Wednesday, November 5, 2008

The Ring - 2002




द रिंग

रिलीज़ वर्ष - 2002
निर्देशक - गोर वर्बिन्स्की
निर्माता - वॉल्टर एफ़. पार्कस, रॉय ली, लॉरी मैक्डॉनल्ड, माइकल मकारी
कलाकार - नओमी वॉट्स, डेवी चेज़. मार्टिन हेंडरसन, डेविड डॉर्फ़मैन, ब्रायन कॉक्स, जेन अलेक्ज़ेंडर, लिंडसे फ़्रॉस्ट, एम्बर टैम्बलिन, रेचल बेला, शैनन कॉचरन

'द रिंग' वर्ष 2002 में बनी हॉरर फ़िल्म है जो जापानी हॉरर फ़िल्म 'रिंगु' का रीमेक है। 'रिंगु' जापान में वर्ष 1998 में बनी एक हॉरर फ़िल्म थी, जिसने सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किए। वैसे मैंने इस फ़िल्म के दोनों ही संस्करण देखें हैं और सच कहूँ तो मुझे रीमेक वाला संस्करण इसके मूल संस्करण (जापानी संस्करण) से बेहतर लगा। कारण था, इसकी उन्नत फ़ोटोग्राफ़ी, सीजीआई ग्राफ़िक्स, और परिचित चेहरे। इस फ़िल्म के निर्माण में 48 मिलीयन डॉलर की राशि ख़र्च की गई लेकिन फ़िल्म ने लगभग 2 करोड़ डॉलर का व्यवसाय किया। इससे साबित होता है कि फ़िल्म व्यावसायिक दृष्टिकोण से सफल हुई। इस फ़िल्म में मुख्य भूमिकाएँ निभाने वाले कलाकार नओमी वॉट्स और मार्टिन हेंडरसन मंजे हुए कलाकार हैं। साथ ही उन दोनों की जोड़ी बहुत अच्छी लगती है। फ़िल्म की कहानी एक अभिशप्त वीडियो टेप के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे देखनेवाला व्यक्ति 7 दिनों में मर जाता है। इस वीडियो टेप में विचलित करने वाले कुछ दृश्य हैं जिन्हें देखकर दिमाग़ एक अजीब-से जगत में पहुँच जाता है। यह वीडियो टेप कैसे अस्तित्व में आया इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन इतना ज़रूर है कि फ़िल्म में एक रिपोर्टर की भूमिका निभाने वाली नओमी वॉट्स इस टेप के मूल स्थान का पता लगाने में सफल हो जाती है। इस बीच उसे किन मानसिक परिस्थितियों से गुज़रना पड़ता है, उस अभिशप्त वीडियो टेप का शाप किस प्रकार झेलना पड़ता है, और अपनी ज़िंदगी बचाने के लिए किस तरह संघर्ष करना पड़ता है आइए पढ़ें।

कथा-संक्षेप

फ़िल्म की शुरुआत में दो हाईस्कूल की लड़कियों केटी (एम्बर टैम्बलिन) और बेका (रेचल बेला) को दिखाया जाता है। रात का समय है और केटी के माँ-बाप कहीं बाहर गए हुए हैं। केटी और बेका साथ बैठकर टीवी देखने से बोर हो जाती हैं, और फिर टीवी बंद कर देती हैं। बातो-बातों में बेका केटी से एक वीडियो टेप का ज़िक्र करती है जिसे देखनेवाला व्यक्ति 7 दिनों में मर जाता है। बेका बताती है कि देखनेवाला टेप देखता है, और उसके कुछ देर बाद एक फ़ोन आता है। फ़ोन करने वाला व्यक्ति कहता है कि तुम्हारे पास 7 दिन हैं। किसी को पता होता है कि आपने वह टेप देख ली। केटी कहती है कि उसने पिछले सप्ताह यह फ़िल्म अपने दोस्तों के साथ तब देखी थी जब वे छुट्टियाँ मनाने के उद्देश्य से शेल्टर माउन्टेन इन नामक पर्वतीय होटल के एक केबिन में गए थे। केटी बताती है कि वहाँ टीवी के प्रोग्राम स्पष्ट नहीं आते थे इसलिए वहाँ के प्रबंधन ने वीडियो प्लेयर रखा हुआ था। उसके मित्र कोई फ़ुटबॉल गेम देखना चाहते थे लेकिन उन्होंने फ़ुटबॉल गेम का वीडियो कैसेट समझ कर जिस कैसेट को चलाया था उसमें कुछ और था। केटी यह सब बताते-बताते अचानक ऐसी हरकतें करने लगती है, जैसे कोई अदृश्य शक्ति उसका गला घोंट रही हो। बेका एक क्षण के लिए डर जाती है लेकिन जब उसे पता चलता है कि केटी मज़ाक कर रही थी तो वह उस पर अपना कृत्रिम ग़ुस्सा उतारती है। कुछ देर में कमरे के बाहर रखा फ़ोन बजने लगता है। केटी और बेका दोनों बाहर आते हैं। बेका फ़ोन उठाती है और केटी को देती है और ख़ुद हँसते हुए ऊपर कमरे में चली जाती है।फ़ोन केटी की माँ ने किया है, वह केटी से उसका हालचाल पूछती है और उसे ख़ुद का ख़याल रखने को कहती है। फ़ोन हाथ में लिए-लिए केटी देखती है कि ड्राइंग रूम में रखा टीवी अपने आप चलने लगता है। केटी घबराकर देखती है तो वहाँ कोई नहीं बैठा होता है। केटी रिमोट से टीवी तुरंत बंद कर देती है और घबरा कर पलटती है कि तभी टीवी फिर से चालू हो जाता है। केटी भीतर से बेहद डर जाती है। वह झपटकर टीवी का तार निकाल देती है और टीवी बंद हो जाता है लेकिन बंद टीवी के स्क्रीन पर उसे एकाएक कुछ लहराता हुआ दिखता है। केटी इसे अपना वहम समझकर ऊपर चली जाती है। अपने कमरे के पास पहुँचने पर उसे फ़र्श पर पानी फैला नज़र आता है। वह आशंका से भर उठती है और धीरे-से से दरवाज़े का हैंडल घुमाती है। अंदर का दृश्य कुछ ऐसा होता है कि केटी के मुँह से भयानक चीख़ निकल जाती है। उसके बाद सीन समाप्त हो जाता है।

रेचल केलर (नओमी वॉट्स) एक बहुत ही योग्य प्रेस-रिपोर्टर है। वह अपने छः वर्षीय बेटे एडन केलर (डेविड डॉर्फ़मैन) को लेने स्कूल आती है। एडन गुमसुम रहने वाला बच्चा है, रेचल को माँ न कहकर रेचल कहता है और बहुत कम बोलता है। जब रेचल उसे लेने आती है तो वह क्लास में अकेला बैठा ड्रॉइंग करता रहता है। रेचल को देखते ही वह अपना बस्ता समेटकर खड़ा हो जाता है और रेचल से कहता है कि वह बाहर कार में उसका इंतज़ार करेगा। एडन की टीचर रेचल से कुछ बात करना चाहती है। टीचर उसे एडन की आदतों के बारे में बताती है। रेचल समझती है कि टीचर को लगता है रेचल एडन का ठीक से ख़याल नहीं रख पाती। केटी रेचल की बहन की लड़की थी, और वह एडन के काफ़ी करीब थी। वे दोनों दोस्त की तरह रहा करते थे। केटी की मौत से एडन को सदमा लगा है। टीचर कहती है कि एडन ने कुछ अजीब-से चित्र बनाए हैं। वह चित्र रेचल को दिखाती है। एडन ने एक चित्र बनाया है जिसमें एक लड़की ज़मीन के अंदर सोई हुई है। साफ़ है कि उसने चित्र में उस लड़की को मरा हुआ दिखाया है। रेचल टीचर से कहती है कि केटी के जाने से एडन ख़ुद को अकेला महसूस करता है, और शायद इसलिए उसने ऐसे कुछ चित्र बनाए होंगे और यह कि केटी को मरे अभी केवल 3 ही दिन बीते हैं और इतने कम समय में एडन उसे नहीं भूल सकता। टीचर कहती है कि भले ही केटी 3 दिन पहले मरी होगी, लेकिन एडन ने वह चित्र लगभग एक सप्ताह पहले बनाया था। रेचल को आश्चर्य होता है लेकिन वह उसे टीचर के समक्ष नहीं दर्शाती।

रात को सोने से पहले एडन रेचल से पूछता है, “रेचल क्या हम जान सकते हैं कि हमारी मौत कब होने वाली है?” रेचल यह सवाल सुनकर हैरत में पड़ जाती है और कहती है, “नहीं यह कोई नहीं जानता, लेकिन तुम क्यों पूछ रहे हो?” जवाब में एडन फिर सवाल करता है, “क्या तुम जानती हो कि मैं कब मरने वाला हूँ?” रेचल कहती है, “अभी तुम्हारे पास बहुत समय है और तुम्हें ऐसी बातें सोचने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि कोई नहीं जानता कि मौत कब आने वाली है।” एडन कहता है, “केटी जानती थी कि वह मरने वाली है।” रेचल पूछती है, “क्या उसने ख़ुद तुमसे ऐसा कहा था?” एडन जवाब देता है, “नहीं, उसने कहा था कि उसके पास वक़्त बहुत कम है।” और इस जवाब के साथ ही एडन रेचल को ‘गुडनाइट’ कह देता है।

अगली शाम वे केटी की अंत्येष्टि के बाद उसके घर जाते हैं। केटी के घर का माहौल बहुत ग़मग़ीन है, और उसके सभी रिश्तेदार व दोस्त उसकी अंत्येष्टि के बाद वहाँ इकट्ठा हुए हैं। रेचल की बहन बेहद दुःखी है क्योंकि केटी नहीं रही। उसे समझ नहीं आ रहा कि डॉक्टरों ने उसकी मौत का कारण हार्ट-अटैक बताया है लेकिन उसने पहले कभी-भी ऐसा नहीं सुना या देखा था कि कोई 16 वर्ष की लड़की हृदयगति रूक जाने से मरी हो। वह केटी को बताती है कि उसने केटी की लाश देखी थी और उसका चेहरा बेहद विकृत हो चुका था। वह रेचल से अनुरोध करती है कि वह केटी की मौत के असली कारण का पता लगाए। रेचल पहले तो कुछ समझ नहीं पाती लेकिन फिर वह इस केस को अपने हाथों में लेने का मन बना लेती है। घर से बाहर आकर रेचल अपनी खोजबीन शुरु करती है। पहले वह केटी के कुछ मित्रों से मिलती है, जो उसे बताते हैं कि केटी का ब्वॉयफ़्रेंड जॉस भी उसी रात मरा था जिस रात केटी की मौत हुई थी। केटी के दोस्त किसी वीडियो टेप के बारे में बताते हैं जिसे देखनेवाला इंसान 7 दिनों में मर जाता है। उसे यह भी पता चलता है कि केटी की सहेली बेका, जो हादसे वाली रात को केटी के साथ थी, वह भी किसी मानसिक चिकित्सालय में शिफ़्ट कर दी गई है। शायद उसने कुछ ऐसा देखा था जिसके कारण वह पागल होने की कगार तक पहुँच गई थी। रेचल उनसे और जानकारियाँ लेने लगती है। इस बीच एडन केटी के कमरे में जाकर उसे याद करता रहता है। कुछ देर बाद रेचल एडन को लेने वहाँ आती है और केटी के कमरे मे रखा सामान उलट-पलट कर देखने लगती है ताकि इस दुर्घटना का कोई सुराग मिल सके। उसे फ़ोटो लैब की एक रसीद मिलती है जो शायद केटी को उस फ़ोटो लैब से मिली थी जहाँ उसने शेल्टर माउंटेन इन में उतारे गए फ़ोटो धुलने को दिए थे। रेचल को एक मैगज़ीन भी मिलती हैं, जिसमें लड़कियों की फ़ोटो हैं, और हर फ़ोटो को चेहरे को पेन से गोद दिया गया है।

अगली सुबह रेचल उस फ़ोटो लैब में जाती है जहाँ केटी ने फ़ोटो धुलने को दिए थे। सारे फ़ोटो में केटी और उसके मित्र दिखाई देते हैं, लेकिन एक फ़ोटो ऐसी है जिसमें लोगों के चेहर भद्दे-से और तोड़े-मरोड़े हुए दिखाई देते हैं। रेचल को लगता है कि तस्वीर साफ़ नहीं आई होगी। उसी दिन वह शेल्टर माउंटेन इन की ओर चल पड़ती है। शेल्टर माउंटेन इन पहाड़ों पर बिलकुल एकांत में स्थित एक कॉटेज होटल है। लोग आबादी से दूर घने जंगल व पहाड़ों पर बसी इसी छोटी-सी सैरगाह में आते हैं। यहाँ लकड़ी से बने कई केबिन हैं जिनमें बुनियादी सुविधाओं के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं है। रेचल यहाँ पहुँचकर रिसेप्शन पर बैठे आदमी से कुछ देर बातें करती है, और केटी व उसके दोस्तों के बारे में पूछती है। रिसेप्शन पर बैठा आदमी उसे बताता है कि उन लोग हफ़्ते भर पहले आए थे और केबिन नंबर 12 में ठहरे थे। वह आदमी बताता है कि यहाँ क्योंकि टीवी सिग्नल अच्छा नहीं होता इसलिए शेल्टर माउंटेन इन के प्रबंधन विभाग ने हर केबिन में वीडियो की सुविधा उपलब्ध करवा रखी है। और बहुत-से लोग तो देखने के बाद वीडियो टेप केबिन में ही छोड़ कर चले जाते हैं। रेचल कुछ और सुराग ढूँढ़ने की इच्छा से केबिन नंबर 12 में रुकने की इच्छा जताती है और वीडियो कैसेट की शेल्फ़ की ओर बढ़ जाती है। वह वहाँ वीडियो कैसेट देखने लगती है कि तभी उसे एक वीडियो टेप दिखाई देता है जिस पर किसी प्रकार का कोई नाम, या लेबल नहीं होता। रेचल वह वीडियो टेप चुपचाप अपने पर्स में रख लेती है, और फिर केबिन नंबर 12 में आ जाती है। केबिन के अंदर पहुँचकर रेचल वह वीडियो टेप चलाती है, पहले तो टीवी स्क्रीन पर कुछ नहीं आता लेकिन फिर एकाएक अजीब-से दृश्य उभरने लगते हैं। आप भी यह टेप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।

http://in.youtube.com/watch?v=pRX-Qgj9WsQ

टेप देखते-देखते रेचल की आँखों की पुतली भय, आशंका, व हैरत से फैल जाती हैं। इससे पहले कि वह कुछ फ़ैसला कर पाती, उसके केबिन में रखे फ़ोन की घंटी बज उठती है। रेचल फ़ोन उठाती है लेकिन उसे दूसरी ओर से एक छोटी बच्ची की आवाज़ सुनाई देती है, जो रेचल से कहती है “सात दिन”, और फ़ोन कट जाता है। रेचल को लगता है कि किसी ने यह भद्दा मज़ाक किया होगा और यह कॉल किसी ने आसपास से की होगी। वह केबिन से तुरंत बाहर निकलकर आती है, लेकिन बाहर सिवाय वीराने और जंगल के फैले हुए धुंध-भरे सन्नाटे के अलावा कोई नहीं है। रेचल के पास अब वापस लौटने के अतिरिक्त कोई चारा नहीं है।

अब हम देखेंगे कि अगले 7 दिनों में रेचल के साथ कौन-कौन सी घटनाएँ हुईं:

पहला दिन (गुरुवार)

घर वापस आकर रेचल फिर से वह टेप देखती है और अपने भूतपूर्व पति नोआह (मार्टिन हेंडरसन) को फ़ोन करती है। नोआह वीडियो एक्सपर्ट है और वह रेचल को इस टेप के बारे में महत्वपूर्ण सूचनाएँ दे सकता है। रेचल और नोआह पहले पति-पत्नी थे, और एडन उन्हीं की संतान है। कुछ आपसी मतभेदों के चलते दोनों अब पति-पत्नी की तरह नहीं रहते लेकिन उनके संबंध अभी-भी दोस्ताना हैं। रेचल उस वीडियो टेप के बारे में नोआह को बताने लगती है। नोआह को विश्वास नहीं होता तो रेचल नोआह से अपनी फ़ोटो उतारने के लिए कहती है। नोआह फ़ोटो तो बिलकुल सही उतारता है लेकिन वह फ़ोटो भद्दी-सी आती है। फ़ोटो में रेचल का चेहरा ठीक उसी प्रकार तोड़ा-मरोड़ा हुआ दिखाई देता है, जैसा रेचल ने केटी और उसके दोस्तों की फ़ोटो में देखा था। रेचल के कहने पर नोआह उससे उस वीडियो की पूरी कहानी सुनता है और फिर स्वयं उस टेप को देखने की इच्छा प्रकट करता है। रेचल के मना करने पर भी नोआह नहीं मानता और वह वीडियो टेप देख ही लेता है। वह रेचल से उस टेप की एक कॉपी बनाकर देने को कहता है ताकि उस टेप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिल सकें। नोआह के वीडियो देखने के बाद रेचल का फ़ोन बजता है, लेकिन रेचल डर के मारे उसे रिसीव नहीं करती। उस अज्ञात व्यक्ति ने अपना संदेश आंसरिंग मशीन पर भी छोड़ रखा है।

दूसरा दिन (शुक्रवार)

रेचल नोआह के स्टूडियो जाती है और दोनों मिलकर उस वीडियो टेप का मुआयना करने लगते हैं। रेचल नोआह से उस वीडियो के उद्गम का पता लगाने को कहती है, लेकिन उस टेप में ऐसा कुछ है जिसके कारण नोआह जैसा वीडियो विशेषज्ञ भी वीडियो के उद्गम स्थान का पता नहीं लगा सकता। वह रेचल को बताता है कि इस वीडियो टेप में ट्रैकिंग कोड मौजूद नहीं है, जिसके आधार पर किसी वीडियो के उद्गम स्थान का पता लगाया जाता है। उस बीच नोआह की एक मित्र बेथ आ जाती है। नोआह कहता है कि वे बेथ के सामने अपना काम जारी रख सकते हैं लेकिन रेचल ऐसा नहीं चाहती और वीडियो लेकर बाहर निकल जाती है। बाहर निकलकर उसे एक लंबी सीढ़ी नज़र आती है और उसे याद आता है कि वीडियो में एक लंबी सीढ़ी भी दिखाई गई थी। न चाहते हुए भी उसका दिमाग़ वीडियो की उन छवियों को उसके विचारों से अलग नहीं कर पाता।

तीसरा दिन (शनिवार)

अगले दिन रेचल बेका से मिलने मानसिक रोगियों के अस्पताल जाती है। बेका अब इतनी डरी हुई है कि वह टीवी को आँख भरकर देखना भी नहीं चाहती। रेचल उससे केटी की मृत्यु का कारण पूछती है और जवाब में बेका रेचल का हाथ अपने हाथों में लेकर कहती है कि चार दिनो में उसे ख़ुद पता चल जाएगा कि केटी कैसे मरी थी। रेचल अपने ऑफ़िस के लैब में जाकर उस टेप की गहन छानबीन करने लगती है। रेचल को उन छवियों में एक लाइट हाउस नज़र आता है।

चौथा दिन (रविवार)

रेचल लाइब्रेरी जाकर उस लाइट हाउस के बारे में पता लगाने का प्रयास करती है। बहुत-सी किताबें खंगालने के बाद उसे एक पुरानी किताब में उस लाइटहाउस के बारे में जानकारी मिलती है। वह लाइट हाउस मोएस्को द्वीप में है। रेचल को उन छवियों में एक बाल सँवारती महिला की छवि नज़र आती है, रेचल उसके बारे में भी इंटरनेट पर पता लगाती है तो पता चलता है कि वह तस्वीर एना मॉर्गन (शैनन कॉचरन) नामक औरत की है। एना मॉर्गन और उसका पति रिचर्ड मॉर्गन कभी मोएस्को द्वीप के सबसे धनी लोग माने जाते थे। उनका घोड़ों का फार्म था जहां वे उन्नत नस्ल को घोड़े तैयार करते, और जगह-जगह सप्लाई करते। उनके घोड़े देश-विदेश में निर्यात किए जाते थे। वीडियो में रेचल को मरे हुए घोड़े दिखते हैं, और वीडियो के आख़िर-आख़िर में एना मार्गन किसी ऊँची पहाड़ी से नीचे कूदकर आत्महत्या करती दिखाई देती है।

पाँचवाँ दिन (सोमवार)

