँ बैठा है अकेला जैक। वेन्डी जैक को बताती है कि वह उस पर आरोप लगाने के लिए क्षमा चाहती है और डैनी ने उसे बताया है कि कमरा नंबर 237 में उसका सामना एक पागल बुढ़िया से हुआ जो बाथटब में थी। उसी बुढ़िया ने डैनी पर हमला किया और उसकी ये दुर्दशा कर दी। वेन्डी जैक से अनुरोध करती है कि वह उस कमरे में जाकर छानबीन करे। जैक को वेन्डी की बात पर विश्वास तो नहीं होता लेकिन फिर भी औपचारिकता के नाते उस कमरे की ओर जाता है।


डिक हालोरान अपने घर में आराम से लेटकर टीवी देख रहा है। उसे कुछ भयंकर दृश्य दिखाई देते हैं। डिक देखता है कि ओवरलुक के लिफ़्ट के खुले दरवाज़े से ख़ून का सैलाब बाहर आ रहा है। उसे डैनी की हालत भी अस्त-व्यस्त-सी दिखाई देती है। यह दृश्य देखकर उसके मन में चिंता समा जाती है। वह कुछ क्षणों के लिए स्तब्ध हो जाता है, फिर वह सुरक्षा दल के अधिकारी से संपर्क कर उससे टॉरेंस परिवार के हालचाल का पता लगाने का अनुरोध करता है।


इधर वेन्डी के कहने पर जैक ख़ुद कमरा नंबर 237 की ओर जाता है। सचमुच उसे कमरे का दरवाज़ा खुला हुआ मिलता है। वह कमरे के अंदर दाख़िल होता है तो बाथरूम में लगे परदे के पीछे उसे किसी का अक्स दिखाई देता है। वह अक्स परदे से बाहर आ जाता है, और जैक को अपने सामने दिखाई पड़ती है एक अनिद्य सुंदरी। भावावेश में जैक स्वयं पर क़ाबू नहीं रख पाता और नशे की हल्की-सी ख़ुमारी में वह यंत्रवत उस सुंदरी के पास चला जाता है। जैक उससे लिपट जाता है, और वह सुंदरी भी उसकी चेष्टाओं का बराबर उत्तर देती है। जैक उससे लिपटे हुए आईने में अपना प्रतिबिंब देखता है, लेकिन आईने में उस सुंदरी का प्रतिबिंब देखते ही जैक के होश उड़ जाते हैं। आईने में जैक को उस सुंदरी की पीठ का माँस सड़ा-गला दिखाई देता है और अचानक ही वह सुंदरी एक भद्दी-सी दिखने वाली बुढ़िया में बदल जाती है जो हँसते हुए उसकी ओर इस अंदाज़ में बढ़ती है मानो उसे अपने साथ मौत की दुनियाँ में ले जाएगी। जैक को अब उस बुढ़िया की सड़ी हुई लाश बाथ टब में पड़ी हुई दिखाई देती है। वह घबराकर पीछे की ओर भागता है और किसी तरह उस कमरे का दरवाज़ा बाहर के बंद करने में सफल होता है। वह बदहवास-सा हो उठता है लेकिन वेन्डी तक पहुँचते-पहुँचते वह अपने होश-ओ-हवास पर काफ़ी हद तक क़ाबू पा लेता है। वेन्डी के पास जाकर जैक कहता है कि वह कमरा नंबर 237 में गया था लेकिन उसे वहाँ कुछ भी नहीं दिखाई दिया। जब वेन्डी डैनी को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करती है तो जैक अधीर-सा हो उठता है और कहता है कि मुद्दत के बाद उसे अपने काम के लिए ऐसी मुनासिब जगह मिली है जहाँ वह शांति से बैठकर अपना लेखन-कार्य कर सकता है और साथ-ही ओवरलुक के प्रति अपना उत्तरदायित्व भी निभा सकता है तो वेन्डी इसमें अड़चन नहीं डाल सकती। वह ग़ुस्से से हाथ पैर पटकता बाहर निकल जाता है और गोल्ड रूम की ओर उसके कदम अनायास ही बढ़ने लगते हैं।