रेचल पर वीडियो देखने का असर हो रहा है और उसका मन बार-बार कुछ अजीब-से अहसासों से भरने लगता है। वीडियो में उसे एक मक्खी की छवि नज़र आती है। उसे पहले तो लगता है कि मक्खी टीवी के अंदर है, लेकिन जब वह मक्खी को हाथ से छूती है तो पाती है कि मक्खी असली है, और वह उस मक्खी को अंगुली और अंगूठे की बीच रखकर देखने लगती है। उसे समझ नहीं आता कि यह क्या गोरखधंधा है, अचानक उसकी नाक से ख़ून निकलने लगता है। नोआह को भी भयानक अहसास सता रहे हैं, और उसे भी अपना चेहरा कैमरे पर तोड़ा-मरोड़ा हुआ नज़र आता है। रात में रेचल को एक भयानक सपना आता है जिसमें वह देखती है कि वह फ़ोन पर बातें कर रही है और बातें करते-करते अचानक ही वह खाँसने लगती है। खाँसना बढ़ता ही जाता है और अंत में उसके मुँह से एक इलेक्ट्रोड निकलने लगता है। जी हाँ वही इलेक्ट्रोड जिससे पागलों के शरीर पर बिजली के झटके दिए जाते हैं। फिर वह देखती है कि एडन के कमरे में बीचोबीच कुर्सी पर एक छोटी-सी लड़की अपने सिर के बालों से अपना चेहरा ढंककर बैठी हुई है। रेचल उस लड़की के क़रीब जाती है और वह लड़की उसका हाथ पकड़ लेती है। उसके छूने से रेचल की कलाई पर जलने के निशान बन जाते हैं। रेचल चीख़ मारकर उठ जाती है, और अपनी कलाई देखती है। आश्चर्य कि उसे अपनी कलाई पर ठीक वैसा ही निशान दिखाई देता है जैसा उसने सपने में अभी-अभी देखा था। वह एडन के कमरे की ओर भागती है। जैसा कि रेचल को लगा था, एडन अपने कमरे में नहीं है। रेचल को समझ नहीं आता कि इतनी रात गए एडन जैसा छोटा-सा बच्चा कहाँ जा सकता है? अचानक रेचल देखती है कि उनके ड्रॉइंग रूम के दरवाज़े के नीचे से कुछ रौशनी बाहर आ रही है। रेचल समझ जाती है कि ड्रॉइंग रूम में रखा टीवी चल रहा है। रेचल भड़ाक् से दरवाज़ा खोलती है, और पाती है कि एडन टीवी के सामने बैठकर वह वीडियो टेप देख रहा है। रेचल वहाँ तब पहुँची है जब उसके बेटे ने पूरा वीडिया देख लिया है। वह बेहद दुःखी होकर एडन को अपने सीने से लगाती है और बुझे मन से नोआह को इसकी ख़बर देती है।

छठाँ दिन (मंगलवार)

नोआह और रेचल मोएस्को द्वीप पर जाने की योजना बनाते हैं। रेचल पहले जाकर एना मॉर्गन के फ़ार्म का पता लगाना चाहती है। एडन उसे एक तस्वीर बनाकर देता है, जिसमें उसने एक घर, एक दंपत्ति व उनकी छोटी बच्ची का चित्र बनाया है। रेचल वह तस्वीर अपने पास रख लेती है और मोएस्को द्वीप पर जाने वाली फ़ेरी में बैठ जाती है। एना के बारे में जमा की गई जानकारी को पढ़ते समय रेचल को अनायास ही पता चलता है कि एना की कोई बेटी भी थी। फ़ेरी में एक कंटेनर के अंदर एक घोड़ा है। शायद उसका मालिक उसे मोएस्को द्वीप ले जा रहा है। रेचल घोड़े के पास आकर उसे पुचकारती है लेकिन घोड़ा बेहद भड़क जाता है और कंटेनर तोड़कर बाहर निकल आता है। वह बेक़ाबू होकर तेज़ी से इधर-उधर दौड़ने लगता है और अंत में समुद्र में कूद जाता है, और फिर फेरी के शक्तिशाली प्रॉपेलर्स उसका जिस्म टुकड़ों में बदल देते हैं। रेचल ने ऐसा दृश्य भी वीडियो में देखा था, जिसमें उसे समुद्र का पानी लाल होता दिखाई देता है। रेचल मोएस्को द्वीप पहुँचती है और सीधा एना मॉर्गन के फ़ार्म पर जाती है। वहाँ उसे एना का पति रिचर्ड मॉर्गन मिलता है। रिचर्ड मॉर्गन ने अब घोड़ों का कारोबार बंद कर दिया है और अपने कई एकड़ के फार्म की देखभाल करता है। रेचल उसे अपना परिचय देती है और उसे बताती है कि वह एक रिपोर्टर है। रिचर्ड को लगता है कि रेचल औरों की तरह उसके घोड़ों के बारे में इंटरव्यू लेने आई होगी, लेकिन जब रेचल उसे अपने आने का उद्देश्य बताती है तो रिचर्ड का चेहरा सिकुड़ जाता है। रेचल उसे वीडियो टेप के बारे में बताती है और उसके बारे में पूछताछ करती है। वह रिचर्ड से उसकी बेटी के बारे में भी पूछताछ करती है लेकिन रिचर्ड भड़क जाता है, और उससे कोई सहयोग नहीं करता। वह उससे कहता है कि उसकी कोई बेटी नहीं थी। वह रेचल से कहता है कि रिपोर्टर दूसरों की ज़िंदगी की निजी बातों को आम करने तथा उन्हें बीमारी की तरह दुनियाँ में फैलाने का काम करते हैं, और वह रेचल से बाहर निकल जाने को कहकर दरवाज़ा बंद कर देता है। बाहर निकलकर रेचल मॉर्गन के घर पर नज़र डालती है तो उसे वह घर ठीक वैसा ही दिखाई देता है जैसा एडन ने अपने चित्र में बनाकर उसे दिया था। रेचल एडन को फ़ोन करती है और उससे पूछती है कि उसने वह चित्र क्यों बनाया, जवाब में एडन कहता है कि उसे एक छोटी बच्ची ने वह चित्र बनाने को कहा था, वह उसे कई दृश्य दिखाती है और एक अंधेरी जगह में रहती है।

रिचर्ड के रवैये से हताश होकर रेचल मोएस्को द्वीप की एक डॉक्टर के पास जाती है। उसका नाम डॉक्टर ग्रॉज़निक है। डॉक्टर ग्रॉज़निक उसे मॉर्गन दंपत्ति के बारे में इससे ज़्यादा कुछ नहीं बताती कि जब से वह लड़की मॉर्गन दंपत्ति की ज़िंदगी में आई तभी से उनके बुरे दिन शुरु हो गए। उनके घोड़ों का फ़ार्म तबाह हो गया क्योंकि बहुत सारे घोड़े पागल हो गए और उन्होंने समुद्र में कूदकर आत्महत्या कर ली। जो बच गए थे रिचर्ड मॉर्गन ने उन्हें बीमारी फैल जाने के डर से गोली मार दी। लेकिन जब से वह लड़की समारा (डेवी चेज़) मोएस्को द्वीप से गई है तब से दुर्भाग्य भी चला गया है और समय सामान्य होता जा रहा है। डॉक्टर ग्रॉज़निक रेचल को बताती है कि समारा को किसी मानसिक चिकित्सालय में भर्ती करवा दिया गया था लेकिन उसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा।

इधर नोआह अपनी तफ़्तीश में व्यस्त है। वह अस्पताल जाकर एना मॉर्गन के विषय में जानकारी इकट्ठी करता है। उसे पता चलता है कि एना बार-बार गर्भपात का शिकार हुई और यह कि उसने एक समारा नाम की लड़की को गोद लिया था। नोआह को एक विशेष बात यह भी पता चलती है कि समारा में ‘प्रोजेक्टेड थर्मोग्राफ़ी’ नामक अतिदुर्लभ योग्यता थी। यह ऐसी क्षमता होती है जिसके माध्यम से कोई इंसान किसी भी ऐसी चीज़ की तस्वीर उतार सकता है जो उसके मानस पटल पर होती है। चाहे कैमरा हो या न हो, वह किसी भी कैमरा रोल में अपनी मानस तरंगों के ज़रिए तस्वीरें डाल सकता है। उदाहरण के लिए इस शक्ति से युक्त कोई व्यक्ति क़ुतुब-मीनार के सामने खड़ा होकर उसकी फ़ोटो खींचना चाहता है, लेकिन फ़ोटो खींचते समय यदि वह ताजमहल के बारे में सोचता है तो तस्वीर क़ुतुब-मीनार की नहीं बल्कि ताजमहल की आएगी।

कोई ख़ास जानकारी न मिलने के कारण रेचल रिचर्ड मॉर्गन के घर दोबारा आती है। रिचर्ड इस वक़्त घर के अंदर नहीं है। रेचल को टीवी के पास पड़ा एक वीडियो टेप दिखाई पड़ता है, और साथ ही कुछ इलेक्ट्रोड भी। रेचल वह वीडियो टेप चलाती है। वह वीडियो टेप समारा के मानसिक चिकित्सालय में बिताए गए दिनों का है। टेप देखते हुए रेचल को पता चलता है कि समारा को नींद नहीं आती थी, वह अपने पिता रिचर्ड मॉर्गन से ख़फ़ा थी क्योंकि वह उससे ज़्यादा अपने घोड़ों से प्यार करता था। रेचल यह भी समझ जाती है कि रिचर्ड मॉर्गन उसे अपनी बरबादी का कारण मानता था क्योंकि उसके आने से उसके घोड़े पागल हो गए थे। रेचल देखती है कि समारा भी इसे स्वीकार करती थी और भले ही वह किसी को नुक़सान नहीं पहुँचाना चाहती फिर भी यह दुर्भाग्य नहीं रुक सकता। इतने में रिचर्ड मॉर्गन पीछे से आकर रेचल पर वार करता है और टीवी उठाकर बाथरूम में ले जाता है। वह आत्महत्या की तैयारी करने लगता है, और उससे कहता है कि उसकी बीवी की क़िस्मत में माँ बनना नहीं लिखा था, लेकिन उन्होंने एक लड़की गोद ली जिसका नतीजा उन्हें भुगतना पड़ा। रेचल उससे भीख माँगती है कि अगर उसने उनकी मदद नहीं की तो उसका बेटा एडन मर जाएगा। रिचर्ड कहता है, “हाँ वह ज़रूर मरेगा”। ऐसा कहकर वह ख़ुद को बिजली के तेज़ झटके देकर आत्महत्या कर लेता है।

नोआह रेचल के पास पहुँचता है और वे दोनों मॉर्गन फ़ार्म में समारा के बारे में और जानकारियाँ इकट्ठी करने लगते हैं। उन्हें पता चलता है कि समारा जब आसपास हुआ करती थी तो उसकी माँ एना विचलित हो जाती थी और उसे भयानक दृश्य दिखाई देते थे। हारकर रिचर्ड मॉर्गन ने समारा को घोड़ों के अस्तबल में रख दिया लेकिन वहाँ पर भी घोड़े पागल गए और उन्होंने आत्महत्या कर ली। समारा का कमरा अस्तबल में मचान जैसा था। एक लंबी सीढ़ी पर चढ़कर उसके कमरे तक पहुँचा जा सकता था। वह सीढ़ी देखते ही रेचल उस सीढ़ी के बारे में सोचने लगती है, जिसे उसने वीडियो टेप में देखा था। हाँ, यह वही सीढ़ी है। ऊपर कमरे में पहुँचकर समारा के कमरे की दीवार पर लगे वॉलपेपर के पीछे नोआह को कुछ दिखाई देता है। नोआह वॉलपेपर फाड़ देता है और उन्हें एक पेड़ दिखाई पड़ता है। उस पेड़ को देखते ही रेचल को याद आता है कि यह पेड़ वीडियो टेप में भी था। रेचल नोआह से कहती है कि वह पेड़ उसने पहले देखा था। नोआह पूछता है कि क्या उसने यह पेड़ वीडियो टेप में देखा था। जवाब में रेचल कहती है कि वह उस जगह पर पहले जा चुकी है जहाँ यह पेड़ मौजूद है। और वह जगह है "शेल्टर माउंटेन इन", वह पर्वतीय होटल जहाँ के केबिन में रेचल ने पहली बार यह वीडियो टेप देखी थी।

सातवाँ दिन (बुधवार)

रेचल और नोआह शेल्टर माउंटेन इन में आते हैं और वहाँ से अपनी तलाश शुरु करते है। रेचल का मानना है कि केटी और उसके मित्रों को वह वीडियो टेप केबिन नंबर 12 में मिला था, इसलिए समारा से जुड़े सुराग उन्हें इसी केबिन में मिल सकते हैं। जब उन्हें कुछ नहीं मिलता तो नोआह को ग़ुस्सा आ जाता है और वह ग़ुस्से में चीज़ें उठाकर पटकने लगता है। नोआह गु़स्से से वहाँ रखे कुछ कंचे भी बिखरा देता है लेकिन कंचे लुढ़ककर एक स्थान पर इकट्ठा हो जाते हैं। रेचल समझ जाती है कि वह स्थान खोखला और थोड़ा दबा हुआ है। यह पता चलते ही नोआह लकड़ी से बने फ़र्श को कुल्हाड़ी से काट डालता है। नीचे उन्हें भारी पत्थर से ढँका हुआ एक कुआँ दिखाई देता है। भारी पत्थर को सरकाकर वे कुएँ के अंदर झाँकने लगते हैं लेकिन कुआँ बहुत गहरा है। वे नीचे एक पत्थर भी डालते हैं लेकिन इसके जवाब में मक्खियों का एक झुंड कुएँ से निकलकर उनपर छा जाता है। इसी उठापटक में रेचल को एक धक्का लगता है और वह कुएँ के अंदर जा गिरती है। रेचल को कुएँ के अंदर समारा की हड्डी हो चुकी लाश मिलती है जिसे छूते ही रेचल को समारा की मौत से जुड़े सारे राज़ समझ में आ जाते हैं। रेचल देखती है कि जहाँ पर केबिन नंबर 12 बना हुआ है, पहले वहाँ सिर्फ़ एक कुआँ हुआ करता था। यह स्थान मॉर्गन लोगों की संपत्ति था। समारा के पास होने पर एना को दौरे पड़ने लगते थे, और घोड़े आत्महत्या करने लगते थे। अंत में जब स्थिति बेहद ख़राब हो गई तो एक दिन एना और रिचर्ड समारा के साथ इस स्थान पर आए। समारा कुएँ के पास खड़ी थी कि तभी एना ने पीछे से आकर प्लास्टिक बैग से उसका चेहरा ढँक दिया और उसे कुएँ में ढकेल दिया। फिर उसने कुएँ का मुँह पत्थर से ढँक दिया। कुएँ में गिरने के बाद भी समारा 7 दिनों तक ज़िंदा रही थी। बचने की कोशिश में कुएँ की खड़ी और ऊँची दीवारों पर चढ़ने का प्रयास करते-करते उसके नाख़ून टूट गए थे। अंत में भूख, नींद, डर, कमज़ोरी, अंगों के सड़ने-गलने और भारी कष्ट से कुएँ के अंदर ही उसकी मौत हो गई थी। अब रेचल को समझ में आता है कि असल में यही कुआँ ‘रिंग’ है, क्योंकि कुएँ के अंदर फँसे व्यक्ति को ऊपर देखने पर कुएँ का मुँह रिंग जैसा दिखाई पड़ता था.

नोआह सहायता लेकर आ जाता है और रेचल को कुएँ से निकाल लिया जाता है। नोआह और रेचल समारा की अंत्येष्टि करते है और सोचते हैं इस तरह उन्होंने समारा को मुक्ति दिला दी। रेचल और नोआह घर आते हैं। उन दोनों ने अपनी जान बचाने के साथ-साथ एडन की भी जान बचा ली है, और उनका यही मक़सद उन्हें फिर से नज़दीक ले आया है। एडन उन्हें साथ देखकर बहुत ख़ुश होता है। नोआह रेचल को उसके घर छोड़ता है और उसे संपर्क में बने रहने को कहकर अपने घर चला जाता है।

अगली सुबह एडन रेचल से समारा के बारे में पूछता है। रेचल उसे बताती है अब वह उन्हें कभी परेशान नहीं करेगी क्योंकि उन लोगों ने उसे मुक्ति दे दी है। एडन कहता है कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्हें समारा की मदद नहीं करनी चाहिए थी, क्योंकि वह किसी का भला नहीं चाहती, और सब से प्रतिशोध लेना चाहती है। वह कभी नहीं सोती इसलिए दुर्भाग्य का यह सिलसिला कभी नहीं रुकेगा। ऐसा कहते हुए एडन की नाक से ख़ून निकलने लगता है। रेचल घबराकर नोआह को फ़ोन करती है लेकिन नोआह फ़ोन नहीं उठाता। रेचल को कोई अनजान डर सता रहा है और वह एडन को कार में लेकर नोआह के घर की ओर निकल पड़ती है।

नोआह अपने स्टूडियो में बैठा काम कर रहा होता है, कि तभी सामने रखा टीवी अपने आप चालू हो जाता है। नोआह टीवी बंद कर देता है लेकिन टीवी अपने आप दोबारा चालू हो जाता है। नोआह को अब टीवी में वही कुआँ नज़र आता है। कुएँ से एक आकृति बाहर निकलकर नोआह की तरफ़ बढ़ने लगती है। फिर एकाएक वह आकृति टीवी से बाहर निकल आती है। वह समारा है! उसके हाथ-पाँव गले हुए है। बाल चेहरे को ढँके हुए हैं और वह नोआह की ओर बढ़ने लगती है। नोआह बेहद डर जाता है और इधर-उधर भागने लगता है, लेकिन वह जहाँ भी जाता, समारा उसे अपने ठीक सामने दिखाई पड़ती। अंत में समारा अपने चेहरे पर से बालों का आवरण हटाती है। उसका भयानक चेहरा देखते ही नोआह की हृदयगति रुक जाती है और डर से उसका चेहरा बेहद विकृत हो जाता है।

रेचल नोआह के ऑफ़िस पहुँचती है और उसे मृत अवस्था में पाती है। वह बहुत दुःखी होकर घर वापस आती है। नोआह ने उसके बाद वह वीडियो टेप देखी थी, और वह मर गया। रेचल ने ऐसा क्या किया था जिससे उसकी जान बच गई। रेचल को याद आता है कि उसने वीडियो की एक कॉपी बनाकर नोआह को दिखाई थी। इसका अर्थ हुआ कि यदि उस टेप को देखने वाला व्यक्ति उस टेप की कॉपी बनाकर किसी दूसरे को दिखाए तो समारा उसे छोड़कर अपने अगले शिकार की ओर बढ़ जाएगी। यदि टेप देखने के बाद कोई व्यक्ति उसकी कॉपी बनाकर किसी दूसरे को नहीं दिखाए, तो समारा निश्चय ही उसे मार डालेगी। रेचल एडन को भी बचाने की ठानती है और एडन के हाथों से उस वीडियो टेप की एक कॉपी बनवाती है। इसके साथ ही फ़िल्म समाप्त हो जाती है।

समीक्षा

यह फ़िल्म एक नई तर्ज़ पर आधारित है, और इसलिए मीडिया पर इसका ख़ूब प्रचार किया गया। नओमी वॉट्स और मार्टिन हेंडरसन ने बहुत अच्छा अभिनय किया है। फ़िल्म समीक्षा साइट रॉटन टमेटोज़ ने इसे 72% अंक दिए। फ़िल्म में बहुत से दृश्य सीजीआई तकनीक का सहारा लेकर फ़िल्माए गए हैं, विशेष रूप से मोएस्को द्वीप के दृश्य। फ़िल्म की पटकथा रोमांचक है और दर्शकों को अंत तक बाँधे रखती है। सीजीआई का कमाल वहाँ पर भी देखने को मिलता है जब समारा टीवी से बाहर निकलकर आती है। फ़िल्म के अंत में रेचल अपने बेटे एडन के हाथों वीडियो टेप की कॉपी ज़रूर बनवाती है, लेकिन वे उसे किसे देते हैं इसकी कोई जानकारी हमें नहीं मिलती। फ़िल्म का उद्देश्य केवल मनोरंजन करना है और यह मानव मानसिकता के भय वाले पहलू पर बड़ा अच्छा काम करती है। फ़िल्म की कहानी कुछ नई है, शायद इसी लिए दर्शकों ने इसका स्वागत किया। फ़िल्म में ख़ून-ख़राबा नहीं के बराबर है। केवल कुछ घटनाएँ ऐसी दिखाई गई हैं, जैसे घोड़े का फ़ेरी से कूदकर आत्महत्या करना, जो एक तरह की अजीब-सी मनहूसियत दिमाग़ में भर देती है। शायद ये पहली फ़िल्म है जिसमें 'प्रोजेक्टेड थर्मोग्राफ़ी'से लोगों का परिचय होता है। वैसे किसी को सुनाने में यह कहानी भले ही अजीब लगे, लेकिन दर्शक केवल उन भयानक परिणामों का इंतज़ार करते हैं, जो वीडियो देखने वाले को भुगतने पड़ते हैं। केटी की मौत का रहस्य नोआह की मौत से पहले तक नहीं खुल पाता, इसलिए यदि इस फ़िल्म में रुचि पैदा हो जाए तो आप आख़िर तक देखे बिना नहीं उठ पाएँगे। 'रिंग'शब्द का क्या औचित्य है, यह भी हमें फ़िल्म के अंत में मालूम होता है। फ़िल्म का पार्श्व संगीत कही-कहीं बहुत मधुर बन पड़ा है, और कानों को सुकून देता है। दूसरी अमरीकन फ़िल्मों की तरह इसमें नक़ाबपोश हत्यारे का इस्तेमाल कर हत्याएँ नहीं करवाई गई हैं। क़त्ल एक दुष्टात्मा करती है, और वह भी टीवी से बाहर निकलकर। वर्ष 2005 में फ़िल्म का दूसरा भाग 'द रिंग-2'भी रिलीज़ हुआ था, और फिर दूसरे भाग और पहले भाग को जोड़ने वाली एक मध्य कड़ी 'द रिंग्स'भी बनी थी।

Sunday, November 2, 2008

The Hills Have Eyes - 2006




द हिल्स हैव आइज़

रिलीज़ वर्ष - 2006
निर्देशक - अलेक्ज़ेन्डर आजा
निर्माता - वेस क्रेवन, पीटर लोक, मैरीएन मैडालीना, कोडी ज़्वीग
कलाकार - एरोन स्टैनफ़ोर्ड, एमिली डी रैविन, टेड लिवाइन, डैन बिर्ड, विनेसा शॉ, कैथलीन क्विनलान, मैसी कैमिलेरी प्रेज़िओसी, ग्रेगरी निकोटेरो, इवाना टर्चेटो, लॉरा ऑर्टिज़, माइकल बैली स्मिथ, एज़्रा बज़िंगटन, डेस्मंड एस्क्यू, टॉम बॉवर, रॉबर्ट जॉय, बिली ड्रैगो


द हिल्स हैव आइज़ वर्ष 2006 में बनी एक डरावनी फ़िल्म है जो असल में इसी नाम की वर्ष 1977 में बनी वेस क्रेवन की फ़िल्म का रीमेक है। फ़िल्म बड़ी रोचक है तथा एक वर्ग विशेष के बीच वर्षों से लोकप्रिय रही है। सन् 1977 से लेकर अब तक इस फ़िल्म के दो भाग और एक रीमेक, तथा रीमेक का दूसरा भाग आ चुका है। अब सुनते हैं कि इस फ़िल्म का एक पूर्वभाग (प्रीक्वेल) भी कॉमिक्स के ज़रिए छप रहा है जिसका नाम है 'द हिल्स हैव आइज़ - द बिगिनिंग'। इसे जिमी पामिओती और जस्टिन ग्रे ने लिखा है और चित्रांकन जॉन हिगिंस ने किया है। यह फ़िल्म अपने आप में मील का एक पत्थर है जिसने डरावनी फ़िल्मों के दीवानों के मानस-पटल पर सन् 1977 में एक विशिष्ट छाप छोड़ी थी। शायद इसी की प्रेरणा से निर्देशक अलेक्ज़ेन्डर आजा ने फ़िल्म का रीमेक बनाने का निश्चय किया और इसे देखने पर ऐसा बिलकुल भी नहीं लगता कि हम एक रीमेक देख रहे हैं। हर पात्र विशिष्ट है और कहानी को भी एकदम असली फ़िल्म की तरह नहीं बनाया गया है। मूल फ़िल्म से कुछ अंतर होने के कारण यह फ़िल्म अपने आप में एक परिपूर्ण फ़िल्म है। इसमें समय-समय पर ऐसे भयानक दृश्य उपस्थित होते हैं कि दर्शकों के मुँह से चीख़ निकल जाती है। ग़ौर करें कि दो प्रकार के इंसान होते हैं। एक ऐसे होते हैं जो हवाख़ोरी करने के लिए बाग़ में जाते हैं और बाग़ में फैली हरियाली, पक्षियों के शोर, और ठंडी हवा के संपर्क में आते ही कह उठते हैं "वाह क्या नज़ारा है" और दूसरे किस्म के इंसान ऐसे होते हैं जो बाग़ में आते तो हैं, और वहाँ पड़े किसी भारी पत्थर को सरकाते हैं, और पत्थर के नीचे दबी कीड़ों, केंचुओं की दुनियाँ और काई देखकर कहते हैं "वाह क्या नज़ारा है, मैं तुमको ही तो खोज रहा था!"। यदि आप दूसरे प्रकार के अंतर्गत आते हैं तो यह फ़िल्म निःसंदेह आपको पसंद आएगी। इसके विपरीत उन पहले प्रकार के इंसानों के लिए यह फ़िल्म नहीं बनी है जो बस सुंदर चीज़ों में ही सुंदरता खोजते फिरते हैं। इस फ़िल्म में वैसे तो अमरीका के न्यू मेक्सिको रेगिस्तान का ज़िक्र किया गया है लेकिन इस फ़िल्म की शूटिंग मोरक्को के रेगिस्तान में की गई थी। यदि इंसान को एकदम वीराने में छोड़ दिया जाए तो उसके लिए दिन और रात में कोई ख़ास अंतर नहीं रह जाता। अकेलापन तो अकेलापन होता है और वह किसी के मिटाए नहीं मिटता। ऐसे में यदि किसी इंसान को पता चले कि वह एक नितांत निर्जन स्थान में फँस गया है जहाँ से बचने की कोई उम्मीद नहीं है और इसी बीच यदि उसका सामना नरभक्षियों से हो जाए तो फिर क्या कहने। ज़रा सोचिए ऐसे इंसान के बारे में जो घर से कुछ अलग देखने की उम्मीद में चला हो लेकिन किसी वीराने में आकर फँस गया हो और उसे कुछ अलग टाइप के लोगों ने देख लिया हो। निश्चय ही ऐसी स्थिति भयंकर होगी। बस इसी भयंकर स्थिति को इस फ़िल्म में दर्शाया गया है। उन लोगों का क्या हुआ जो इस वीराने में दुर्भाग्य से आ गए थे और जिनके पास बचने का कोई रास्ता नहीं था। आइए पढ़ें।

कथा संक्षेप

फ़िल्म के आरंभ में बताया जाता है कि 50 के दशक से लेकर 60 के दशक तक न्यू मेक्सिको के रेगिस्तान में अमरीका सरकार ने कई परमाणु परीक्षण किए थे। ऐसे करीब 60 से अधिक परीक्षण किए गए थे। फिर कुछ वैज्ञानिकों को एक रेगिस्तान में खोज करते हुए दिखाया जाता है। उन्होंने एन.बी.सी. (न्यूक्लियर बायोलॉजिकल एंड केमिकल) सूट पहन रखे हैं ताकि रेडियोधर्मिता का प्रभाव उन पर न पड़े। वे वहाँ पानी में मौजूद मछलियों का परीक्षण कर रहे हैं और साथ ही पानी में रेडियोधर्मी तत्वों की मात्रा जाँच रहे हैं। इतने में ख़ून से सराबोर एक अन्य वैज्ञानिक उनमें से एक पर आ गिरता है और उससे जान बचाने की मिन्नतें करने लगता है लेकिन तभी एक विशालकाय आदमी वहाँ कुदाल (pickaxe) के साथ पहुँच जाता है और उन सभी पर हमला कर देता है। एक-एक करके वह सारे वैज्ञानिकों को बड़ी निर्ममता से मौत के घाट उतार देता है। किसी के सिर में कुदाल घुसा दी जाती है तो किसी को कुदाल से खोद दिया जाता है और फिर कुदाल से ही उठाकर पत्थर पर पटक दिया जाता है। हत्याएँ इतनी निर्ममता से होती हैं कि देखने वाले का दिल दहल जाता है। फिर वह अज्ञात आदमी उन सभी लाशों को ज़ंजीर से एक छोटी पिक-अप ट्रक के पीछे बाँधकर खींचकर कहीं ले जाता है। इसके बाद कास्टिंग शुरु होती है और पार्श्व में नाभिकीय परीक्षणों की कई तस्वीरें तथा वीडियो फ़ुटेज दिखाए जाते हैं। अंग-भंग बच्चों का जन्म दिखाया जाता है और 60 के दशक का कंट्री संगीत ‘मोर एंड मोर आई एम फ़ार्गेटिंग द पास्ट, मोर एंड मोर आई एम लिविंग एट लास्ट, डे बाई डे आई एम लूज़िंग माई ब्लूज़, मोर एंड मोर आई एम फ़ार्गेटिंग अबाउट यू, बट ओ आई ट्राइड टू कीप यू बाई माई साइट एंड ओ आई क्राइड द डे वी सेच गुडबाई...डे बाई डे...’। यह गाना प्रख्यात कंट्री गायक वेब पियर्स के द्वारा गाया गया है और अपने समय का मशहूर गीत है।


इस बीच न्यू मेक्सिको के रेगिस्तान में पसरे सन्नाटे के बीच में एक पेट्रोल पंप स्थित है। उसका मालिक एक गंदा और मैला-कुचैला सा दिखने वाला बूढ़ा है। इस बूढ़े का नाम जेब ज्यूनियर (टॉम बॉवर) है। शायद बाहर कोई है, जिसकी उपस्थिति जेब को विचलित कर रही है। जेब उस अज्ञात व्यक्ति की तलाश करते-करते खदान में ले जाने वाली एक सुरंग के मुहाने पर पहुँचता है। वह किसी रूबी का नाम लेकर कहता है “रूबी, ये तु्म्हीं हो ना, अगर तुम रूबी हो तो मैं तुम्हें देख लूँगा” और फिर वह वापस आ जाता है। अंदर आकर उसे एक बैग दिखाई पड़ता है। वह उस बैग को उठाकर उसके अंदर भरे सामान की जाँच करने लगता है। एक टिफ़िन का डिब्बा भी है जिसके अंदर इंसानी कान काटकर रखा हुआ है। जेब के मुँह पर भय मिश्रित घृणा उभर आती है और वह सामान को एक तरफ़ रखकर कुछ सोचने लगता है। कुछ देर के बाद उसे बाहर किसी गाड़ी के हॉर्न की आवाज़ सुनाई देती है। वह बाहर निकलकर देखता है तो पाता है कि एक पूरा परिवार किसी यात्रा पर निकला हुआ है। उनकी पास एक बड़ी जीप है, जिसके पीछे ‘एयरस्ट्रीम’ कंपनी का ट्रैलर जुड़ा हुआ है। यह कार्टर परिवार है जो छुट्टी पर है और छुट्टियाँ बिताने की ग़रज़ से सैन डिएगो जा रहा है। परिवार का मुखिया बॉब कार्टर (टेड लिवाइन) है। उसके साथ उसकी पत्नी ईथल कार्टर (कैथलीन क्विनलान), उसकी बड़ी बेटी लिन (विनेसा शॉ), लिन का पति डग (एरोन स्टैन्फ़ोर्ड), उनकी दुधमुँही बच्ची कैथरीन (मैसी कैमिलेरी प्रेज़िओसी), छोटी बेटी ब्रेण्डा (एमिली डी रैविन), और बेटा बॉबी (डेन बिर्ड) हैं। वे सभी पेट्रोल भरवाने की नीयत से जेब के पंप पर आए हैं। बातों-बातों में जेब उस परिवार की मंशा पूछता है तो ईथल उसे बताती है कि वे सभी सैन डिएगो जा रहे हैं। बॉब जेब को बताता है कि वह इंटेलिजेंस एजेंसी का रिटायर्ड अधिकारी है और जल्द ही अपना ख़ुद का सुरक्षा प्रशिक्षण केन्द्र खोलने जा रहा है। डग सीधा-साधा आदमी है। वह मोबाइल बेचने का धंधा करता है। बॉब और डग के बीच नहीं बनती। इसका कारण यह है कि बॉब को लगता है डग डरपोक है क्योंकि उसे हिंसा, ख़ून-ख़राबा और हथियारों से कोई लगाव नहीं है। वह तो बस सीधी-सादी ज़िंदगी बिताना चाहता है। ख़ैर इस अलगाव को लिन काफ़ी हद तक कम कर देती है। वह अपने पिता बॉब और पति डग के बीच संतुलन बनाए रखती है। इस बीच बॉबी टॉयलेट जाता है तो उसे लगता है कि कोई उसे छिपकर देख रहा है। वह टॉयलेट से निकलकर ब्रेण्डा से कहता है कि यह सबकुछ उसी की शरारत है, लेकिन ब्रेण्डा नहीं जानती कि बॉबी क्या कह रहा है। जेब बॉब से कहता है कि यदि वे थोड़े आगे जाकर एक शॉर्टकट से होकर आगे बढ़ें तो उनके कई किलोमीटर बच सकते हैं। जेब बॉब को उस स्थान का पता बताता है जहाँ से शॉर्टकट आरंभ होता है। बॉब जेब को धन्यवाद देता हुआ अपने परिवार सहित आगे बढ़ जाता है।

ब्रेण्डा इस सफ़र से ख़ुश नहीं है। वह अपने दोस्तों के साथ अपनी छुट्टियाँ बिताना चाहती थी लेकिन कार्टर दंपत्ति की शादी की 25वीं वर्षगाँठ है और वे इस ख़ुशी के मौक़े को अपने पूरे परिवार के साथ बिताना चाहते थे इसलिए ये सभी एक साथ सैन डिएगो की यात्रा पर निकले थे। वे सभी उस जगह पर पहुँच जाते हैं जहाँ से जेब ने उन्हें शॉर्टकट पकड़ने के लिए कहा था। उस रास्ते पर कुछ दूर आगे जाने पर दर्शकों को रास्ते पर कीलों की एक चेन दिखाई पड़ती है जिसकी कीलें बेहद नुकीली हैं। ठीक उसी समय बॉब की गाड़ी के टायर कीलों के संपर्क में आते ही फूट जाते हैं, और संतुलन बिगड़ने की वजह से उनकी गाड़ी एक बड़े पत्थर से टकरा जाती है। इस बीच वह कीलों वाली चेन किन्हीं अज्ञात हाथों द्वारा खींच ली जाती हैं। कार्टर परिवार गाड़ी की हालत देखकर विचलित हो जाता है। गाड़ी पूरी तरह बरबाद हो चुकी है। उसके पहियों की धुरी टूट गई है और इंजन क्षतिग्रस्त हो चुका है। ऐसी विषम स्थिति में क्या किया जाए? दूर-दूर तक निर्जनता की चादर पसरी पड़ी है। भयानक गर्मी, पेड़ पौधों का नामोनिशान नहीं, सहायता की कोई संभावना नहीं और ऐसा लगता है जैसे इस रास्ते ने वर्षों से किसी इंसान की सूरत नहीं देखी है। सभी इस समस्या से जूझ रहे हैं। डग अपना मोबाइल फ़ोन निकालकर सिग्नल की जाँच करता है लेकिन उसे कोई सिग्नल नहीं मिलता। हताश होकर वे सभी बैठ जाते हैं। इस बीच लिन ट्रेलर के अंदर कुछ सामान निकालने जाती है तो ट्रैलर की खिड़की से उसे क्षण भर के लिए दूर पहाड़ियों में कोई चीज़ चमकती नज़र आती है मानो कोई आईना चमका रहा हो। लिन के मन में एक क्षण के लिए आशंका तो अवश्य उत्पन्न होती है लेकिन वह जल्द ही इसे अपने दिमाग़ से निकाल देती है।

खूब सोच-विचार के बाद अंत में निर्णय लिया जाता है कि बॉब वापस उसी पेट्रोल पंप की ओर जाएगा और सहायता लेकर आएगा और दूसरी ओर डग बिलकुल विपरीत रास्ते पर जाएगा और सहायता की तलाश करेगा। बॉब और डग अपनी सुरक्षा के लिए रिवॉल्वर रख लेते हैं। डग पहले तो रिवॉल्वर रखने से मना करता है लेकिन लिन के अनुरोध पर उसे रिवॉल्वर रखनी पड़ती है। जाते समय बॉब एक रिवॉल्वर अपने बेटे बॉबी के पास छोड़ देता है और उसे परिवार की सुरक्षा करने को कहता है। जाने से पहले वे सभी एक साथ मिलकर ईश्वर से अपनी सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं। इस बीच उन्हें दूर पहाड़ियों से कोई दूरबीन से देख रहा है। प्रार्थना के बाद बॉब पेट्रोल पंप की ओर और डग सहायता की तलाश में ठीक एक-दूसरे की विपरीत दिशा में चल पड़ते हैं। इधर ब्रेण्डा, बॉबी, लिन, उसकी बेटी कैथरीन, और ईथल, ट्रैलर के पास बैठकर स्थितियों के ठीक होने का इंतज़ार करने लगते हैं। कार्टर परिवार के पास जर्मन शेफ़र्ड कुत्तों का एक जोड़ा है जिनके नाम ब्यूटी और बीस्ट हैं। ब्यूटी मादा है और बीस्ट नर। इन दोनों को बॉबी ने बड़ी मुश्किल से ट्रेलर में बंद किया था लेकिन ब्रेण्डा लापरवाही से ट्रेलर का दरवाज़ा खोल देती है। दरवाज़ा खुलते ही ब्यूटी बाहर निकल कर रेगिस्तान में इधर-उधर भागने लगती है। सामने पत्थरों की पहाड़ियाँ है जहाँ ब्यूटी जाकर गुम हो जाती है। ब्यूटी का पीछा करते-करते बॉबी भी उन पत्थरों की पहाड़ियों पर जाता है। थोड़ा आगे जाने पर उसे ख़ून की कुछ लकीरें दिखाई देती हैं। किसी अज्ञात भय से बॉबी का मन भर उठता है, लेकिन उसके हाथों में रिवॉल्वर है तो डर कैसा? बॉबी हिम्मत करके ख़ून की लकीरों का पीछा करने लगता है और अंत में जहाँ पर ख़ून की लकीरें ख़त्म होती हैं वहाँ उसे ब्यूटी की लाश दिखाई पड़ती है। ब्यूटी मर चुकी है और उसका एक पिछला पैर उखाड़ा जा चुका है। बॉबी की आँखों में आँसू आ जाते हैं और वह ब्यूटी का और करीब से मुआयना करने जाता है तो पाता है कि किसी ने ब्यूटी का गला और उसका पेट चीर कर रख दिया है, मानो किसी धारदार हथियार के एक ही वार से किसी ने उसकी ये दुर्गति कर दी गई हो। बॉबी को तुरंत एहसास हो जाता है कि इस वीराने में कोई और है, और वह जो कोई भी है, बेहद ख़तरनाक और क्रूर है। डर के मारे बॉबी वहाँ से भाग निकलना चाहता है लेकिन उसके अव्यवस्थित कदम किसी पत्थर पर पड़ते ही डगमगा जाते हैं और वह एक ऊँची चट्टान से नीचे गिरकर अपने होश खो बैठता है। दर्शक देखते हैं कि इसके बाद एक लाल कपड़े पहनी हुई युवती बॉबी के क़रीब आती है और उसका सर सहलाने लगती है।

इस बीच डग चलते-चलते अपने रास्ते के अंत में पहुँच जाता है। वहाँ उसे कुछ नहीं मिलता। वहाँ परमाणु परीक्षणों से बने विशाल गड्ढों के अलावा कुछ भी नहीं है। वहाँ बहुत-सी बेकार कारें पड़ी हुई हैं जिनपर धूल की एक मोटी परत जम गई है। देखकर नहीं लगता कि वे कारें चल पाएँगी। पता नहीं वे सब किन अभागों की कारें हैं। डग को वहाँ एक कार में एक टेडी बेयर और एक मछली पकड़ने की बंसी और फ़िशिंग रोप दिखाई देते हैं। वह उन दो सामानों को अपने साथ लेकर वापस चल पड़ता है।

बॉबी के पास बैठी युवती का नाम रूबी (लॉरा ऑर्टिज़) है। रूबी ज़ालिम नहीं है, उसके मन में असहायों के प्रति संवेदना है शायद यही कारण है कि वह अपनी ओर से बेहोश बॉबी की तीमारदारी में लगी थी। तभी कुछ ख़ून की बूँदें नीचे गिरती हैं, रूबी ऊपर देखती है तो पाती है कि उसका भाई गॉगल (एज़्रा बज़िंगटन) चट्टान के ऊपर बैठा ब्यूटी की उखाड़ी हुई टांग चबा रहा है। क्षण भर को रूबी की मुखमुद्रा मलिन हो जाती है और वह बड़ी हेय दृष्टि से अपने भाई को देखती है। जवाब में गॉगल अपनी भद्दी-सी हँसी सुनाता है और फिर ब्यूटी की टांग चबाने में व्यस्त हो जाता है। गॉगल ने अपने गले में एक दूरबीन लटका रखी है जिससे पता चलता है कि यही वह आदमी है जो रेगिस्तान में भटके लोगों को दूर से देखता है। रूबी तब तक बॉबी के पास बैठी रहती है जब तक उसे होश नहीं आ जाता। उसके होश में आते ही रूबी वहाँ से दबे पाँव निकल जाती है।