गोल्ड रूम के सामने पहुँचकर जैक को एहसास होता है कि उसका परिवार इस होटल में अकेला नहीं है। जी हाँ। गोल्ड रूम पूरी तरह से सजाधजा है और मेहमानों से भरा हुआ भी है। जहाँ कुछ देर पहले शराब की बोतलों तक का पता न था, जहाँ उस भुतहा बारटेंडर लॉयड के आने से पहले जैक के सिवा कोई न था, वहाँ अब शराब पानी की तरह बह रही है। जैक बिन बुलाए मेहमान की तरह गोल्ड रूम के अंदर प्रवेश कर जाता है और निश्चित ही, वह लॉयड को छोड़ यहाँ और किसी को नहीं पहचानता। इसलिए वह लॉयड की ओर बढ़ जाता है। सारे मेहमान नृत्य करने, शराब पीने, और आनंद उठाने में मस्त हैं। जैक यहाँ ख़ुद को कुछ अजनबी-सा ज़रूर महसूस करता है लेकिन लॉयड तो है न! फिर चिंता कैसी? लॉयड जैक को देखकर ऐसे प्रसन्न हो जाता है जैसे बहुत दिन का भूखा भेड़िया एकाएक अपने शिकार को देखकर प्रसन्न हो जाता है। शायद इस ओवरलुक में बसने वाली आत्माएँ यही चाहती हैं कि जैक फिर से अपनी पुरानी शराबियों-सी जीवन शैली अपना ले। लॉयड उसे देखते ही उसकी फ़रमाइश पूरी करने लगता है। वह जैक का गिलास भरने लगता है। जब जैक कहता है कि उसके पास इसके लिए पैसे हैं तो लॉयड शांति से कहता है जितना चाहो उतना पियो जैक, तुम्हारे पैसे यहाँ नहीं चलने वाले, यह सब कुछ हमारी ओर से, इस होटल की ओर से है। जैक लॉयड की बातें सुनकर ख़ुश हो जाता है। वह इधर-उधर घूमने लगता है। ऐसा लगता है मानो अमरीका में सन् 1900 के मेहमानों की टोली वहाँ आ गई है। उन सब का पहनावा पुराने ज़माने का दिखाई देता है। जैक घूमता रहता है और अचानक एक ड्रिंक सर्व करने वाला वेटर उससे टकरा जाता है और उसकी ट्रे में रखा 'अवाकाडो' जैक पर गिर जाता है। वेटर घबराकर उसका जैक का जैकेट साफ़ करने लगता है और उससे अनुरोध करता है कि वह बाथरूम में चले ताकि जैकेट को अच्छी तरह से साफ़ किया जा सके। जैक उस वेटर की बात मान लेता है।