इस बीच बॉब पेट्रोल पंप तक पहुँचने में सफल हो जाता है। उसका इरादा वहाँ जाकर जेब से मिलकर पता लगाना है कि उसने उन्हें सही रास्ता बताया था या फिर झूठ बोला था। साथ ही वह चाहता है कि यदि उसे वहाँ कोई कार या गाड़ी मिल जाती है तो वह उसके ज़रिए अपने परिवार को उस वीराने से निकाल सकता है। जब उसे पेट्रोल पंप पर कोई नहीं मिलता तो वह जेब की इधर-उधर तलाश करने लगता है। अंदर जाकर देखने पर उसे वह टिफ़िन का डब्बा दिखाई देता है। उसे खोलने पर बॉब को एक कटा हुआ इंसानी कान दिखाई देता है। फिर उसकी नज़र दीवारों पर काटकर चिपकाए गए अख़बार के समाचारों पर पड़ती है। उन समाचारों में न्यू मेक्सिको के रेगिस्तान में सरकार द्वारा किए गए परमाणु परीक्षण के समाचार, रेगिस्तान में पहुँचकर ग़ायब होने वाले लोगों के समाचार, और परमाणु परीक्षणों के दुष्परिणाम की वजह से न्यू मेक्सिको के रेगिस्तान में पैदा हो रहे अपंग बच्चों के बारे में समाचार थे। बॉब इन समाचारों तथा मूल्यवान सामग्री से भरे बैगों को देखते ही समझ जाता है कि उनका वीराने में फँसना महज़ इत्तफ़ाक़ नहीं था बल्कि वे सभी एक सोची-समझी साजिश का शिकार हुए हैं। जेब उन्हीं लोगों से मिला हुआ था जिनके कारण रेगिस्तान में इतने लोग ग़ायब हुए। बॉब तुरंत ही रिवॉल्वर निकालता है और आशंकित मन से जेब की तलाश करने लगता है। उसे जेब अंदर तो कहीं नज़र नहीं आता लेकिन बाहर एक टॉयलेट से उसके रोने की आवाज़ आती है। बॉब टॉयलेट का दरवाज़ा खोलकर देखता है तो पाता है जेब फ़र्श पर बैठा बड़बड़ा रहा है "मैं अब यह और नहीं कर सकता, मेरे बच्चों मुझे माफ़ करो, ये कैसी अजीब जगह है"। बॉब को जेब के एक हाथ में शॉटगन नज़र आती है और दूसरी हाथ में शराब की बोतल। साफ़ है कि जेब नशे में धुत्त होकर वहाँ पड़ा है। बॉब उसे बंदूक नीचे फ़ेंकने को कहता है लेकिन जेब उसकी बात को अनसुना करते हुए बंदूक की नली अपनी ठोड़ी के नीचे रखकर ट्रिगर दबा देता है। ट्रिगर के दबते ही जेब का पूरा चेहरा उड़ जाता है और उसके स्थान पर ख़ून और माँस का लोथड़ा दिखाई देने लगता है। बॉब को इसकी क़तई उम्मीद नहीं थी। तभी बॉब को “डैडी ओ डैडी ये तुमने क्या किया” ऐसा स्वर सुनाई देता है। घबराहट में वह इधर-उधर गोलियाँ दाग़ने लगता है। गोली ख़त्म होने पर वह वहाँ मौजूद जेब की कार में बैठ जाता है और उसे चलाने के नीयत से चाबी घुमाता है। लेकिन यह क्या! आवाज़ तो उसकी पिछली सीट से आती रहती है! रियर-व्यू मिरर में उसे उस आदमी का भयानक चेहरा दिखाई देता है जो अभी अपने ‘डैडी’ को याद करके रो रहा था। इससे पहले कि बॉब कुछ समझ पाता, पीछे बैठा दाढ़ी वाला आदमी पापा ज्यूपिटर (बिली ड्रैगो) उसका सर पकड़कर कार के शीशे में तब तक पटकता है जब तक वह बेहोश नहीं हो जाता। कार की खिड़की के शीशे पर बॉब का ख़ून फैल जाता है और फिर ज्यूपिटर बॉब को खदान के भीतर जाने वाली सुरंग के भीतर, अपने कुछ सहयोगियों की सहायता से, खदान में चलने वाली ट्राली पर लादकर, अंधेरे में ले जाता है। बेहोश होते समय बॉब को ज़रा भी एहसास नहीं होता कि उसे कहाँ ले जाया जा रहा है।

इधर डग वापस आकर परिवार के लोगों को बताता है कि उसे कहीं कुछ नहीं मिला। वह अपने साथ लाए सामान लिन को दे देता है। फिर वे सभी मिलकर बॉब का इंतज़ार करने लगते हैं। बॉबी के सिर पर गिरने के कारण थोड़ी चोट आई है। उसकी मरहम-पट्टी की जा चुकी है लेकिन बॉबी बहुत डरा हुआ है। उसका परिवार उसे बताता है कि बीस्ट का भी कुछ पता नहीं है, वह कभी का इस ट्रेलर से ग़ायब है। बॉबी ब्यूटी के साथ हुए हादसे के बारे में किसी से चर्चा नहीं करता क्योंकि वह जानता है कि ऐसी स्थिति में इस तरह का समाचार उसके परिवार के सदस्यों को बहुत ज़्यादा डरा सकता है। उसे बॉब के अब तक न लौट आने की चिंता सता रही है। खाने-पीने के बाद पूरा परिवार रात के सन्नाटे में, बीच रेगिस्तान में, ऊपर वाले की मेहरबानी की छत्रछाया में आराम करना चाहता है। ईथल सो चुकी है और डग तथा लिन बाहर कार में जाकर सोने का मन बनाते हैं लेकिन बॉबी का मन उनकी सुरक्षा को लेकर सशंकित हो जाता है। वह उनसे अनुरोध करता है कि वे कार में न सोएँ बल्कि अंदर आकर सब की तरह ट्रेलर के अंदर ही सोएँ। लिन और डग को लगता है कि बॉबी अब तक पिता बॉब के न आने के कारण चिंतित है। वे उसे विश्वास दिलाते हैं कि डरने की कोई बात नहीं है। डग उसे समझाता है कि यदि उसके पिता बॉब आधी रात तक वापस न लौटे तो वे उन्हें ढूँढ़ने निकल पड़ेंगे। बॉबी का मन नहीं मानता और वह पहरेदारी करने लगता है और आधी रात होने का इंतज़ार करने लगता है। उसे पहले किसी कुत्ते की धीमी-सी आवाज़ सुनाई देती है और फिर किसी के हँसने की आवाज़ आती है। बॉबी कुछ दूर इधर-उधर भी जाता है लेकिन अंधेरे में उसे दूरृ-दूर तक फैली बंजर ज़मीन और पहाड़ियों के अलावा कुछ नहीं दिखता। जब उसका मन नहीं मानता तो वह डग और लिन के पास जाकर उनसे कहता है कि उसे यह जगह ठीक नहीं लगती। बॉबी अपने आपको नहीं रोक पाता और उनसे कहता है कि वे इस रेगिस्तान में अकेले नहीं हैं। उनके अलावा यहाँ और कोई भी है जिसकी नज़र उनके परिवार पर पड़ चुकी है। वह उन्हें ब्यूटी के साथ हुए हादसे के बारे में भी बताता है। इस बीच सूट-जैकेट पहने एक अति विकृत चेहरे वाला भारी-भरकम गंजा आदमी प्लूटो (माइकल बैले स्मिथ) ट्रेलर के अंदर चुपचाप घुस जाता है और सीधा ब्रेण्डा के कमरे की ओर बढ़ जाता है। थोड़ी ही देर में उस गंजे आदमी का शक्तिशाली पंजा ब्रेण्डा के मुँह पर पत्थर की तरह जम जाता है। ब्रेण्डा उस घुसपैठिए को देखते ही भय से भर उठती है। वह आदमी बड़ा ही विकृत है। उसका सिर गंजा है, एक आँख बिलकुल अंदर धँसी हुई है, दाँत ऊबड़-खाबड़ हैं और वह साँड की तरह ताक़तवर है। वह ब्रेण्डा के अकेलेपन का भरपूर फ़ायदा उठाने की कोशिश करता है और पशुओं की तरह उसे नोचने-खसोटने लगता है। बाहर बात कर रहे बॉबी, डग और लिन का ध्यान बँटाने के लिए वह अपने वॉकी-टॉकी से किसी को संदेश भेजता है ‘अब करो’।

बॉबी की बात का विश्वास आते ही डग उसकी सहायता करने को कार से उतर पड़ता है। ठीक उसी समय कुछ दूरी पर एक तेज़ धमाका होता है और वे देखते हैं कि कोई आदमी बंधा हुआ है और धू-धू करके जल रहा है। धमाके से अंदर सोई ईथल भी जाग जाती है। लिन भी उनके साथ हो लेती है। बॉबी और डग पास जाकर देखते हैं तो पाते हैं कि वह जलता हुआ आदमी और कोई नहीं बल्कि बॉब है। बॉब पीड़ा के कारण ज़ोर से चीख़ रहा व छटपटा रहा है। आग इतनी तेज़ी से फैल रही है कि बॉब के हाथ-पाँव जलते जा रहे हैं। भीषण गर्मी से बॉब की आँखें फूट जाती हैं। डग बहुत तेज़ी से ट्रैलर की दीवार पर लगा अग्निशामक लेकर आता है और ब्रेण्डा को कैथरीन का ध्यान रखने को कह बाहर से ही लौट जाता है उसे नहीं पता कि ब्रेण्डा पर अंदर क्या बीत रही है। लेकिन बहुत देर हो चुकी है। बॉब मर चुका है। ईथल भारी सदमे में है। उसे क़तई ये अंदाज़ा नहीं था कि वह बॉब से इस तरह मिलेगी। किसी को समझ नहीं आता कि ऐसी भयानक मौत आख़िर कोई बॉब को क्यों देगा, वह भी इस वीराने में जहाँ कार्टर लोग किसी को नहीं जानते। ईथल बार-बार कह रही है कि बॉब ठीक है, क्योंकि वह सदमे के कारण अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। इसी बीच एक और भद्दी-सी दिखने वाली आकृति ट्रेलर के अंदर आती है। वह आकृति एक आदमी की है जिसने हैट लगा रखा है। उसका नाम लिज़ार्ड (रॉबर्ट जॉय) है। उसका चेहरा बेहद कुरूप है। उसका एक होंठ फटा हुआ और आँखों के नीचे चिपका हुआ है। उसके पीले-पीले गंदे दाँत, झुर्रीदार चेहरा, और हैवानों जैसी आँखें उसका रूप बेहद भयानक बनाते हैं। वह ट्रैलर के अंदर दाख़िल होकर खाने की तलाश करने लगता है। वह फ़्रिज से जूस निकाल कर पीता है और फिर घूमते-घूमते पालतू चिड़िया के पिंजरे तक आता है। वह पिंजरा खोलता है और चिड़िया का सिर अपने दाँतों से काटकर अलग कर देता है और फिर मरी हुई चिड़िया के धड़ को अपने मुँह में निचोड़कर सारा ख़ून गटागट पी जाता है। वह प्लूटो की ओर मुड़ता है और उसे ब्रेण्डा के ऊपर से उठाकर नीचे पटक देता है और उससे कहता है ‘यह सब करने के लिए तुम बहुत छोटे हो!’ फिर वह ख़ुद ब्रेण्डा पर भूखे भेड़िये की तरह झपट पड़ता है। प्लूटो को ग़ुस्सा आ जाता है और वह अपना ग़ुस्सा ट्रेलर में रखे सामानों पर निकालने लगता है। फिर प्लूटो लिन की बच्ची कैथरीन के पालने के पास आकर उसे पुचकारने लगता है।

इधर डग लाख कोशिशों के बाद आग पर क़ाबू तो पा लेता है लेकिन बॉब बहुत पहले ही मर चुका है। पूरा परिवार सकते में है। ईथल, बॉबी, और डग समझ नहीं पा रहे हैं कि वे क्या करें। इसी बीच लिन को ब्रेण्डा की घुटी-घुटी चीख़ें ट्रेलर के अंदर से आती हुई सुनाई देती हैं। वह तुरंत ट्रेलर की तरफ़ भागती है। ट्रैलर के अंदर पहुँच कर लिन देखती है कि वहाँ सब कुछ अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ है। वह ब्रेण्डा को देखते ही समझ जाती है कि क्या हुआ। हिम्मत दिखाते हुए लिन इन जंगली वहशियों से अपनी बच्ची को बचाने का प्रयास करती है कि ईथल आ जाती है। ईथल अपनी बेटियों की सुरक्षा कर पाती इससे पहले ही लिज़ार्ड उसे गोली मार देता है, फिर लिन द्वारा प्रतिरोध करने पर उसका भी सिर गोली से उड़ा देता है। लिज़ार्ड और प्लूटो कैथरीन को लेकर भाग निकलते हैं। जाते समय लिज़ार्ड ब्रेण्डा से कह जाता है कि वह उसके लिए दोबारा बहुत जल्द लौटेगा। बॉबी और डग जब तक ट्रेलर तक आते तब तक कुछ देर हो चुकी थी। बॉबी अंधेरे में भागती हुई लिज़ार्ड और प्लूटो की आकृतियों पर गोली चलाता है लेकिन उसकी गोलियाँ ख़त्म हो जाती हैं। ब्रेण्डा पागलों की तरह चीख़ रही है। वह इतनी डर चुकी है कि उसे दौरे-से पड़ रहे हैं। डग जब लिन के पास पहुँचता है तो लिन अपनी आख़िरी साँसें गिन रही होती है। कुछ देर में वह मर जाती है। डग को कैथरीन नहीं दिखाई देती तो वह समझ जाता है कि वे दरिंदे उसे उठा ले गए हैं। ईथल की मौत निकट है। मरने से पहले उसे लग रहा है कि जो कुछ भी हुआ वह सब एक सपना था। उसे ठंड लगती है। उसे मृत्यु के पास आने की वजह से भ्रम हो रहा है। वह डग की तारीफ़ करती है कि वह बहुत अच्छा है और उसका बहुत ख़याल रखता है। फिर वह पूछती है कि क्या सब सो गए। इसी तरह के सवाल करते-करते कुछ देर में ईथल भी मर जाती है। उधर दूर मैदान में, जहाँ बॉब को ज़िंदा जला दिया गया था वहाँ उसकी लाश पड़ी हुई थी, लेकिन कोई अज्ञात व्यक्ति उसे खिसकाकर ले जाता है।

उधर दूर गॉगल अपनी दूरबीन से उन सब की निगरानी करता रहता है कि इसी बीच उसे अपने आसपास गुर्राहट सुनाई देती है। अंधेरे में वह कुछ देख पाता इससे पहले ही बीस्ट का ताक़तवर जबड़ा उसके हाथों में आकर जम जाता है। बीस्ट उसे चीरफाड़ डालता है। वह तब तक ऐसा करता है जब तक गॉगल की भुजा उसके शरीर से अलग नहीं हो जाती। फिर बीस्ट उसकी भुजा को मुँह में दबाए एक ओर चल पड़ता है। गॉगल की भुजा में एक रेडियो वॉकी-टॉकी अब भी झूल रहा है। बॉबी ग़ुस्से से पागल हो रहा है। वह अपने परिवार पर हुए अत्याचार का बदला लेने की नीयत से ट्रेलर से बाहर निकलने लगता है। डग उसे कहता है कि वह टिक नहीं पाएगा और उसे लड़ाई करने से पहले एक योजना अपनानी होगी। बॉबी चिढ़ जाता है और कहता है कि डग डरपोक है और उसके पिता ठीक ही कहा करते थे। डग को ग़ुस्सा आ जाता है। उसी समय उन्हें ट्रेलर के दरवाज़े पर किसी की आवाज़ सुनाई देती है। बॉबी उस दिशा में तीन-चार गोलियाँ दाग़ देता है। गोलियाँ ट्रेलर का दरवाज़ा बेधती हुई बाहर निकल जाती हैं लेकिन आवाज़ फिर भी बंद नहीं होती। फिर वे दोनों हिम्मत करके बाहर निकलते हैं तो उन्हें ट्रेलर के दरवाज़े के ठीक सामने एक कटा हुआ इंसानी बाज़ू दिखाई देता है। आवाज़ उसी बाज़ू में लिपटे रेडियो वॉकी-टॉकी से आती रहती है। बीस्ट वापस आ गया है। उसे देख बॉबी और डग ख़ुश होते हैं और उसे पुचकारते हैं। डग वॉकी-टॉकी पर पूछता है कि वह जो कोई भी है, क्यों उनके पीछे पड़ा है, उनका उद्देश्य क्या है और वह उनसे अपनी बच्ची वापस माँगता है। उधर से कोई जवाब न आने पर बॉबी डग से पूछता है कि उन्हें क्या करना चाहिए।

अगली सुबह डग बीस्ट को लेकर उन हैवानों की खोज में निकल पड़ता है। बीस्ट ने गॉगल की महक सूँघ ली थी और अब वह उसी महके के सहारे डग को शैतानों के अड्डे पर ले जा रहा है। हथियार के नाम पर डग के पास केवल एक बेसबॉल बैट है। बीस्ट उसे एक सुरंग के पास लेकर आता है। और फिर वे उस सुरंग के ज़रिए आगे बढ़ने लगते हैं। शायद वह सुरंग उन्हें उनकी मंज़िल तक ले जाएगी। एक और आकृति है रूबी की, जो डग के साथ-साथ चल रही है लेकिन उसकी नज़रों से बचते हुए। वह क्या चाहती है? डग उस अंधेरी सुरंग से बाहर आकर बाहर दूर-दूर तक फैले रेगिस्तान में बसा हुआ एक छोटा-सा गाँव देखता है। उसे वह गाँव निर्जन दिखाई देता है। तेज़ धूप, और धूलभरा गाँव, यहाँ-वहाँ पुरानी कारें और पुरानी मशीनें बिखरी हुई हैं। एक घर में उसे जनरेटर की आवाज़ सुनाई देती है। वह उस मकान की खिड़की के शीशे को ज़रा-सा साफ़ करके अंदर देखने का प्रयास करता है। अंदर उसे एक बिस्तर पर कैथरीन लेटी हुई दिखाई देती है। उस समय एक और अतिविकृत चेहरे वाला आदमी सिस्ट (ग्रेगरी निकोटेरो) वहाँ से गुज़रता है। बीस्ट के मुँह से हल्की सी आवाज़ निकलती है लेकिन डग उसका मुँह दबा देता है। सिस्ट पीछे मुड़कर देखता है लेकिन उसे कोई नज़र नहीं आता। सिस्ट एक लड़की की लाश घसीट कर ला रहा है। डग पास खड़ी एक कार की ओट में हो जाता है फिर बीस्ट को वहीं छोड़कर और उसे चुप रहने को कहकर मकान के अंदर चला जाता है। हाथों में बैट लिए वह एक-एक कमरे के अंदर ध्यान से देखने लगता है। एक कमरे में उसे एक गंजी और मोटी औरत (इवाना टर्चेटो) दिखाई देती है। वह टेलीविज़न देखते हुए एक विग सँवार रही है। डग कैथरीन के कमरे की तरफ़ चला जाता है और कैथरीन को अपनी गोद में उठाकर बाहर चलने को होता है कि तभी पीछे से वह गंजी औरत बिग मामा डग के सर पर वार करती है और डग बेहोश हो जाता है। होश में आने पर डग अपने आपको एक आइस-बॉक्स में बंद पाता है। वह आदमकद आइस-बाक्स है जिसमें बर्फ़ीले पानी के साथ-साथ कुछ और भी रखा हुआ है। अंधरे आइस-बॉक्स में डग अपनी माचिस किसी तरह जलाता है और रौशनी में उसे समझ आ जाता है कि वह किसके बीच पड़ा हुआ है। डग देखता है कि उसके इर्द-गिर्द केवल इंसानी अंग कटे-फटे पड़े हुए हैं। जिसे वह बर्फ़ीला पानी समझ रहा था, वह असल में उन कटे हुए अंगों से रिसा ख़ून था। डग दहशत से पागल हो जाता है और वहाँ से निकलने के लिए पूरा ज़ोर लगाता है। उसके अथक प्रयासों के बाद आइस-बॉक्स का ढक्कन उखड़कर ऊपर उछल जाता है और डग आज़ाद हो जाता है।

वह फिर एक बार मकान के अंदर दाख़िल होता है। इस बार वह ज़्यादा सतर्क है क्योंकि वह जान चुका है कि ये हत्यारे सिर्फ़ हत्या ही नहीं करते बल्कि वे तो नरभक्षी हैं और मानव-माँस उनके आहार का एक हिस्सा है। डग अंदर बढ़ने लगता है तो एक कमरे से उसे राष्ट्रीय गान के स्वर सुनाई देते हैं वह आवाज़ की दिशा में बढ़ जाता है। अंदर जाने पर डग देखता है कि बॉब की लाश कुर्सी पर बैठने की मुद्रा में रखी हुई है। उसके सिर पर अमरीका का एक झंडा, किसी नुकीले रॉड में चिपकाकर उसके सर में गाड़ दिया गया है। डग देखता है कि वहाँ बहुत सारे पुतले रखे हैं। एक बहुत-बड़े सिर वाला आदमी व्हील चेयर पर बैठा राष्ट्रीय गान गा रहा है। उसका सिर इतना बड़ा है कि वह कंधे पर टिक नहीं पाता और पीछे की ओर लुढ़का हुआ रहता है। उसका नाम बिग ब्रेन (डेस्मंड एस्क्यू) है। उसका चेहरा बेहद विकृत है और वह उन नरभक्षियों का कोई नेता लगता है। उसकी आवाज़ सुनते ही डग को वह आवाज़ याद आ जाती है जो उसने उस वॉकी-टॉकी पर सुनी थी जिसे बीस्ट गॉगल की भुजा समेत ले आया था। वह उससे पूछता है कि उसकी बेटी कैथरीन कहाँ है। जवाब में वह केवल हँसकर कहता है “यह सब तुम लोगों की मेहरबानी से हुआ है। सरकार ने यहाँ परमाणु परीक्षण कर-कर के हमारी यह हालत बना दी और इसकी सज़ा उन्हें भुगतनी होगी।” फिर वह ज़ोर-जोर से हँसने लगता है तो डग पूछता है “इसमें हँसने की क्या बात है” जवाब में बिग ब्रेन कहता है “नाश्ते का समय हो गया”। ठीक उसी समय शीशा तोड़कर प्लूटो अंदर दाख़िल होता है। अंदर आते ही वह अपनी कुल्हाड़ी से डग पर वार करने के लिए झपटता है। उसका हाथ इतनी तेज़ी से चलता है कि डग को समझ ही नहीं आता कि उसे भाग कर कहाँ जाना चाहिए। वह डग को कई बार उठाकर पटकता है। डग इतना डर जाता है कि पनाह माँगने लगता है। इस बीच बीस्ट आकर उसकी सहायता करने लगता है और प्लूटो की बाँह में अपने दाँत गड़ा देता है, लेकिन प्लूटो उसे घुमाकर दूर फेंक देता है। डग को समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। कोई रास्ता न पाकर डग एक कमरे में घुस जाता है और उसका दरवाज़ा बंद कर देता है। वह दरवाज़े के सामने कई भारी-भरकम सामान भी रख देता है। कुछ देर तक तो शांति रहती है लेकिन प्लूटो दूसरी ओर की दीवार तोड़ता हुआ अंदर आ जाता है। इस लड़ाई में बचाव करते हुए डग का बैट टूट जाता है तो वह बैट की टूटी हुई मूठ प्लूटो के पेट में घोंप देता है। प्लूटो को कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं पड़ता। वह बैठ के मूठ को खींचकर बाहर निकालता है और डग पर उसी से वार करता है। फिर वह डग पर अपनी कुल्हाड़ी से वार करता है। डग के बाँये हाथ की दो अंगुलियाँ कटकर अलग हो जाती हैं और वह मार खा-खाकर निढाल हो जाता है। वह प्लूटो के कदमों पर गिर जाता है और उससे दया की भीख माँगने लगता है। प्लूटो अपनी कुल्हाड़ी डग के सिर पर यूँ फिराता है जैसे कोई क़साई बकरे को काटने से पहले उसकी गर्दन पर छुरा फिराता है। प्लूटो बिग ब्रेन की ओर देखकर हँसने लगता है कि तभी डग पास पड़ा स्क्रू-डाइवर उठाता है और प्लूटो के पैर में घोंप देता है। प्लूटो दर्द से छटपटाने लगता है। मौक़ा मिलते ही डग बॉब की लाश के सिर में गड़ा झंडा निकालता है और बिना देर किए उसका नुकीला सिरा प्लूटो की गर्दन में घोंप देता है। रॉड का नुकीला सिरा पैवस्त होते ही प्लूटो की साँसें उखड़ने लगती हैं और वह चकरा कर नीचे गिर जाता है। डग को उसपर रहम नहीं आता और वह प्लूटो की कुल्हाड़ी उठाकर उसके सर पर वार करता है। कुल्हाड़ी का फल प्लूटो का सिर फाड़ता हुआ अंदर जा धँसता है और प्लूटो की तत्काल मौत हो जाती है। फिर वह अपना टूटा चश्मा उठाकर चलने लगता है। यह सब देखकर बिग-ब्रेन अपने वॉकी-टॉकी पर लिज़ार्ड से कहता है कि वह बच्ची को मार डाले। फिर वह जैसे ही अपनी बात ख़त्म करता है, उसे अपने पीछे बीस्ट खड़ा नज़र आता है। बीस्ट बिग-ब्रेन पर टूट पड़ता है और उसे चीरफाड़ कर मार डालता है।

सिस्ट को भनक लग जाती है कि मकान के अंदर कुछ गड़बड़ चल रही है। वह शॉटगन लेकर मकान के अंदर जाने को होता है लेकिन डग पहले ही घात लगाकर बैठा है। सिस्ट के पास आते ही डग उसपर कुल्हाड़ी से ताबड़तोब वार करता है और सिस्ट की खोपड़ी में कुल्हाड़ी का फल गाड़ देता है। वह कुल्हाड़ी के फल को ताक़त लगा-लगाकर और अंदर पैवस्त करता जाता है ताकि सिस्ट की मौत हो जाए, इसपर भी जब सिस्ट नहीं मरता तो डग कुल्हाड़ी के नुकील फल को सिस्ट की आँखों में गाड़ देता है और सिस्ट की मौत हो जाती है।

इस बीच ब्रेण्डा और बॉबी ने लिन और ईथल की लाश अपनी टूटी कार में पहुँचा दी है। उन्होंने डग के फ़िशिंग रोप से अपने चारों ओर एक सुरक्षा घेरा तैयार किया है। यदि इस रोप (महीन रस्सी) को कोई छू जाए तो उनका अलार्म बज उठेगा। ब्रेण्डा ने टायर जलाकर धुआँ फैला रखा है। उसका उद्देश्य उस धुएँ के माध्यम से संदेश भेजना है कि वे इस मरुस्थल में फँस चुके हैं और उन्हें सहायता चाहिए। कुछ देर में उनका अलार्म बज उठता है। ब्रेण्डा और बॉबी दौड़कर कार के पास जाते हैं तो पाते हैं कि ईथल की लाश ग़ायब हो चुकी है। बॉबी रिवॉल्वर लेकर इधर-उधर नज़र दौड़ाता है लेकिन ईथल नहीं दिखाई देती। थोड़ा और आगे जाने पर उसे एक भयानक दृश्य दिखाई देता है। वह देखता है कि पापा ज्यूपिटर (जो इन नरभक्षियों का नेता है) ईथल की लाश चट्टान पर रखकर बड़े मज़े से खा रहा है। वह ईथल का पेट फाड़कर उसका जिगर निकालकर खाता है। बॉबी को देखते ही उबकाई-सी आने लगती है। तभी ज्यूपिटर उसे देख लेता है और उसके पीछे पड़ जाता है। वह बॉबी की ओर एक कुदाल फेंककर मारता है। वह कुदाल बस बॉबी से कुछ ही दूर ट्रेलर की दीवार में धँस जाता है। बॉबी और ब्रेण्डा दौड़कर ट्रेलर के अंदर घुस जाते हैं और दरवाज़ा बंद कर देते हैं। ज्यूपिटर ब्रेण्डा का हाथ झपटकर पकड़ लेता है लेकिन बॉबी ट्रेलर की खिड़की से उसके हाथ बाँध देता है। वे ट्रेलर में रखे गैस सिलेंडरों का नॉब खोल देते हैं। गैस धीरे-धीरे पूरे ट्रेलर में भरने लगती है। बॉबी दरवाज़े के तले में एक माचिस की तीली और रगड़-पट्टी फँसा देता है। बॉबी और ब्रेण्डा आपात निकास खिड़की से ट्रेलर के बाहर आ जाते हैं। कुछ देर में ज्यूपिटर आज़ाद हो जाता है उसे अनुमान है कि बॉबी और ब्रेण्डा अभी-भी ट्रेलर के अंदर हैं क्योंकि उसने उन्हें पीछे के रास्ते ट्रेलर से बाहर निकलते नहीं देखा था। ज्यूपिटर ख़ुश होकर दरवाज़े को एक ओर सरकाता है लेकिन अब देर हो चुकी है। माचिस की तीली के रगड़ खाते ही एक चिंगारी पैदा होती है और पूरा ट्रेलर एक बम की तरह फट जाता है। ज्यूपिटर धमाके से दूर जा गिरता है। उसका शरीर जगह-जगह से जल जाता है लेकिन ब्रेण्डा को देखते ही वह हँसने लगता है। उसकी क्रूर हँसी सुनकर ब्रेण्डा के सर पर ख़ून सवार हो जाता है और वह ज्यूपिटर की कुदाल लेकर उस पर झपट पड़ती है और उसका सिर कुदाल से खोद देती है। ज्यूपिटर मर जाता है।

रूबी कैथरीन की देखभाल करती रहती है लेकिन लिज़ार्ड आकर उससे कहता है कि वह चली जाए। रूबी बाहर निकल जाती है तो लिज़ार्ड बच्ची को लेने बिस्तर पर आता है। जब वह बच्ची के ऊपर से चादर हटाता है तो उसे बच्ची की जगह सूअर का बच्चा दिखाई देता है। वह ग़ुस्से से पागल हो जाता है और समझ जाता है कि उस बच्ची को रूबी ने कहीं छिपा दिया है। वह रूबी के पीछे भागता है। रूबी कैथरीन को अपनी गोद में उठाकर पहाड़ी के ऊपर चढ़ने लगती है कि तभी डग उसे देख लेता है। वह रूबी के पास आकर कहता है कि वह उसे बच्ची लौटा दे। डग का ध्यान बँटता है और उसी समय लिज़ार्ड उस पर ऊपर से कूद पड़ता है। वह डग को बहुत मारता है। लिज़ार्ड अपनी कमर के इर्द-गिर्द बंधी गोलियों की बेल्ट निकालता है और उससे डग को बुरी तरह मारता है। वह उसे ज़मीन पर पटक-पटक कर अधमरा कर देता है। फिर वह रूबी के पीछे लग जाता है। डग अधमरी हालत में अपनी अंगुली में अपनी शादी की अंगूठी देखता है। वह बेहद घायल होने पर भी अपनी पूरी ताक़त इकट्ठा करता है और लिज़ार्ड के पीछे शॉटगन लेकर चल देता है। लिज़ार्ड रूबी के पास आ जाता है और उससे कैथरीन को ग़ुस्से से छीनने लगता है। इस छीनाझपटी में रूबी का पैर फिसल जाता है और वह कैथरीन के साथ कुछ पत्थरों पर लुढ़क जाती है। इससे पहले कि लिज़ार्ड कुछ समझ पाता, डग आकर उसके मुँह पर अपनी बंदूक का बट मारता है। वह उसके सीने में गोली मारता है और उसके गले पर भी गोली मारता है। लिज़ार्ड का शरीर ख़ून से नहा जाता है और वह पीछे हटने लगता है। इस पर भी डग रुकता नहीं और वहशियों की तरह उसे मारने लगता है। लिज़ार्ड अधमरा होकर गिर जाता है। रूबी कैथरीन को डग के हवाले कर देती है। डग अपनी शॉटगन नीचे रखकर कैथरीन को हाथों में ले लेता है और उसे पुचकारने लगता है। इसी बीच लिज़ार्ड अपनी रही-सही ताक़त के साथ उठता है और डग की शॉटगन उठाकर उसपर निशाना साधने लगता है। डग को तो पता नहीं होता लेकिन रूबी उसे देख लेती है। वे पहाड़ी की काफ़ी ऊँचाई पर हैं यह जानते हुए भी रूबी लिज़ार्ड पर झपट पड़ती है और उसे अपने साथ-साथ पहाड़ी से नीचे गिरा देती है। बहुत ऊँचाई से गिरने पर लिज़ार्ड और रूबी दोनों की मौत हो जाती है।

डग कैथरीन को वापस ले आता है तथा बॉबी और ब्रेण्डा से आकर मिलता है। तीनों एक-दूसरे को पाकर बेहद ख़ुश होते हैं। उनके साथ इस ख़ुशी में कोई और भी शामिल है। वह है बीस्ट। दूर कोई अब भी उन पर दूरबीन से नज़र गड़ाए हुए है।

समीक्षा

फ़िल्म ‘द हिल्स हैव आइज़’ वेस क्रेवन द्वारा सन् 1977 में बनाई गई थी। इस फ़िल्म को निर्देशक अलेक्ज़ेंडर आजा ने बहुत ध्यान से देखा था और उसी समय से वे चाहने लगे थे कि क्या वे इस फ़िल्म और बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने सन् 2006 में इस फ़िल्म का रीमेक बनाया जिसका कथा-संक्षेप हमने अभी पढ़ा। सच है फ़िल्म इतनी भयानक है कि किसी भी पल आप अपने डर से मुक्ति नहीं पा सकते। इसका निर्देशन बेहतरीन है और पात्रों ने शानदार अभिनय किया है। टेड लिवाइन वैसे ही 'साइलेंस ऑफ़ द लैंब्स' में बफ़लो बिल के नाम से बेहद चर्चित रह चुके हैं और अपनी कला का लोहा मनवा चुके हैं। एरोन स्टैन्फ़ोर्ड ने टैडपोल जैसी मानव मानसिकता की अनबूझ पहेलियों को उजागर करने वाली फ़िल्म में सिगरनी वीवर्स जैसी चर्चित अभिनेत्री के साथ प्रमुख भूमिका निभाकर अपने अभिनय की धाक जमाई थी। फ़िल्म की गति बेहद तेज़ है और एक समय पर यह इतनी प्रवाहमय हो जाती है कि दर्शक भी उसकी चाल के साथ-साथ अपनी समझ के घोड़े दौड़ाने लगते हैं।

किसी ज़माने में इस जगह में बहुत से माइनर रहा करते थे। बाद में, परमाणु बमों का परीक्षण करने की होड़ में अमरीका सरकार ने इस जगह को नाभिकीय परीक्षण क्षेत्र घोषित कर दिया। उस समय यहाँ रहने वाले माइनरों से अनुरोध किया गया था कि वे बाहर निकल जाएँ। बहुतों ने वह स्थान छोड़ दिया लेकिन उनमें से बहुत-से ऐसे भी थे जिन्होंने इस बात पर यक़ीन नहीं किया। जेब ज्यूनियर जिसने बॉब को इस स्थान का पता बताया था असल में वह ख़ुद ही इन हैवानों का बाप था। बाद में उसे अपने किए का पछतावा होने लगा क्योंकि उसने अपने जीवन में सैकड़ों लोगों को ग़लत रास्ता बताकर उन वहशियों के बीच मरने के लिए भेज दिया था। इसके बदले में वे लोग उसे लूटा हुआ धन दिया करते थे। ज्यूपिटर भी किसी समय में उस इलाक़े में माइनर का काम करता था और कुछ लोगों की तरह वह भी जगह छोड़ कर नहीं गया। बाद में नाभिकीय परीक्षणों की वजह से वहाँ रहने वाले बहुत-से लोगों में शारीरिक बदलाव और विकृ्तियाँ आने लगीं। बहुत-से परिवार मर गए और कुछ ज़िंदा बच गए। भूख तो सभी को लगती है लेकिन इन लोगों ने मानव माँस से अपनी भूख मिटानी शुरु कर दी और जल्द ही वे आदमख़ोर बन गए।

दुनियाँ में खोजने पर सबकुछ मिल सकता है चाहे वह सबसे अच्छा हो या सबसे बुरा। पापा ज्यूपिटर का परिवार भी ऐसा ही एक उदाहरण है जो नैतिक और सामाजिक बंधनों तथा मानवीय संवेदनाओं से पूरी तरह हीन है। उनका जीवन-यापन पशुओं के जैसा है। उन्होंने न तो कभी शिक्षा पाई है और न ही उनके धर्मावलंबी या आस्तिक होने का कोई सबूत मिलता है। सच कहा जाए तो ये परिवार पूरी तरह से अनैतिक और अमानवीय कार्यों में लिप्त है। इनमें भावना नाम की कोई चीज़ नहीं है और ये मानवीय मूल्यों तथा मानव जीवन का कोई अर्थ और महत्व नहीं समझते। ज्यूपिटर के परिवार का किरदार निभाने वाले पात्रों ने इतना शानदार अभिनय किया है कि दर्शकों को उनके कृत्य देखकर उनसे घृणा होने लगती है। फ़िल्में हमारी मानसिकता और हमारी भावनाओं पर हावी हो जाती हैं और ख़त्म होने से पहले कोई-न-कोई संदेश दे जाती हैं। कार्टर परिवार का साहस, उनका संघर्ष, और अपने परिवार के सदस्यों की ज़िंदगी बचाने की चाहत यह बताती है कि जो सबसे अच्छा है वह भी इंसान है, ऐसा इंसान जिसमें सामाजिकता, पारिवारिक मूल्य, नैतिकता, इच्छाशक्ति, सहयोग, समर्पण जैसे सात्विक गुण भरे हुए हैं। दूसरी ओर ज्यूपिटर के परिवार के सदस्यों को देखिए जिनमें क्रूरता, दुःसाहस, नृशंसता और वीभत्सता जैसे तामसिक गुण भरे हुए हैं। दूसरी ओर यह भी बात साफ़ होती है कि हम जैसे लोगों के संपर्क में आते हैं तो कभी-कभी हमारी मजबूरी बन जाती है कि हम उनकी तरह ही व्यवहार करने लगें। संपर्क से बड़ा भयंकर संक्रमण फैलता है। कार्टर परिवार भी इससे अछूता नहीं रह सका, उन्होंने भी पहले मानव मानसिकता का परिचय देते हुए कई घाव सहे लेकिन जब वे समझ गए कि इस तरह काम नहीं बनेगा तो उन्हें भी अपने अंतर्मन में छिपे पशु को जगाना पड़ा। पशुता मानव का मूल स्वभाव है और समय पाकर वह प्रकट हो ही जाता है विशेष रूप से तब, जबकि हम ऐसे किसी के संपर्क में आते हैं जो अंदर और बाहर दोनों से पशु है। दूसरी ओर रूबी जैसी लड़की भी है जो वहशियों के बीच रहने के बावजूद भी उन जैसी नहीं है। चहरे की विकृति तो उसे विरासत में मिली है लेकिन उस चेहरे के पीछे एक अच्छी आत्मा भी है जो उसे घृणित कार्य करने से रोकती है। यह फ़िल्म रोचक होने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण सीखें दे जाती हैं और वह है कि हम कभी-भी नितांत अकेले नहीं हो सकते, कोई ऐसा अवश्य होता है जिसकी हम पर नज़र होती है, फिर चाहे वह भगवान हो या फिर हैवान।

Wednesday, October 29, 2008

Bad Taste - 1987


बैड टेस्ट (1987)

रिलीज़ वर्ष – 1987
निर्देशक - पीटर जैक्सन
निर्माता - पीटर जैक्सन
कलाकार – पीटर जैक्सन, पीट ओ’हर्न, टेरी पॉटर, माइक मिनेट, क्रेग स्मिथ, डग रेन



बैड टेस्ट एक कम बजट वाली कल्ट फ़िल्म है। कल्ट फ़िल्म कहने से हमारा तात्पर्य ऐसी फ़िल्म से है जो समाज के कुछ विशेष प्रकार के दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय होती हैं। बैड टेस्ट के साथ भी ऐसी ही कुछ बात है। इस फ़िल्म के निर्माता पीटर जैक्सन हैं, जिन्होंने ‘डेड अलाइव या ब्रेड डेड’, ‘द लॉर्ड ऑफ़ द रिंग्स’, ‘मीट द फ़ीबल्स’, ‘द वैली’, ‘हैवनली क्रीचर्स’, ‘फ़ॉरगॉटन सिल्वर’, ‘किंग कॉन्ग’, ‘द फ़्राइटनर्स’ और ‘द लवली बोन्स’ जैसी फ़िल्मों का निर्माण किया है, और काफ़ी कम समय में लोकप्रिय व्यक्तित्व के रूप में चर्चित हो चुके हैं। पीटर की फ़िल्मों में जो विशेष बात यह देखने को मिलती है वह है उनकी कहानी का अटपट-सा लगना। एक बार देखने पर इनकी फ़िल्में हो सकता है अतिकल्पना की उदाहरण लगें लेकिन फिर ध्यान से सोचने पर इनमें एक नशा-सा होता है जो एक विशेष प्रकार के दर्शकों को बाँधे रखता है। पीटर वैसे तो न्यूज़ीलैण्ड के हैं लेकिन उनकी फ़िल्में सभी यूपोपीय तथा उत्तर अमरीकी देशों में धूम मचा चुकी हैं। अभी आपके सामने प्रस्तुत है उनकी 1987 में आई फ़िल्म ‘बैड टेस्ट’ की कथा व समीक्षा।

कथा-संक्षेप

BREAD {बेनेफ़िशियल रिलीफ़ एंड इमरेजेंसी एड डिवीज़न} चार आदमियों को एक महत्वपूर्ण मोर्चे पर भेजती है। यह एक संस्था है जो आपात स्थितियों के दौरान हरकत में आ जाती है और अपने चुस्त, मुस्तैद, व जाँबाज़ शांति सैनिकों की सहायता से विषम स्थितियों पर क़ाबू पाती है। जिन चार सैनिकों को ब्रेड ने मोर्चे पर भेजा है उनके नाम है डेरेक (पीटर जैक्सन), ओज़ी (टेरी पॉटर), फ़्रैंक (माइक मिनेट), और बैरी (पीट ओ'हर्न)। ब्रेड ने इन चारों सैनिकों को एक महत्वपूर्ण मिशन के लिए चुना है और यह मिशन है 'काइहोरो' नामक गाँव के निवासियों की रहस्यमय गुमशुदगी का पता लगाना। इस गाँव में एकाएक कुछ हुआ जिसके कारण पूरी-की-पूरी जनसंख्या ही ग़ायब हो गई। कोई नहीं जानता कि इस प्रकार पूरी आबादी के एकाएक ग़ायब हो जाने का क्या अर्थ निकलता है। बहरहाल ब्रेड ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए ही बनाई गई एक संस्था है और इस बार उसने अपने सैनिकों यानी डेरेक, ओज़ी, फ़्रैंक और बैरी को आवश्यक सामान देकर काइहोरो के लिए रवाना कर दिया। बैरी और डेरेक तो पहले पहुँच गए लेकिन ओज़ी और फ़्रैंक अभी-भी रास्ते में हैं और आधुनिक हथियारों सहित बैरी और डेरेक की सहायता के लिए काइहोरो की सड़क पर चले जा रहे हैं।