बाथरूम में पहुँचकर वह वेटर जैक के जैकेट की सफ़ाई करने लगता है और जैक उससे उसका नाम पूछता है। वेटर जैक को अपना नाम ग्रेडी बताता है। उसका नाम सुनते ही जैक उससे पूछ बैठता है कि क्या वह वही ग्रेडी है जो उससे पहले ओवरलुक का केयरटेकर हुआ करता था और उन्माद में अपनी पत्नी और बेटियों की हत्या कर चुका था। वेटर उसके सवाल का जवाब ना में देता है। वह कहता है कि उसे ऐसा कुछ भी याद नहीं आता। जैक उसे याद दिलाने का प्रयास करता है और यहाँ तक कहता है कि उसने ग्रेडी की फ़ोटो अख़बार में छपी देखी थी, जब उसने अपनी पत्नी और बेटियों की हत्या कर दी थी और फिर ख़ुद को गोली मार ली थी। ग्रेडी को कुछ भी याद नहीं है। वह जैक से कहता है कि मैं नहीं तुम यहाँ के केयरटेकर हो, और हमेशा से तुम्हीं इस होटल के केयरटेकर रहे हो। सच तो यह है दोस्तों कि ओवरलुक एक शापित स्थान है। वहाँ रेड इंडियनों के क्रूर संहार के बाद हत्याओं का एक सिलसिला-सा शुरु हो गया। कई सालों से वही हत्याओं का क्रम चला आ रहा है। इस होटल में अभिशप्त आत्माओं का बसेरा है और व्यक्ति को अकेला पाकर ये आत्माएँ उसकी सूझबूझ पर पर्दा डाल देती थीं जिससे वह व्यक्ति कुछ भी और न बनकर एक हत्यारा बन जाता था। फ़िल्म देखकर तो यही लगता है कि ग्रेडी ओर जैक एक ही सिक्के के दो पहलू हैं कभी हत्यारा ग्रेडी के रूप में उभरता है तो कभी जैक के रूप में। ग्रेडी के रूप में मौजूद, होटल की एक दुष्टात्मा बातों-बातों में जैक का मज़ाक उड़ाती है। उसका कहना है कि डैनी, जिसे जैक एक छोटा बच्चा समझता है, वह एक विशिष्ट प्राकृतिक वरदान प्राप्त बच्चा है और वह भविष्य में झाँक सकने की अपनी शक्ति का जैक की इच्छा के विरुद्ध इस्तेमाल कर रहा है, और इस तरह वह होटल के कुक डिक से संपर्क कर रहा है। ग्रेडी रंगभेद का भी समर्थक लगता है क्योंकि वह कुक डिक की बात निकलने पर वह उसे निगर कहकर संबोधित करता है। ग्रेडी जैक से कहता है कि वह (जैक) ओवरलुक के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को ठीक से नहीं निभा रहा है। ग्रेडी बताता है कि किस तरह जब उसकी पत्तनी और दो छोटी बेटियों ने उसके काम में रोड़े डालने का प्रयास किया था तो उसने उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे, और ग्रेडी के शब्दों में कहें तो उसने अपनी पत्नी और बेटियों को ठीक कर दिया था। जैक पूरी तरह ग्रेडी की आत्मा के वशीभूत हो जाता है, और कुछ करने की ठान लेता है। जैक की ज़िद के आगे बेबस वेन्डी सुरक्षा दल को यह जानकारी देना चाहती है कि यदि जैक उनके साथ नहीं जाएगा तो केवल वह और डैनी होटल छोड़ जाएंगे। डैनी कमरे में Redrum कहता जा रहा है, और ऐसा लगता है कि उसे आने वाले ख़तरे का पूर्वाभास हो रहा है। इस बीच जैक होटल के संचार कक्ष में जाकर वहाँ लगे रेडियो को बेकार कर देता है।


8 AM (प्रातः आठ बजे)

कुक डिक हालोरान ने सुरक्षा दल से अनुरोध किया था कि वे टॉरेन्स परिवार की खोज-ख़बर लें, लेकिन जब सुरक्षादल उनसे संपर्क करने में विफल हो जाता है तो डिक ओवरलुक की यात्रा पर चल पड़ता है।