पहले दृश्य में हम देखते हैं कि बैरी का पीछा एक अस्त-व्यस्त-सा दिखने वाला आदमी कर रहा है। उस आदमी के हाथों में एक कुल्हाड़ी है। बैरी उसे लाख समझाने की कोशिश करता है कि वह उसका पीछा करना बंद कर दे, लेकिन लगता है जैसे उस आदमी में सोचने-समझने की शक्ति है ही नहीं। अंत में जब कई बार कहने पर भी वह आदमी बैरी पर कुल्हाड़ी से वार करने की कोशिश करता है तो बैरी को मजबूरन गोली चलानी पड़ती है। गोली उस आदमी के सिर पर लगती है ऐर उसके सिर का ऊपरी भाग हवा में उड़ जाता है। ख़ून के फ़व्वारे छोड़ता वह बिना सिर का आदमी अभी-भी बैरी की तरफ़ बढ़ने की कोशिश करता है लेकिन फिर उसके पैरों पर गिर पड़ता है और उसके खुले हुए सिर से उसका दिमाग़ लद-लद करके बैरी के जूतों पर फैल जाता है। बैरी वॉकी-टॉकी के ज़रिए से डेरेक से संपर्क करने की कोशिश करता है। डेरेक वहीं कहीं पास की पहाड़ी पर किसी महत्वपूर्ण काम में लगा है। डेरेक एक आदमी को जाल में फँसाने में सफल हुआ है और उसने उस आदमी के एक पैर से रस्सी बाँधकर उसे पहाड़ की चोटी से उल्टा लटका दिया है। डेरेक उस आदमी से कुछ सवालों के जवाब जानने को उत्सुक है। उस आदमी का नाम रॉबर्ट है। जब डेरेक के कई बार कहने पर भी वह आदमी सच्चाई बताने को तैयार नहीं होता तो डेरेक उससे सच उगलवाने का एक क्रूर तरीक़ा अपनाता है। वह उस आदमी के बाएँ पैर के जूते के तले में एक ख़ंजर रखता है और उस पर हथौड़े से ज़ोर-ज़ोर से चोट करने लगता है। नतीजतन ख़ंजर रॉबर्ट के पैरों में पैवस्त होता चला जाता है और वह ख़तरनाक ढंग से चिल्लाने लगता है। डेरेक को आभास नहीं है कि वह आदमी उसके लिए मुसीबत खड़ी करने वाला है।

उधर बैरी भी बहुत-से विक्षिप्त हत्यारों से बचता-बचाता फिर रहा है। देखकर लगता है कि वे सभी विक्षिप्त हत्यारे असल में उस आदमी के साथी हैं जिसका सिर बैरी ने अपनी जान बचाने के लिए गोली से उड़ा दिया था। असल में ये सभी एक ही पलटन के सदस्य हैं जिनके कारण काइहोरो की पूरी आबादी ख़त्म हो गई। बैरी बचते-बचाते एक झोपड़ी में घुस जाता है लेकिन जैसे ही उन विक्षिप्त हत्यारों को इसकी भनक लगती है वे झोपड़ी का दरवाज़ा तोड़ने में लग जाते हैं। इसी बीच उन सभी को रॉबर्ट की दर्दनाक चीख़ें सुनाई पड़ती हैं और वे बैरी को वहीं छोड़कर हथौड़े, कुल्हाड़ी जैसे हथियार उठाकर उस दिशा में भाग जाते हैं जहाँ से रॉबर्ट की चीख़ें आती रहती हैं। जी हाँ दोस्तों, हमने कहा था न कि डेरेक रॉबर्ट को यंत्रणा देकर अपने लिए मुसीबत खड़ी कर रहा था। बहरहाल बैरी झोपड़ी से बाहर निकलकर डेरेक को वॉकी-टॉकी पर उन हत्यारों के विषय में बताता है। डेरेक बैरी की बातों पर विशेष ध्यान नहीं देता और उसे कहता है कि उसके पास सुरक्षा का पर्याप्त इंतज़ाम है। बैरी बहुत चाहता है कि डेरेक उसकी बातों को गंभीरता से ले लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। विक्षिप्त हत्यारे एक-एक करके डेरेक के पास आते जाते हैं। डेरेक अपनी बंदूक से बहुतों को छलनी कर देता है लेकिन एक समय ऐसा भी आता है जब डेरेक का पैर फिसल जाता है और वह पहाड़ी से नीचे गिरने लगता है कि तभी उसके फिसलते हाथों में कुछ पौधे आ जाते हैं जिनके सहारे वह लटककर हत्यारों का मुक़ाबला करने लगता है। नीचे हहराता समुद्र, वीरान तट, और पहाड़ी चट्टानें हैं, अगर डेरेक नीचे गिरा तो उसकी मौत तय है। डेरेक साहस के साथ अब भी हत्यारों का सामना कर रहा है कि तभी उसकी नज़र टूटी हुई रस्सी पर पड़ती है। इसका मतलब है कि रॉबर्ट किसी तरह उस फंदे से निकल भागा। डेरेक किसी तरह उन हत्यारों को मौत के घाट उतारकर अपनी जान छुड़ाता है और रॉबर्ट के विषय में ही सोचने लगता है कि तभी रॉबर्ट बग़ल की झाड़ियों से एकाएक निकलकर उसके सामने आ जाता है और उसे ज़ोर से लात मारता है। डेरेक अब संभलने की स्थिति में नहीं है, वह अपना संतुलन खो बैठता है और नतीजतन सैकड़ों फ़ुट नीचे समुद्र तट की चट्टानों पर गिर पड़ता है। रक्त का एक फ़व्वारा छूटता है और लगता है कि डेरेक मर चुका है। बैरी डेरेक की तलाश में पहाड़ी पर आता है लेकिन रॉबर्ट लंगड़ाता हुआ उसकी ओर ही दौड़ता है। बैरी अपनी आत्मरक्षा में गोली चलाता है लेकिन रॉबर्ट बैरी के ऊपर से कूद कर उस पार चला जाता है। इस समय शायद रॉबर्ट को बैरी से मुक़ाबला करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी।

इस बीच जाइल्स नाम का चैरिटी कलेक्टर अपनी पुरानी सन् 70 मॉडल की कार में काइहोरो पहुँचता है। जाइल्स (क्रेग स्मिथ) एक सीधा-सादा आम आदमी है जो सहायता राशि जमा करने काइहोरो आया हुआ है। वह इधर-उधर देखता है लेकिन उसे गाँव में कोई भी आदमी नज़र नहीं आता। वह सड़क पर यूँ ही किसी की तलाश में घूमने लगता है। चलते-चलते उसके पैरों तले कोई चीज़ कुचल जाती है। जब जाइल्स नीचे देखता है तो पाता है कि वह तो इंसान के पेट के अंदर का कोई अंग है। वह घबरा जाता है और सावधानी से इधर-उधर देखने लगता है। फिर उसे रॉबर्ट नज़र आता है जो एक गड्ढे में बैठकर बैरी द्वारा मारे गए हत्यारे की खोपड़ी से, उसका दिमाग़ चम्मच से निकालकर खाता रहता है। जाइल्स यह दृश्य देखकर स्तब्ध रह जाता है। उसने ऐसा हौलनाक दृश्य अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा था। रॉबर्ट जाइल्स को देख लेता है और अपना खाना छोड़कर जाइल्स के पीछे पड़ जाता है। जाइल्स आगे-आगे, और रॉबर्ट पीछे-पीछे। रॉबर्ट के हाथों में एक ख़ंजर है और जाइल्स को तो जैसे साँप सूँघ गया है, वह बदहवास–सा अपनी कार की ओर भागता है। वह रॉबर्ट से सिर्फ़ इसलिए बच पाता है क्योंकि रॉबर्ट का पैर घायल है। डेरेक ने उसका बाँया पैर अस्थायी रूप से बेकार कर दिया था। जाइल्स जैसे-तैसे अपनी कार तक पहुँचता है लेकिन उसकी कार चालू नहीं होती। रॉबर्ट लंगड़ाता हुआ उसके निकट आता जा रहा है आख़िर में क़िस्मत जाइल्स का साथ देती है और कार चालू हो जाती है। जाइल्स जैसे चैन की साँस लेता है और कार आगे बढ़ाता है। रॉबर्ट झपटकर अपना ख़ंजर वाला हाथ कार की खिड़की के भीतर घुसा देता है लेकिन जाइल्स खिड़की का शीशा ऊपर चढ़ाता जाता है और रॉबर्ट का हाथ फँस जाता है। दर्द से छटपटाते रॉबर्ट की अपने ख़ंजर पर पकड़ ढीली हो जाती है और ख़ंजर अंदर जाइल्स की गोद में गिर जाता है। हाथ फँसा होने के कारण रॉबर्ट कुछ दूर कार के साथ-साथ मजबूरन दौड़ने लगता है लेकिन थोड़ी देर बाद उसका हाथ आज़ाद हो जाता है और वह पीछे छूट जाता है। आगे जाकर गाँव की बस्ती में जाइल्स अपनी कार रोकता है और सहायता के लिए ठिकाना खोजने लगता है। एक घर के दरवाज़े पर दस्तक देने पर उसमें से एक रॉबर्ट जैसा दिखने वाला रसोइया बाहर निकलता है। इससे पहले कि जाइल्स कुछ समझ पाता रसोइया उसके सर पर प्रहार करता है और जाइल्स के बेहोश होते ही उसे घर के अंदर खींच लेता है।

दूर खड़ा बैरी दूरबीन से सब कुछ देख रहा होता है। वह रसोइये को जाइल्स को घर के भीतर खींचते हुए देख लेता है और रेडियो पर ओज़ी और फ़्रैंक को संदेश देता है। वह उन्हें बताता है कि डेरेक का कोई पता नहीं और वह शायद पहाड़ी से नीचे गिरकर मर गया। वह उन्हें बताता है कि गाँव किसी बूचड़ख़ाने की तरह दिखता है, जहाँ देखो वहाँ ख़ून ही ख़ून नज़र आता है। यह सुनकर ओज़ी और फ़्रैंक को जोश आ जाता है और वे जल्दी आने को कहकर अपनी कार की गति बढ़ा देते हैं। कोई और उनका खेल बिगाड़ने बीच में न आ जाए इसका ओज़ी और फ़्रैंक एक उपाय करते हैं। वे उस रास्ते को बंद कर देते हैं और वहाँ 'न्यूक्लियर कचरा व अपशिष्ट’ या ‘रेडियोधर्मी अपशिष्ट’ का तख़्ता लगा देते हैं। पीटर जैक्सन ने बड़ी ख़ूबी से यह व्यंग्य दिखाया है क्योंकि न्यूज़ीलैण्ड के बारे में जानकारी रखने वालों को संभवतः पता होगा कि न्यूज़ीलैण्ड एक पूर्णतः न्यूलीयर फ़्री देश है, अर्थात् वहाँ किसी भी प्रकार के काम में परमाणु उर्जा का उपयोग नहीं किया जाता। और न्यूज़ीलैण्ड सरकार देश की 70% उर्जा का उत्पादन भूगर्भ उर्जा या हाइड्रो पावर के माध्यम से करती है। परमाणु उर्जा के उपयोग पर इतनी पाबंदी है कि न्यूज़ीलैण्ड उन जहाज़ों को भी अपने बंदरगाह पर आने नहीं देता जिनमें परमाण्विक पदार्थ भरे होते हैं। ख़ैर बात हो रही थी ओज़ी और फ़्रैंक की, वे बैरी तक पहुँचते हैं और वे सभी जानते हैं कि उन्हें क्या करना है। बैरी उन्हें जाइल्स के बारे में फिर बताता है और वे उन हत्यारों पर रात को हमला करने के निर्णय पर एकमत होते हैं।

होश में आने पर जाइल्स अपने आपको पानी के ड्रम के भीतर बंधा हुआ पाता है। ड्रम के पानी में उसे टमाटर, नींबू, और विभिन्न मसाले दिखाई पड़ते हैं। उसका मुँह एक बड़े संतरे जैसे फल से बंद कर दिया गया है और वह चिल्ला नहीं सकता। उसके पास वह रसोइया आता है, फिर रॉबर्ट और अंत में उनका नेता लॉर्ड क्रम्ब आता है। लॉर्ड क्रम्ब एक क्रूर-सा दिखने वाला गंजा आदमी है जिसके इशारे पर ही सब कुछ हो रहा है। लॉर्ड क्रम्ब जाइल्स के पास आकर उसे कहता है कि उसे मसाले वाले पानी में इसलिए डुबा कर रखा गया है ताकि उसका स्वाद और बढ़ जाए। लॉर्ड क्रम्ब बताता है कि जाइल्स उनका सुबह का भोजन है। जाइल्स के होश उड़ जाते हैं और वह डर से थर-थर काँपने लगता है। जाइल्स को कमरे में बंद करके लॉर्ड क्रम्ब, रसोइया और रॉबर्ट तीनों चले जाते हैं।

उधर डेरेक को कुछ होश आ रहा है। उठते ही वह पाता है कि वह अब तक सी-गल (एक प्रकार की समुद्री चिड़िया) के घोंसले पर गिरा पड़ा था। उसका सर चकराता रहता है और वह स्वयं को बड़ा कमज़ोर महसूस करता है। जब वह किसी तरह उठता है तो उसे पता चलता है कि गहरी चोट के कारण उसकी खोपड़ी का पिछला हिस्सा बुरी तरह खुल गया है और उसमें से उसका दिमाग़ बाहर टपक रहा है। डेरेक किसी तरह ख़ुद को संभालता है और अपने हाथों से अपनी खोपड़ी के पिछले हिस्से को दबाकर जैसे-तैसे घिसटते-सरकते अपनी कार के पास पहुँचता है। वह कार उसने झाड़ियों में छुपाकर रखी थी, और शायद तब लेकर आया था जब वह मिशन पर बैरी के साथ काइहोरो आया था। कार का दरवाज़ा खोलकर डेरेक एक हैट निकालता है और उसे अपने सर पर लगाता है ताकि उसकी खोपड़ी का पिछला हिस्सा हैट की मज़बूत पकड़ में कसा रहे और उसका दिमाग़ बाहर न टपकने पाए। लेकिन डेरेक के लिए इतना इंतज़ाम ही काफ़ी नहीं है, बहुत ख़ून बह जाने से उसे कमज़ोरी आ रही है और वह कार के पास धड़ाम् से गिर कर फिर बेहोश हो जाता है।

शाम को बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक अपनी-अपनी कमान संभालते हैं और मोर्चे पर निकल जाते हैं। असल में जिस घर के अंदर जाइल्स को ले जाया गया था वही घर इन हत्यारों का ठिकाना है। रात होते ही वे घर के अंदर दाख़िल हो जाते हैं। वे पाते हैं कि सभी हत्यारों की सभा हो रही है और लॉर्ड क्रम्ब बड़े जोश-ओ-ख़रोश के साथ उन सभी हत्यारों को उनकी सफलता पर मुबारकबाद दे रहा है। लॉर्ड क्रम्ब किसी फ़ास्ट फ़ूड के बारे में बात करता रहता है। फ़्रैंक, ओज़ी और बैरी को समझ में आ जाता है कि लॉर्ड क्रम्ब और उसका दल असल में परग्रही हैं, और वे दूसरे ग्रह से पृथ्वी पर केवल इसलिए आए थे क्योंकि वे मानवों का इस्तेमाल फ़ास्ट फ़ूड के रूप में करके अपने ग्रह में अपना व्यवसाय बढ़ाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने गाँव के सभी लोगों को मारकर, उनके अंग काट-काटकर बक्सों में भर दिए थे। इसको वे 'कच्चा माल' मानते थे जिसके माध्यम से वे फ़ास्ट-फ़ूड के जगत में नए-नए प्रयोग कर सकते थे। यह सुनते ही बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक के कान खड़े हो जाते हैं, और वे भागकर उस कमरे–के भीतर जाते हैं जिसका ज़िक्र लॉर्ड क्रम्ब सभा में कर रहा था। उस कमरे के अंदर का दृश्य बूचड़ख़ाने से भी बदतर था। यहाँ-वहाँ इतना ख़ून फैला हुआ था कि उनके पाँव फिसलते जा रहे थे। उस कमरे में रखे बक्सों को देखकर वे काइहोरो के वासियों की गुमशुदगी का रहस्य समझ जाते हैं। इतने में एक हत्यारा परग्रही एक काँच का कटोरा लेकर कमरे के भीतर दाख़िल होता है। बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक उस पर टूट पड़ते हैं। बैरी उस आदमी के पाँव दबा देता है और ओज़ी उसका सर खींचकर उखाड़ देता है, और इस तरह उखाड़ता है कि उस परग्रही के सिर समेत उसकी रीढ़ की हड्डी भी बाहर आ जाती है। ख़ैर वह परग्रही तो मर जाता है लेकिन फ़्रैंक उसकी शर्ट पहन लेता है और उसका कटोरा हाथ में लेकर हत्यारों की सभा में पहुँच जाता है। ओज़ी दीवार की ओट से फ़्रैंक और उसकी गतिविधियों को देखता रहता है।

सभा समाप्त होने पर लॉर्ड क्रम्ब रॉबर्ट को आवाज़ देता है और वहाँ मौजूद चार लोग रॉबर्ट को उसके हाथों व पैरों से उठा लेते हैं। उसे उठाकर वे फ़्रैंक के पास लाते हैं। फ़्रैंक के हाथ में काँच का कटोरा है। वे चारों रॉब्रट का मुँह फ़्रैंक के हाथों में रखे कटोरे से लगाते हैं और रॉबर्ट उस कटोरे में उल्टी करने लगता है। वह इतनी उल्टी करता है फ़्रैंक के हाथों में रखा कटोरा पूरा भर जाता है। उस उल्टी का रंग हल्का हरा है, ठीक वैसा ही जैसा पिस्ता आइसक्रीम का होता है। उसके बाद वे चारों वह कटोरा लॉर्ड क्रम्ब को थमाते हैं। फ़्रैंक देखता है कि लॉर्ड क्रम्ब उस कटोरे के द्रव को सूँघता है और फिर चटख़ारे लेकर गटागट पीने लगता है। फिर बारी-बारी से वह कटोरा वहाँ मौजूद सभी लोगों के बीच घुमाया जाता है और अपनी बारी आने पर हर परग्रही उसमें से थोड़ा-थोड़ा द्रव पीकर उस कटोरे को अगले परग्रही को सौंप देता था। अंत में वह कटोरा फ़्रैंक तक पहुँच जाता है। चूँकि फ़्रैंक ने उस आदमी की शर्ट पहन रखी थी जो इन हत्यारों का साथी था इसलिए उसे अभी तक वहाँ मौजूद सभी लोग अपने ही दल का सदस्य समझते रहते हैं। मरता क्या न करता, यही हालत फ़्रैंक की भी थी, और वह उन्हीं के दल का सदस्य है यह साबित करने के लिए उसके पास इससे बेहतर कोई विकल्प नहीं था कि वह चुपचाप बिना मुँह बनाए उस कटोरे को अपने मुँह से लगा ले। फ़्रैंक यही करता है, और कटोरे को मुँह से लगाते समय उसका मुँह घृणा से विकृत हो जाता है, लेकिन जैसे ही उस द्रव का स्वाद उसके मुँह में जाता है, उसे अंदाज़ा होता है कि यह तो बेहद स्वादिष्ट है। वह उसे और पीना चाहता है लेकिन इससे पहले ही अन्य लोग वह कटोरा उसके हाथों से ले लेते हैं। वापस आकर फ़्रैंक ओज़ी और बैरी को परग्रहियों की योजना से अवगत कराता है। ओज़ी उससे पूछता है कि क्या उसने सचमुच उल्टी का स्वाद चखा, जवाब में फ़ैंक ऐसा मुँह बनाता है जैसे यह सब करना उसकी मजबूरी थी। तीनों अपनी योजना पर दोबारा सोचना शुरु करते हैं और रात होते ही अपनी योजना को रूप देने पर एकमत होते हैं।

रात होते ही बहुत से परग्रही सो जाते हैं, और बैरी, ओज़ी तथा फ़्रैंक जाइल्स को छुड़ाने किचन में चले जाते हैं। जाइल्स उन्हें देखकर ख़ुश हो जाता है। वे तुरंत जाइल्स को क़ैद से मुक्त कराते हैं और उसे अपने साथ रहने का निर्देश देते हैं। इसके बाद वे घर के अंदर तथा बाहर कुछ परग्रहियों का सफ़ाया करते हैं। सुबह की पहली किरण के साथ परग्रहियों और हमारे तीन जाँबाज़ों के बीच भयंकर गोलीबारी शुरु हो जाती है। इधर डेरेक दोबारा होश में आ चुका है और वह बदला लेने की ग़रज़ से परग्रहियों के घर तक पहुँच चुका है। इधर बैरी, ओज़ी और फ़्रैंक तथा परग्रहियों के बीच भयानक युद्ध चल रहा है और जान बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। रणकौशल का खुलकर तथा कदम-कदम पर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी बीच कुछ गोलियाँ लक्ष्य से भटक कर घर के बाहर घूम रहे डेरेक के हैट पर लगती हैं और उसका हैट नीचे गिर जाता है। हैट के गिरते ही डेरेक अपने सर के पिछले हिस्से में भयंकर दर्द का अनुभव करता है। वह ज़मीन पर गिर जाता है और पीड़ा से छटपटाने लगता है। डेरेक समझ जाता है कि वह इस दर्द को ज़्यादा देर तक झेल नहीं सकेगा इसलिए वह अपना बेल्ट निकालता है और अपने सिर के इर्द-गिर्द बाँध लेता है ताकि उसके सिर का फट चुका हिस्सा अपने स्थान पर टिका रहे। डेरेक अपनी अजीब-सी दिखनेवाली कार चलाने लगता है और रास्ते में आने वाले एक परग्रही को इतनी ज़ोर से टक्कर मारता है कि उसके दो टुकड़े हो जाते हैं। फिर वह कार की डिक्की से एक चेन-सॉ (यांत्रिक आरी) निकालता है और उसे अपने हथियार के रूप में आज़ामाने की ठानता है। चेन-सॉ लेकर वह परग्रहियों के घर पर हमला करने की नीयत से चल पड़ता है।