इस बीच वेन्डी जैक के लाउंज में आती है। यह वही जगह है जहाँ जैक बैठे-बैठे टाइप-राइटर पर अपना लेखन-कार्य करता है। वहाँ जैक की अब तक की बनाई हुई पांडुलिपियाँ रखी हैं। वेन्डी यह जानने की इच्छुक लगती है कि जैक ने आख़िर अब तक क्या काम किया है, जिसका हवाला वह दिन-रात देता रहता है। मेज़ पर रखी पांडुलिपियों के पन्ने उलटते-उलटते वह थर-थर काँपने लगती है। उसका मन किसी अज्ञात भय की आशंका से भर उठता है। वह देखती है कि हज़ारों पृष्ठ की पांडुलिपि में केवल एक ही वाक्य All work and no play makes Jack a dull boy.अलग-अलग ढंग से, विभिन्न रूपों से, अलग-अलग शैलियों से टाइप किया गया है। तो यह था वह काम जिसकी दुहाई जैक दिन-रात दिया करता था! इसी बीच जैक वहाँ आ धमकता है। वह चेहरे पर क्रूर हँसी लिए वेन्डी की ओर बढ़ने लगता है। वेन्डी डरकर सीढ़ियों पर पीछे हटने लगती है और जैक से कहती है कि डैनी को किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाने की ज़रूरत है। जैक चिढ़-सा जाता है और उसे लगता है कि वेन्डी नाटक कर रही है, वह केवल होटल छोड़कर जाने के लिए उसे (जैक को) राज़ी करने को ऐसा कह रही है। जैक वेन्डी पर आरोप लगाता है कि वह उसकी ज़िम्मेदारियों को नहीं समझती उसका भविष्य तबाह करने पर तुली हुई है, और सिर्फ़ उसी के कारण वह अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा नहीं पा रहा है। वैन्डी के हाथ में एक बेसबॉल वाला बैट है, वह उसी से अपनी रक्षा करने का प्रयास करती है। जैक की धमकियों से वह पहले ही इतनी डर चुकी है कि उसके पास आत्मरक्षा के अलावा कोई चारा नहीं है। बहस के दौरान वेन्डी जैक को बैट से चोट पहुँचाती है, और जैक सीढ़ियों से लुढ़क कर नीचे गिर पड़ता है और अपने होश खो बैठता है। वेन्डी जैक को घसीटते हुए होटल के भंडारगृह में लेकर आती है, और जैक को वहाँ बंद कर देती है। उसका मन डैनी को लेकर बाहर निकल जाने का है। बंद जैक वेन्डी से गुहार करने लगता है कि वह उसे कमरे से बाहर निकलने दे। वह कहता है कि ग़लती से ही सही लेकिन बैट बहुत ज़ोर-का पड़ा था, और उसे चक्कर आ रहे हैं। वेन्डी को अब जैक की बातों का विश्वास नहीं रहा इसलिए वह कहती है कि वह और डैनी स्नो-कैट से बाहर जाएंगे और किसी डॉक्टर को लेकर वापस आएंगे। वेन्डी जैक को कदापि बाहर निकालना नहीं चाहती। बंद जैक हँसने लगता है, और कहता है कि वे कहीं नहीं जा सकते क्योंकि उसने स्नोकैट बेकार कर दी है। वेन्डी बाहर जाकर स्नोकैट की जाँच करती है और पाती है कि जैक झूठ नहीं बोल रहा था। उसने सचमुच स्नोकैट के डिस्ट्रीब्यूटर के तार काट दिए हैं।


4 PM (शाम 4 बजे)

भंडारगृह में बंद जैक को बाहर ग्रेडी की गूंजती हुई आवाज़ सुनाई देती है। ग्रैडी उससे अप्रसन्न है और उसका मज़ाक उड़ाता है कि उसकी पत्नी और बेटा उससे ज़्यादा चालाक निकले। वे लोग भागने में सफल हो गए और जैक यहीं रह गया। जैक ग्रेडी से प्रार्थना करता है कि यदि उसे एक मौक़ा और दिया जाए तो यह साबित हो जाएगा कि वह इतना कमज़ोर नहीं है जितना ग्रेडी और ओवरलुक में रहने वाली अन्य आत्माएँ उसे समझते हैं। जैक के अनुरोध पर कोई अज्ञात शक्ति भंडारगृह का दरवाज़ा खोल देती है और जैक आज़ाद हो जाता है। जैक आज़ाद हो चुका है इस बात से अनजान वेन्डी अपने कमरे में आराम कर रही है। डैनी लगातार विचित्र-सी आवाज़ में Redrum का उच्चारण कर रहा है। वह वेन्डी की लिप्स्टिक से दरवाजे़ पर "Redrum" लिख देता है, और ज़ोर-ज़ोर से "Redrum" "Redrum" चिल्लाने लगता है। वेन्डी की आँख खुल जाती है और वह आईने में दरवाज़े पर लिखे "Redrum" को देखती है जो उसे ठीक उल्टा यानी Murder दिखाई देता है। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाए पागल जैक एक कुल्हाड़ी लेकर उनके कमरे का दरवाज़ा तोड़ने का प्रयास करने लगता है।