इधर लॉर्ड क्रम्ब हरकत में आ चुका है तथा घर के लॉन की कुछ झाड़ियों के पीछे छिपकर फ़्रैंक और ओज़ी पर गोली चलाने की ताक में है। उसे जल्द ही मौक़ा मिल जाता है लेकिन जब वह फ़्रैंक की तरफ़ अपनी पिस्तौल तानकर उसका ट्रिगर दबाता है, तो किसी नुक़्स के कारण पिस्तौल से गोली ही नहीं निकलती। चिढ़कर वह झाड़ियों के पीछे फिर से दुबक जाता है लेकिन फ़्रैंक उसे दुबकते देख लेता है और झाड़ियों पर गोलियाँ बरसाने लगता है। लॉर्ड क्रम्ब का चेहरा ग़ुस्से से विकृत हो जाता है और वह अपना मानवीय रूप छोड़कर अपने असली रूप में आ जाता है। उसका असली रूप बड़ा अजीब है, बेहद बड़ा सर, खोखली आँखें, चिम्पान्ज़ी जैसा मुँह, नुकीले दाँत, कूबड़ वाली पीठ, लंबे नाख़ून, और कूबड़ वाला नितंब। लॉर्ड क्रम्ब के असली रूप में आते ही उसके दल के सभी हत्यारे अपने असली रूप में आ जाते हैं। रॉबर्ट बीच में आकर लॉर्ड क्रम्ब की सहायता करने की कोशिश करता है लेकिन फ़्रैंक उसे ख़ंजर फेंककर मारता है जो सीधा उसके गले को छेदता हुआ पीछे धँस जाता है। लॉर्ड क्रम्ब के लोग कीड़ों की तरह मरते जा रहे हैं लेकिन लॉर्ड क्रम्ब पर तो जैसे ख़ून सवार है। वह अपने संसाधनों के तेज़ी से ख़त्म होने पर भी रुकने की इच्छा नहीं रखता। लॉर्ड क्रम्ब को उसके कुछ बचे-खुचे लोगों के साथ छोड़कर फ़्रैंक, बैरी, ओज़ी और जाइल्स बाहर भाग जाते हैं। बाहर फ़्रैंक की कार खड़ी रहती है, उसमें सवार होकर वे सब भागने लगते हैं। लॉर्ड क्रम्ब के लिए अपने दुश्मनों को भागने देना शायद शर्म की बात होती इसलिए वह अपने तीन साथियों को उनके पीछे भेजता है। एक को तो ये तीन जाँबाज़ रास्ते में ही मार गिराते हैं, लेकिन एक परग्रही की गोली उनकी कार के इंजन में लगती है और कार से बेहिसाब धुआँ निकलने लगता है। कार आख़िर में बेकार हो जाती है। चारों आदमी कार से निकलकर झाड़ियों के पीछे जा छिपते हैं। ओज़ी को कुछ याद आता है और वह कार की तरफ़ फिर से चला जाता है। डिक्की खोलकर वह एक डब्बा निकालता है जिसमें कुछ रॉकेट और एक लॉन्चर है। इस बीच उनके पीछे लगे दो परग्रही कार के पास पहुँच जाते हैं, ओज़ी उनकी नज़रों से साफ़ बच निकलता है और झाड़ियों के पीछे छिपे अपने दोस्तों से जा मिलता है। परग्रही कार के अंदर बैठकर उसकी प्रणाली का मुआयना करने लगते हैं। उनका ध्यान भटका हुआ देखकर ओज़ी कार पर एक रॉकेट दाग़ता है। रॉकेट कार तथा उसमें बैठे दो परग्रहियों के परखच्चे उड़ा देता है। फ़्रैंक चिढ़ जाता है क्योंकि ओज़ी ने उसकी कार बरबाद कर दी। ओज़ी को इस हमले से काफ़ी जोश आता है और वह परग्रहियों के घर पर रॉकेट से हमला करने को बेताब हो जाता है। वह रॉकेट और लॉन्चर लेकर फिर से परग्रहियों के घर की ओर चल पड़ता है। फ़्रैंक भी उसकी सहायता के लिए उसके साथ चल पड़ता है। ओज़ी घर का निशाना लेकर फिर से रॉकेट दाग़ता है जिससे घर का एक हिस्सा उड़ जाता है। इस हमले से लॉर्ड क्रम्ब और उसके बचे-खुचे साथियों का ग़ुस्सा और भड़क जाता है और एक बार फिर से भयंकर युद्ध शुरु हो जाता है।

इस बीच डेरेक लड़खड़ाते हुए परग्रहियों के घर तक पहुँच जाता है। उसके हाथों में चेन-सॉ लहरा रहा है और उसके सामने जो भी आएगा वह मारा जाएगा। क्रोध के मारे वह पागल हो रहा है। उसे परग्रहियों से हिसाब चुकता करना है। ग़ुस्से से पागल डेरेक अपने सामने आनेवाले पहले परग्रही के टुकड़े-टुकड़े कर देता है। फिर वह उस परग्रही का सिर फ़ोड़कर उसमें से दिमाग़ का कुछ हिस्सा निकाल लेता है और अपने सिर के अंदर डाल देता है। इस तरह उसने अपने दिमाग़ के बरबाद हो चुके हिस्से की भरपाई कर ली। डेरेक का ग़ुस्सा अभी-भी शांत नहीं हुआ है और वह घर में मौजूद अन्य परग्रहियों की तलाश में लग जाता है। इस बीच फ़्रैंक और ओज़ी घर में दाख़िल हो चुके हैं लेकिन एक परग्रही ने उन्हें परेशान कर रखा है। वह उन्हें बंदूक की नोक पर अपने अधीन करना चाहता है। वह परग्रही फ़्रैंक और ओज़ी को बस गोली मारने ही वाला रहता है कि तभी पीछे से डेरेक प्रकट होता है और उस परग्रही को अपने चेन-सॉ से बीच से फाड़ डालता है। परग्रही के शरीर के दो हिस्से हो जाते हैं और उसका क्षत-विक्षत शव इधर-उधर गिर जाता है। डेरेक को ज़िंदा देखकर फ़्रैंक और ओज़ी ख़ुश हो जाते हैं लेकिन हैरत में पड़ जाते हैं। डेरेक जैसे उनके संबोधन को सुनता ही नहीं और फिर से दूसरे परग्रहियों की तलाश में लग जाता है। फ़्रैंक और ओज़ी घर से बाहर भागते हैं लेकिन इसी बीच लॉर्ड क्रम्ब ओज़ी के पैरों का निशाना लेकर गोली चलाता है और गोली ओज़ी को पैर में धँस जाती है। वह नीचे गिर पड़ता है तो लॉर्ड क्रम्ब उसके पैरों पर और एक-दो गोलियाँ चला देता है। ओज़ी दर्द से तड़प उठता है। ओज़ी की हालत देखकर फ़्रैंक ग़ुस्से से आगबबूला हो उठता है और लॉन्चर से एक रॉकेट लॉर्ड क्रम्ब की ओर दाग़ता है लेकिन रॉकेट के निशाना चूक जाता है और वह लॉर्ड क्रम्ब के बग़ल से होकर गुज़र जाता है और पीछे एक खुली खिड़की से बाहर निकलकर एक भेड़ से जा टकराता है। भेड़ के चीथड़े उड़ जाते हैं। फ़्रैंक ओज़ी की सहायता करने में लग जाता है और उसे उसके पाँव पर खड़ा करने की कोशिश करने लगता है।

इधर डेरेक देख चुका है कि लॉर्ड क्रम्ब ज़िंदा है। वह उसे मार डालने की नीयत से उसके सामने आ खड़ा होता है लेकिन लॉर्ड क्रम्ब उसे ज़ोर से धक्का देकर नीचे गिरा देता है और डेरेक नीचे गिरकर बेहोश हो जाता है। लॉर्ड क्रम्ब समझ जाता है कि उसकी योजना विफल हो चुकी है और उसकी सेना का सफ़ाया हो चुका है इसलिए वह वहाँ से निकल भागने में ही अपनी भलाई समझता है। लॉर्ड क्रम्ब एक विशेष कमरे में दाख़िल होता है और वहाँ डैशबोर्ड पर लगे कुछ बटन दबाता है। एकाएक सारा दृश्य ही बदल जाता है। वह पूरा घर अपने आसपास की सभी चीज़ों को अपने अंदर समेटने लगता है। पेड़, पौधे, लॉन, झाड़ियाँ सबकुछ। ओज़ी लॉन में ही पड़ा रहता है और वह भी घर के अंदर खिंचने लगता है। फ़्रैंक दौड़कर उसे बचाता है और फिर वे दोनों एक बहुत मोटे पेड़ की एक डाली पकड़कर खिंच जाने से अपने को बचाते हैं। वह पूरा घर असल में एक यान है जिसमें बैठकर लॉर्ड क्रम्ब और उसके साथी अपने ग्रह से पृथ्वी पर आए थे। अब वह उस यान से वापस लौटने वाला है। वह यान धीरे-से ऊपर उठता है और फिर अंतरिक्ष की गहराइयों में विलीन हो जाता है। फ़्रैंक और ओज़ी को ये ख़ुशी तो अवश्य है कि वे अपने मिशन में सफल हुए लेकिन साथ ही उन्हें लॉर्ड क्रम्ब के ज़िंदा बचने और डेरेक के उस यान में रह जाने का अफ़सोस भी है। वे दोनों बैरी और जाइल्स के पास जाने को तैयार हो जाते हैं।

इधर डेरेक यान के भीतर ही रह गया है। उसे होश आता है और वह खिड़की से बाहर झाँकता है। बाहर का दृश्य देखकर उसका गु़स्सा चरमसीमा पर पहुँच जाता है। बाहर उसे अंधेरा अंतरिक्ष और पृथ्वी दिखाई देते है। वह समझ जाता है कि वह एक यान में है और पृथ्वी से कई हज़ार किलोमीटर की दूरी पर है। अब वह लॉर्ड क्रम्ब से प्रतिशोध लेने पर उतारू हो जाता है। लॉर्ड क्रम्ब अपने ग्रहवासियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है लेकिन लगता है कि सिग्नल आ-जा रहा है। डेरेक लॉर्ड क्रम्ब की सीट के ठीक ऊपर प्रकट होता है और छत काटकर उसपर चेन-सॉ लिए कूद पड़ता है। चेन-सॉ से लॉर्ड क्रम्ब के सिर को फ़ाड़ते हुए वह लॉर्ड क्रम्ब के शरीर के भीतर घुस जाता है और उसके पूरे शरीर को फाड़ते हुए दूसरे सिरे से बाहर निकल आता है। बाहर निकलते ही उसपर लॉर्ड क्रम्ब का पूरा ख़ून, अंतड़ियाँ, और आंतरिक हिस्से गिर जाते हैं। वह खू़न, अंतड़ियों आदि में लिपटा हुआ कहता है "आज मेरा दोबारा जन्म हुआ है", फिर वह पागलों की तरह हँसने लगता है। वह लॉर्ड क्रम्ब का फटा हुआ सर लेकर अपने सर पर पहन लेता है और उसकी कमान संभाल लेता है। वह लॉर्ड क्रम्ब के ग्रहवासियों से संपर्क करता है और उन्हें अपने आने की सूचना देता है। फिर गहरे काले अंतरिक्ष में डेरेक की भयानक हँसी गूँजती है। साफ़ है कि डेरेक का प्रतिशोध पूरा नहीं हुआ है और वह लॉर्ड क्रम्ब के पूरे ग्रह को ही तबाह कर डालने की योजना पर काम करने वाला है।

इधर फ़्रैंक, ओज़ी, बैरी और जाइल्स उस भयानक जगह से सुरक्षित निकल जाने में सफल होते हैं। फ़िल्म के अंतिम दृश्य में इन चारों को कार में सवार होकर वहाँ से दूर जाते दिखाया गया है। सूरज डूब रहा है और इसी के साथ ज़िंदगी की नई सुबह होने वाली है।

समीक्षा

यह फ़िल्म उन लोगों के लिए नहीं बनी है जिन्हें ख़ून, हिंसा, और क्षत-विक्षत शरीर देखने की आदत नहीं है। यह उन लोगों के लिए बनी है जो पर्दे पर हिंसा, ख़ून-ख़राबा और लाशें देखने के शौकीन हैं। वैसे देखा जाए तो पीटर जैक्सन ने बहुत ही कम बजट में यह फ़िल्म बनाई थी लेकिन उतने कम बजट का इतना अच्छा सदुपयोग पीटर जैक्सन जैसे कुशल निर्देशक ही कर सकते हैं। टॉम साविनी ने अपने स्पेशल इफ़ेक्ट्स का जादू सर्वत्र बिखेरा है। इस फ़िल्म पर अति हिंसा और ख़ून-ख़राबे के कारण ऑस्ट्रेलिया में पांबदी लगाई गई थी, लेकिन इसके चाहने वाले इतने ज़्यादा थे कि उस फ़िल्म को अंत में सभी के लिए रिलीज़ करना पड़ा। पीटर जैक्सन ने रॉबर्ट तथा डेरेक की भूमिका बख़ूबी निभाई है। दोनों ही भूमिकाएँ इतनी सशक्त हैं कि लगता ही नहीं है कि यह सबकुछ एक फ़िल्म का हिस्सा है। इस फ़िल्म को बनाने में चार साल लगे और इन चार वर्षों के दौरान इसकी पूरी शूटिंग सप्ताहांत में की गई। पीटर का हाथ इतना तंग था कि उन्होंने अपने बहुत-से दोस्तों को इस फ़िल्म में प्रमुख भूमिकाएँ दीं। फ़िल्म के रिलीज़ होने पर उन्हें लागत से कई गुना अधिक फ़ायदा मिला। कॉन्स फ़िल्म महोत्सव में प्रदर्शित होने के बाद इस फ़िल्म का अंतर्राष्ट्रीय वितरण किया गया। पीटर ने अपनी माँ जोन जैक्सन से अनुरोध किया था कि वे अपने अवन में परग्रहियों का मास्क बेक कर दें और जोन ने अपने बेटे के लिए यह छोटा-सा काम कर दिया। इस फ़िल्म में एक प्रकार का नशा है जो लोगों को हैरत में डालने वाले दृश्य दिखाता है। लोग इसी उत्सुकता में अपनी सीट पर जमे रहते हैं कि अब और क्या भयानक दृश्य देखने को मिलेगा। कुछ मनुष्यों की ज़िद का कोई अंत नहीं होता, और ख़ासतौर तब जबकि आदमी संकट की में स्थिति हो। इस फ़िल्म में अपने जीवन को बचाए रखने के लिए संघर्षरत जाँबाज़ों को देखकर लगता है कि जीवन केवल सरलता से समय बिताने का नाम नहीं है। ऐसी स्थितियाँ भी आती हैं जब हमें जान बचाने के लिए जान को ही दाँव पर लगाने का जोखिम उठाना पड़ता है। ऐसे समय में आदमी कितना भी कोमल हृदय का क्यों न हो, स्थिति की प्रतिकूलता उसे निडर और प्रलयकारी बना देती है। वह अपने सामर्थ्य से बाहर के काम भी कर लेने को आतुर हो जाता है। उस समय कोई भी अवरोध उसका रास्ता नहीं रोक सकता। ऐसी स्थितियों में डटकर मुक़ाबला किया जाता है, और छिपने-छिपाने का खेल छोड़कर खुलकर मैदान में लोहा लिया जाता है। मनुष्य चाहे कितना भी डरपोक क्यों न हो, वह आसानी से अपना स्थान किसी दूसरे को लेने नहीं देता। फ़िल्म में भी दिखाए गए परग्रही पूरी मानव जाति के लिए ख़तरा पैदा कर सकते थे। यदि उनकी मानव-माँस को फ़ास्ट फ़ूड में तब्दील करने की योजना सफल हो जाती तो हमारी पृथ्वी एक बड़ा बूचड़खाना बन जाती, जहाँ ख़ून तो दिखाई देता लेकिन क़ब्रें नहीं, क्योंकि क़ब्र में डाले जाने वाले मुर्दे तो पहले ही किसी फ़ास्ट फ़ूड में बदल गए होते।

श्री सियारामशरण गुप्त ने अपनी लघुकथा ‘बैल की बिक्री’ में लिखा है ‘भय और साहस संक्रामक वस्तुएँ होती हैं’, यह बात इस फ़िल्म पर पूरी तरह से लागू होती है। जिस प्रकार चारों जाँबाज़ बैरी, डेरेक, ओज़ी और फ़्रैंक अपना जीवन बचाए रखने के लिए एक-दूसरे का उदाहरण लेकर आपस में साहस का संचार करते हैं वह वाकई किसी विषम स्थिति में फँसे समूह के लिए सीखने जैसा है। दूसरी ओर लॉर्ड क्रम्ब को अपने हत्यारे साथियों पर बहुत भरोसा और घमंड था। वह स्वयं को अजेय समझ बैठा था। उन्होंने पूरे काइहोरो गाँव के लोगों का सफ़ाया कर दिया था। वह पूरे मनुष्यों को उतना ही असहाय और डरपोक समझने की ग़लती कर बैठा था जितना की काइहोरो के बेगुनाह गाँववाले थे। बाद में, जब लॉर्ड क्रम्ब का इन चार जाँबाज़ों से सामना हुआ तो वह इन्हें कमज़ोर समझ बैठा था लेकिन जब उसकी पूरी फ़ौज तबाह होने लगी तो उसे एक अज्ञात डर सताने लगा, और धीरे-धीरे यह भावना उसकी पूरी फ़ौज में फैल गई। फ़िल्म की पटकथा बड़ी अजीब लेकिन सशक्त है। नक़ली ख़ून का बेहिसाब इस्तेमाल किया गया है और हत्याओं को बड़े निर्मम और वर्णनातम्क ढंग से दिखाया गया है। ऐसा निर्देशन पीटर जैक्सन के अलावा कोई नहीं कर सकता। नक़ली ख़ून का इतना इस्तेमाल हुआ है कि वह हास्यास्पद लगता है। दर्शक इस फ़िल्म के अगले भागों के लिए भी तैयार रहें क्योंकि सन 1993 में पीटर जैक्सन ने न्यूज़ीलैण्ड के एक अख़बार को बताया था कि वे इस फ़िल्म के दो भाग, अर्थात् भाग 2 और 3 दोनों को एक साथ बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया की भाग 2 में बैरी, फ़्रैंक, और ओज़ी ‘परग्रहियों के शिकारी’ अपने साथी डेरेक को बचाने के लिए दूसरे ग्रह की यात्रा करते हैं, और भाग 3 में परग्रहियों के वेलिंगटन (न्यूज़ीलैण्ड की राजधानी) पर एक योजनाबद्ध हमले के बारे में दिखाया गया है। देखें ये भाग कब तक तैयार होते हैं।

Tuesday, October 21, 2008

The Shining - 1980




रिलीज़ वर्ष - १९८०

निर्देशक - स्टैनली क्यूब्रिक

निर्माता - स्टैनली क्यूब्रिक, जेन हार्लान, मार्टिन रिचर्ड्स

कलाकार - जैक निकलसन, शैली डुवाल, डैनी लॉयड, स्कैटमैन क्रोदर्स, बैरी नेल्सन, जो टर्केल

'द शाइनिंग' सन् १९८० में बनी एक हॉरर फ़िल्म है जिसके निर्माण के पीछे कई दिलचस्प बातें हैं। वैसे तो इस फ़िल्म को एक हॉरर फ़िल्म का नाम दिया गया था लेकिन सच कहें तो इसमें एक भी दृश्य ऐसा नहीं है जिसमें भूत-प्रेत, तंत्र-मंत्र, भयानक नक़ाबपोश आदि का इस्तेमाल कर डराने का प्रयास किया गया हो। फ़िल्म की पटकथा वैसे तो स्टीफ़न किंग के उपन्यास 'द शाइनिंग' से प्रभावित है, फिर भी दोनों के बीच पर्याप्त अंतर है। ऐसा कहने के पीछे कारण यह है कि जब स्टीफ़न किंग, जो कि भयानक उपन्यासों के विश्व-प्रसिद्ध लेखक हैं ने यह फ़िल्म देखी थी तो वे इसके प्रदर्शन से बहुत क्षुब्ध हुए थे। उनका कहना था कि फ़िल्म उतनी निष्ठा के साथ उनके उपन्यास की कथा का पालन नहीं करती जितनी उन्हें अपेक्षा थी, और यही कारण था कि उन्होंने फ़िल्म के प्रीमियर शो के तुरंत बाद ही अपने उपन्यास 'द शाइनिंग' पर एक लघु टीवी धारावाहिक बनाने के इच्छा व्यक्त की थी। ख़ैर स्टीफ़न किंग इस फ़िल्म के बारे में क्या राय रखते हैं यह पूर्णतः उनकी सोच पर निर्भर करता है, जबकि यह फ़िल्म अपने समय की एक सफल फ़िल्म मानी गई थी, जिसने दुनियाँ भर में करोड़ों डॉलर का व्यवसाय किया और एक ऐसा मील का पत्थर बन गई जो आज तक अपने चाहने वालों को लुभाती है और अपने दृश्यों से उनके अंतर्मन को प्रभावित करती है। लीजिए, प्रस्तुत है फ़िल्म 'द शाइनिंग' की समीक्षा।