इधर कुक डिक हालोरान अभी-भी ओवरलुक के रास्ते पर है। बर्फ़ का तूफ़ान ज़ोरों पर है और इस भयावनी निस्तब्धता और प्रगाढ़ अंधकार में डिक आशंकित-सा स्नोकैट में ओवरलुक की ओर चला जा रहा है। वेन्डी बदहवास-सी होकर खिड़की से किसी तरह डैनी को कमरे से बाहर निकालने में सफल हो जाती है, लेकिन ख़ुद बाहर नहीं निकल पाती उधर जैक दरवाज़े पर लगातार कुलहाड़ी से प्रहार कर उसे तोड़ डालता है फिर वह जैसे ही कुंडी खोलने के लिए दरवाज़े के अंदर हाथ डालता है, वेन्डी उसके हाथ पर चाक़ू से वार करती है। जैक दर्द से बिलबिला उठता है, लेकिन अपना इरादा नहीं बदलता। वेन्डी को अब अपनी मौत दिखाई दे रही है। ठीक उसी समय कुक डिक हालोरान के स्नोकैट की आवाज़ सन्नाटे को भंग करती हुई पास आती प्रतीत होती है। बचने की आशा से वेन्डी चीखने-चिल्लाने लगती है। डिक होटल के अंदर प्रवेश करता है, और टॉरेंस परिवार की खोज करने लगता है कि तभी जैक हाथ में कुल्हाड़ी लिए उस पर झपट पड़ता है और कुल्हाड़ी का एक वार होते ही डिक फ़र्श के कालीन पर गिर पड़ता है और दम तोड़ देता है। जैक को डिक की मृत्यु में अपनी विजय दिखाई देती है। वह लंगड़ाते कदमों से डैनी की तलाश में निकलता है। डैनी उसे देखकर दूर भागने लगता है और भागते-भागते उस विशाल भूलभुलैया के भीतर घुस जाता है। अंदर का माहौल बेहद डरावना है। भूलभुलैया की झाड़ियों के निचले हिस्से में लाइटें जल रही हैं, और उनके प्रकाश में एक बार डैनी के नन्हें पैर और एक बार पीछा करते जैक की वहशी चाल दिखाई देती है। बर्फ़ का तूफ़ान अब भी नहीं रुका है और बर्फ़ सर्वत्र बिखरी पड़ी है। होटल के अंदर वेन्डी को कुछ भयानक दृश्य दिखाई देते हैं। वह फ़र्श पर डिक की लाश देखती है, और देखती है कि ग्रेडी, जिसका चेहरा रक्त-रंजित है वह उसे जाम पेश करता है और कहता है कितनी अच्छी पार्टी है। वह होटल के भूतपूर्व मेहमानों की भी झलक देखती है जिनके कंकाल अभी-भी अलग-अलग जगहों पर बैठे उसी की तरफ़ देख रहे हैं। वेन्डी देखती है कि लिफ़्ट का दरवाज़ा खुल जाता है और उसमें से रक्त का सैलाब बाहर आने लगता है। ये सब ऐसे दृश्य हैं जिनकी कल्पना वेन्डी ने कभी नहीं की थी। वह डैनी की सुरक्षा को लेकर और चिंतित हो जाती है और उसे ढूँढ़ने निकल पड़ती है।


बर्फ़ में डैनी के कदमों के निशानों का पीछा करते हुए जैक उसे ढूँढ़ने की कोशिश कर रहा है लेकिन डैनी थोड़ा अधिक चालाक है। वह एक जगह दुबकने से पहले बर्फ़ में पड़े अपने कदमों के निशानों की ठीक विपरीत दिशा में अपने पैरों से निशान बना देता है, और जैक उन निशानों का पीछा करते हुए भूलभुलैया में भटक कर रह जाता है। अपनी तीक्ष्ण बुद्धि का प्रयोग कर डैनी उस भूलभुलैया से बाहर निकल जाता है। बाहर उसे वेन्डी मिलती है जो उसी की चिंता में बदहवास-सी इधर-उधर घूम रही थी। वह डैनी को देखते ही उससे लिपट जाती है और वे दोनों डिक हालोरान की छोड़ी हुई स्नोकैट से भाग निकलने में सफल हो जाते हैं। जैक भूलभुलैया में फँसकर रह जाता है और अपनी असफलता पर ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगता है। सुबह के समय तूफ़ान थम गया है। हम देखते हैं कि जैक अपने लक्ष्य में सफल नहीं हो सका, वह भूलभुलैया से बाहर निकलने का रास्ता नहीं खोज सका और बर्फ़ीली हवा और ठंड ने उसकी जान ले ली। दर्शक उसकी जमी हुई लाश देखते हैं। फ़िल्म के अंतिम दृश्य में एक बॉल डांस की एक तस्वीर दिखाई जाती है जिस पर 4th July 1921 लिखा हुआ है। मेहमानों के झुंड में हमें कहीं पर जैक का भी चेहरा दिखाई देता है, जो साबित करता है कि ओवरलुक सचमुच अभिशप्त जगह है और मरने-मारने का यह क्रम हमेशा जारी रहेगा।


समीक्षा:

यह फ़िल्म मुख्य रूप से एक ऐसे शाप का वर्णन करती है जो ओवरलुक के तैयार होने से लेकर अब तक चला रहा है। ओवरलुक के निर्माण के समय में रेड इंडियन्स की भावनाओं की कोई क़ीमत नहीं की गई थी। उन्हें जबरन उनके स्थान से विस्थापित किया गया और विस्थापित करना तो एक तरफ़ उन्हें बेवजह मार डाला गया। इस शाप का मूल उस रेड इंडियन संस्कृति के मूल में कहीं पर छिपा है, जिसका दमन श्वेत नस्ल के लोगों ने अपने निजी स्वार्थों के कारण किया। सच है, यदि इंसान को इंसान समझ कर मात्र उसे अपनी स्वार्थ सिद्धी का एक ज़रिया मान लिया जाए तो यह तो पाशविक कृत्य होगा। उसी पाशविक वृत्ति की छाप हमें जैक और ग्रेडी जैसे कमज़ोर इंसानों में दिखाई देती है। ग्रेडी का डिक को 'निगर' कहना इस बात का द्योतक है कि समाज में असमानता बरक़रार है और चाहकर भी हम ऐसे लोगों की कुत्सित मानसिकता को नहीं बदल सकते जो इंसान की पहचान केवल उसके रंग के आधार पर करते हैं. पुराने समय में राजा हुआ करते थे, वे अपने सैनिकों को अपने बस में करने का एक तरीक़ा अपनाया करते थे। वे जानबूझ कर उन्हें कमज़ोर कहा करते थे ताकि वे इस शब्द से बचने के लिए अपने परिवार का परित्याग कर दें। राजा अपने निजी स्वार्थों के लिए अर्थविहीन तथा पूर्णतः आश्रित लोगों को अपनी फ़ौज में भरती करते थे और बार-बार उन्हें यह शिक्षा दी जाती थी कि उनका उनके परिवार से कोई प्रयोजन नहीं है, और यदि वे अपने परिवार के बारे में कोमल भावनाएँ रखते हैं तो वे कायर हैं। राजा की स्वार्थ सिद्धी और साम्राज्य विस्तार की कुत्सित लालसा को देशभक्ति के रूप में इन सैनिकों के समक्ष परोसा जाता था, जिसे उन्हें चाहते हुए भी स्वीकार करना पड़ता था और इस तरह वे अपने परिवार और पारिवारिक हितों से कोसों दूर चले जाते थे और केवल राजा की कठपुतली बनकर रह जाते थे। जैक और ग्रेडी भी ऐसे ही कमज़ोर इंसान हैं जो अपने आश्रितों पर अत्याचार कर प्रसन्नता का अनुभव करते हैं। अपनी झूठी और बेकार की निष्ठा साबित करने के लिए अपने आश्रितों की हत्या करना वे गौरव की बात समझते हैं। स्टैनली क्यूब्रिक ने सफलतापूर्वक सूक्ष्म रूप से इस मानव मानसिकता का विश्लेषण किया है और निश्चय ही वे इसे इस फ़िल्म के माध्यम से प्रदर्शित करने में सफल हुए हैं।