इंटरव्यू (साक्षात्कार)

फ़िल्म के पहले दृश्य में हमें कोलोराडो पर्वत श्रृंखला की बेहद ऊँची चोटियों का दृश्य दिखाया गया है। पर्वत की ऊँची चोटियों के बीच रास्ता दिखाई देता है जिस पर एक पीले रंग की वॉल्क्सवैगन कार तेज़ी से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही है। हम देखते हैं कि कार आख़िरकार अपने गंतव्य तक पहुँच जाती है, और वह गंतव्य है इस बियाबान बर्फ़ीली नीरवता में पहाड़ों की अप्रतिम ऊँचाइयों पर बना ओवरलुक होटल। सचमुच इस बियाबान में ऐसे भव्य होटल का होना किसी भुतहे महल का आभास दिलाता है। कार से एक व्यक्ति जैक टॉरेंस (जैक निकलसन) बाहर निकलकर होटल में दाख़िल होता है। वह रिसेप्शनिस्ट से होटल के मैनेजर स्टुअर्ट उलमैन (बैरी नेल्सन) से मिलने की इच्छा व्यक्त करता है। जैक मैनेजर के कमरे में जाता है और मैनेजर उसे देखकर प्रसन्नता व्यक्त करता है। बातों-बातों में पता चलता है कि ओवरलुक होटल अक्तूबर से लेकर मई तक सर्दियों में बंद रहता है, और इस दौरान होटल की देखरेख करने के लिए किसी आदमी की आवश्यकता होती है। जैक यही काम करने की इच्छा लिए ओवरलुक होटल आया हुआ है। फ़िल्म के दूसरे दृश्य में कोलोराडो राज्य के बोल्डर इलाके में एक छोटे बच्चे डैनी (डैनी लॉयड) और उसकी माँ वेन्डी (शैली डुवाल) के बीच बातचीत हो रही है। उनकी बातचीत सुनकर पता चलता है कि वेन्डी जैक टॉरेंस की पत्नी है और सात-आठ वर्षीय डैनी उनका बेटा। उनकी बातचीत से यह भी पता चलता है कि डैनी का एक अदृश्य दोस्त है टोनी (वास्तव में टोनी डैनी के अंतर्मन की आवाज़ है) और डैनी कहता है कि टोनी उस होटल (ओवरलुक होटल) में नहीं जाना चाहता। वेन्डी डैनी को समझाती है कि वहाँ जाने पर तुम्हारा और टोनी दोनों का मन लग जाएगा, क्योंकि ओवरलुक होटल बड़े सुंदर स्थान पर स्थित है।


इधर जैक अपना साक्षात्कार पूरा कर चुका है, और मैनेजर स्टुअर्ट उलमैन उसे ओवरलुक के इतिहास से संबंधित एक गंभीर बात बताता है और वह बात सुनने में बड़ी भयानक लगती है। स्टुअर्ट जैक को बताता है कि उससे पहले इस होटल का केयरटेकर (देखभाल करने वाला) चार्ल्स ग्रेडी नामक व्यक्ति था। ग्रेडी का कार्यानुभव बड़ा अच्छा था, उसके पास अच्छे लोगों की सिफ़ारिशें थीं जिसके कारण उसे होटल का केयरटेकर नियुक्त किया गया था। ग्रेडी बड़ा ही सज्जन आदमी था लेकिन सर्दियों के दौरान कुछ तो ऐसा हुआ जिसके कारण ग्रेडी लगभग वहशी दरिंदा बन गया और उसने अपनी पत्नी और दो छोटी बेटियों पर कुल्हाड़ी से वार करके उन्हें मार डाला और उनके टुकड़े कर दिए। स्टुअर्ट उलमैन को चार्ल्स ग्रेडी के इस व्यवहार के पीछे एक ही कारण दिखाई देता है और वह है ग्रेडी का अकेलापन। सर्दियों में भारी हिमपात के कारण जबकि ओवरलुक दुनियाँ से लगभग बिलकुल अलग-थलग पड़ जाता है, ऐसी स्थिति में किसी का भी अकेलेपन का शिकार हो जाना संभव लगता है। उलमैन के अनुसार ग्रेडी की मानसिक दशा भी इस वीराने के कारण बिगड़ गई थी और इसी उन्माद में उसने अपनी पत्नी और बेटियों की हत्या कर दी थी। जैक उलमैन को विश्वास दिलाता है कि उसके साथ ऐसा कुछ नहीं होगा, क्योंकि वह इस नौकरी को इसलिए स्वीकार करना चाहता है क्योंकि उसे कुछ लेखन का कार्य करना है और उसके लिए केवल शांति की ज़रूरत होती है। जैक यह भी कहता है कि उसकी पत्नी और उसका बेटा भी उसके इस काम से बेहद ख़ुश होंगे और वे दोनों यहाँ आने को बिलकुल तैयार बैठे हैं।


इस बीच बोल्डर में, डैनी अपने बाथरूम के आईने के सामने खड़ा होकर कुछ बड़बड़ा रहा है। उसके मुँह से दो आवाज़ें निकल रही हैं। एक आवाज़ तो डैनी की है, लेकिन दूसरी आवाज़ डैनी के अंतर्मन में बैठे दोस्त टोनी की है। टोनी असल में डैनी की भविष्य को देख सकने में समर्थ बनाने वाली शक्ति का नाम है। जी हाँ दोस्तों, डैनी अपनी अतींद्रीय शक्ति के माध्यम से भविष्य की घटनाओं को देख सकता है और इस वक़्त भी उसे कुछ दिखाई दे रहा है, मगर क्या? डैनी को कुछ विचित्र से दृश्य दिखाई देने लगते हैं और इस दृश्य में वह देखता है कि होटल की लिफ़्ट का दरवाज़ा खुलता है और उसमें से ख़ून का सैलाब बाहर आता है, वह सैलाब पूरे स्थान को ख़ून से सराबोर करता हुआ आगे बढ़ता है और उसके रास्त में जो भी वस्तुएँ आती हैं उन्हें वह बहा ले जाता है। डैनी यह दृश्य देखकर घबरा जाता है और उसका मन ओवरलुक होटल के प्रति अनजान आशंकाओं से भर जाता है। टोनी डैनी को यह संकेत देता है कि उसके पिता जैक ओवरलुक होटल के केयरटेकर के रूप में चुने जा चुके हैं और जल्द ही उन सभी को वहाँ जाना पड़ेगा। ठीक इसी समय जैक वेन्डी को यह बताने के लिए फ़ोन करता है कि उसे ओवरलुक होटल के केयरटेकर के रूप में चुन लिया गया है। वेन्डी इस समाचार से बहुत ख़ुश होती है। केयरटेकर की नौकरी मिलने से पहले जैक अध्यापन कार्य किया करता था। वह किसी स्कूल में शिक्षक था। बाद में उसकी नौकरी छूट गई और वह ख़ूब शराब पीने लगा लेकिन अभी कुछ दिनों से जैक ने शराब पीना छोड़कर अपनी गिरते हुए सामाजिक स्तर को फिर से उठाने का निर्णय लिया। अपने परिवार का जीवन सुधारने की दिशा में यह साक्षात्कार जैक का पहला कदम है।


होटल बंद होने का दिन (क्लोज़िंग डे)

जैक एक नए जीवन की तलाश में अपने परिवार को लेकर ओवरलुक होटल की ओर निकल पड़ा है। रास्ते में जैक शैली और डैनी आपस में बातचीत करते हैं। उनकी चर्चा का विषय है डॉनर पार्टी के नाम से विख्यात पर्वतारोहियों का एक दल, जो सर्दियों में इस बियाबान इलाके में भारी हिमपात के बीच फँस गया था और जब उन्हें भोजन नहीं मिला तो वे एक दूसरे को ही मारकर खा गए। जैक अपने परिवार के साथ ओवरलुक पहुँचता है तो मैनेजर उलमैन उसका व उसके परिवार का बड़ी गर्मजोशी से स्वागत करता है। वह उन्हें होटल के सभी स्थानों से परिचित कराने ले जाता है। उलमैन उन्हें बताता है कि सर्दियों में चूँकि मौसम बहुत ख़राब होता है इसलिए होटल के कुछ स्थानों की समय-समय पर मरम्मत करने की आवश्यकता पड़ती है, सर्दियों में होटल के हिस्सों को गर्म रखने के लिए बॉयलर चलाना पड़ता है और उन्हें इसी तरह के अन्य काम करने होंगे। जैक कहता है कि उसे ये सभी काम आते हैं और वह आराम के साथ यहाँ रह सकता है। उलमैन उन्हें ओवरलुक के इतिहास के परिचित कराता है और बताता है कि इस होटल का निर्माण रेड इंडियन लोगों के क़ब्रिस्तान पर किया गया था और इसका निर्माण कार्य दो वर्षों में पूरा हुआ था। निर्माण के दौरान यहाँ पर रेड इंडियन लोगों के साथ झड़पें भी हुईं थीं जिसमें रेड इंडियन लोंगों की हार हुई थी और उन्हें या तो मार दिया गया था या फिर खदेड़ दिया गया था। इधर गेमरूम में डैनी अपना मनोरंजन करने के लिए दीवार पर लगे निशाने पर तीर फेंक रहा है। उसे नीली पार्टी ड्रेस पहनी हुई दो छोटी और लगभग जुड़वा-सी दिखने वाली लड़कियाँ दिखाई देती हैं। डैनी की उन लड़कियों से कोई बात नहीं होती और वे लड़कियाँ बिना कुछ कहे एक दूसरे के हाथ में हाथ डाले गेमरूम से बाहर निकल जाती हैं।


इधर उलमैन जैक और वेन्डी को स्नोकैट भी दिखाता है जो बर्फ़ पर चलने वाला वाहन होता है। वह बताता है कि स्नोकैट को लगभग कार के जैसे ही चलाया जाता है। वेन्डी ओवरलुक की भव्यता से मंत्रमुग्ध दिखाई देती है, और उलमैन से दीवारों पर लगे चित्रों के बारे में पूछती है। उलमैन बताता है कि यहाँ के बहुत-से चित्र रेड इंडियन शैली में बनाए गए है, और उनमें से बहुत-से असली भी हैं। वैसे भी औवरलुक होटल के कोने-कोने में रेड इंडियन कलाओं की छाप स्पष्ट दिखाई पड़ती है। दीवारों पर बनी बड़ी आकृतियों, कालीन आदि में, रेड इंडियन कला की छाया है। डैनी ख़ामोश है और सहमा-सहमा दिखाई देता है। उलमैन उन्हें होटल के एक शानदार पार्टी हॉल में लेकर जाता है जिसका नाम गोल्ड रूम है। उलमैन उन्हें बताता है कि इस कमरे में 300 लोग आराम से एक साथ मिलकर पार्टी मना सकते हैं। वेन्डी यह देखकर रोमांचित हो उठती है और कहती है कि इस स्थान पर तो वे लोग सर्दियों में मिलकर शानदार पार्टी मना सकते हैं। उलमैन उन्हें कहता है कि अगर वे पार्टी मनाने के इच्छुक हैं तो उन्हें अपने लिए शराब की व्यवस्था ख़ुद करनी होगी क्योंकि जब होटल छः महीने के लिए बंद होता है तो शराब बाहर निकाल ली जाती है ताकि ओवरलुक होटल के प्रबंधन को अतिरिक्त वस्तुओं के बीमे की चिंता न रहे। जैक शांति से कहता है कि वे शराब नहीं पीते इसलिए कोई परेशानी ही नहीं होगी। उलमैन उन्हें उनका कमरा दिखाता है, और साथ ही होटल का एक प्रमुख आकर्षण भी दिखाता है और वह आकर्षण है भूलभुलैया। जी हाँ झाड़ी को सुंदरता से तराश कर बनाया गया भूलभूलैया जिससे बाहर निकलने में पूरा दिन लग जाता है।


वेन्डी और डैनी की मुलाक़ात ओवरलुक के मुख्य शेफ़ (रसोइए) डिक हालोरान(स्कैटमैन क्रोदर्स) से होती है। डिक उन्हें होटल के भंडारगृह में लेकर जाता है और उन्हें वहाँ मौजूद खाने-पीने की चीज़ों और उनकी उपलब्धता की जानकारी देता है। डिक बताता है कि वहाँ इतना खाना मौजूद है उन्हें पूरे वर्ष कोई भी रेसिपी दोहराने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस बीच डिक यह भाँप लेता है कि डैनी के पास इन्ट्यूशन(प्रातिभज्ञान) की अतींद्रीय शक्ति है। वह डैनी से मानसिक संपर्क स्थापित कर बिना कुछ कहे एक सवाल करता है क्या तुम आइसक्रीम खाना चाहोगे डॉक? डैनी उसका सवाल समझ जाता है और उसके बाद वे सब भंडारगृह से बाहर निकल आते हैं और डिक अपना वही सवाल डैनी के सामने बोलकर दोहराता है। वेन्डी थोड़ी आश्चर्यचकित होती है और डिक से पूछती है "आपको कैसे पता चला कि इसे हम कभी-कभी डॉक कहकर पुकारते हैं?" जवाब में डिक कहता है शायद मैंने आपको इसे डॉक कहते हुए सुना हो किंतु वेन्डी कहती है मुझे याद नहीं आता कि हमने यहाँ आने के बाद डैनी को डॉक कहकर संबोधित किया है। डिक टॉरेंस दंपत्ति से अनुरोध करता है कि वे उसे डैनी को आइसक्रीम खिलाने दें। टॉरेंस दंपत्ति उलमैन के साथ दूसरी ओर चले जाते हैं और डैनी डिक के पास रह जाता है।


मैनेजर उलमैन टॉरेंस दंपत्ति को पूरा होटल दिखाने के बाद कहता है कि पाँच बजे के बाद आपको यह महसूस भी नहीं होगा कि कोई यहाँ पर कभी मौजूद था, क्योंकि ये होटल पूरी तरह से खाली हो जाएगा और रह जाएंगे केवल आप लोग। इसके बाद के दृश्य में डिक को डैनी के साथ बैठा हुआ दिखाया जाता है। डैनी अपनी आइसक्रीम खा चुका है। डिक डैनी से बताता है "जब मैं छोटा बच्चा था तो अपनी दादी माँ के साथ घंटों बिना कुछ कहे बात करता रहता था। हम दोनों मानसिक स्तर पर ही एक दूसरे से संपर्क स्थापित कर लेते थे। डिक इस मानसिक योग्यता को शाइनिंग के नाम से संबोधित करता है और डैनी से पूछता है तुम इस बारे में बात क्यों नहीं करना चाहते और डैनी उसे कहता है "मैं नहीं कर सकता क्योंकि टोनी ने मुझे मना किया है"। डिक को अंदाज़ा हो जाता है कि टोनी उस शक्ति का नाम है जो डैनी को औरों से विशिष्ट बनाती है क्योंकि डैनी डिक को बताता है कि उसे इस होटल के बारे में टोनी ने पहले से आगाह कर दिया है। डिक डैनी को समझाता है कि उसे अपनी शक्ति की विशिष्टता पर ख़ुश होना चाहिए क्योंकि ऐसी शक्ति से संपन्न लोग ही वह सब कुछ देख लेते हैं जो सामान्य बुद्धि के परे है और कभी-कभी तो बीती हुई घटनाएँ भी उन्हें स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ती हैं। डैनी डिक से पूछता है कमरा नंबर 237 में क्या है?” डिक उसे कहता है वहाँ कुछ भी नहीं है लेकिन तुम्हारा वहाँ कोई काम नहीं है इसलिए वहाँ से दूर ही रहना


एक महीने बाद (ए मंथ लेटर)


जैक का परिवार ओवरलुक के परिवेश में लगभग ढल चुका है। होटल अब पूरी तरह वीरान हो चुका है और जैक के परिवार के अलावा वहाँ कोई दूसरा दिखाई नहीं पड़ता। बर्फ़ पड़नी शुरु हो गई है, और मौसम भी बड़ा उदास-सा हो चला है, न कहीं हरियाली नज़र आती है और न कोई गतिविधि। सब कुछ जैसे थम-सा गया है। वेन्डी हाथों में नाश्ते की ट्रे लिए जैक के कमरे में आती है और उससे पूछती है कि क्या वह उसके साथ घूमने चलेगा और जैक कहता है कि उसे अब जल्द से जल्द अपने लेखन कार्य में जुटना होगा ताकि इन पाँच-छः महीनों की शांति का सदुपयोग हो सके। जैक अपना टाइपराइटर लाउंज में रख लेता है लेकिन उसके दिमाग़ में कोई विचार नहीं हैं। बाहर वेन्डी और जैक भूलभूलैया में अपना समय बिता रहे हैं।


मंगलवार (ट्यूज़डे)

वेन्डी समाचार सुन रही है और टीवी पर हत्याओं से जुड़ी खबरें सुनाई जा रही हैं। डैनी अपनी तीन चक्के वाली साइकिल में होटल के एक स्थान से दूसरे स्थान में घूम रहा है। वह कमरा नंबर 237 के सामने आकर रुक जाता है। वह दरवाज़े का हैंडल घुमाने की चेष्टा करता है लेकिन यह क्या! दरवाज़ा तो अंदर से बंद है। वह वहाँ से आगे बढ़ जाता है। हॉल के रास्ते पर उसे फिर से वे दो छोटी लड़कियाँ दिखाई देती हैं। डैनी घबराकर वहाँ से भाग जाता है। जैक अपना काम करने का पूरा प्रयत्न कर रहा है लेकिन उसका दिमाग़ मानो एक जगह रुक गया है। उसके टाइपराइटर की कुंजियों की आवाज़ उस विशाल कमरे को एक विचित्र ध्वनि से भर रही हैं। वेन्डी वहाँ आकर जैक के कार्य की प्रगति के बारे में पूछती है लेकिन जैक कुछ बताने के बजाय चिढ़ जाता है और अपनी विचारशून्यता का दोषारोपण वेन्डी पर करने लगता है। जैक कहता है कि वेन्डी के आने पर उसका ध्यान भंग हो जाता है और वह कुछ भी लिख नहीं पाता। वह वेन्डी को चेतावनी देता है कि यदि वह जैक को यहाँ टाइप करते देखती है तो उसका ध्यानभंग करने के लिए वहाँ न आए।


गुरुवार (थर्सडे)

बाहर बर्फ़ का तूफ़ान चल रहा है और वेन्डी डैनी के साथ बाहर खेल रही है। जैक उन दोनों को बाहर खेलता हुआ देख रहा है। उसका चेहरा भावशून्य होता जा रहा है। उसकी आँखों में एक दरिंदगी दिखाई पड़ रही है। उसका मन वास्तविकता को पीछे छोड़ किसी दूसरी दुनियाँ में रम गया प्रतीत होता है। स्पष्ट रूप से उसकी आँखों में किसी अदृश्य सत्ता का साया है।


शनिवार (सैटरडे)

बाहर तूफ़ान की स्थिति और विकराल हो गई है। तूफ़ान में टेलीफ़ोन लाइनें ख़राब हो गई हैं। वेन्डी रेडियो संदेश द्वारा यू.एस. फ़ायर सर्विस को इसकी इत्तला देती है। डैनी को अपनी साइकिल चलाते समय वे दोनों लड़कियाँ हॉल के रास्ते में फिर दिखाई पड़ती हैं। और वे एक स्वर में उससे कहती हैं आओ डैनी हमारे साथ खेलो। डैनी को फिर एक दृश्य दिखता है जिसमें उसे उन लड़कियों की कुल्हाड़ी से क्षत-विक्षत लाशें दिखाई पड़ती है। पूरा रास्ता उनके ख़ून से तरबतर होता है। डैनी यह सब देखकर डर जाता है तब टोनी उसे समझाता है कि यह सब देखकर डरना नहीं चाहिए क्योंकि ये बस छवियाँ हैं और अवास्तविक हैं।


सोमवार (मंडे)

बर्फ़ के तूफ़ान ने टॉरेंस परिवार का दुनियाँ से संपर्क काट दिया है। डैनी वेन्डी से अपने कमरे से फ़ायर इंजन लाने की अनुमति मांगता है। वेन्डी उसे शोर न करने को कहती है क्योंकि उसके पिता जैक अभी-अभी सोने गए हैं लेकिन जब डैनी अपने पिता के कमरे के पास से गुज़रने को होता है तो उसे जैक बिस्तर पर बैठा हुआ दिखाई देता है। बढ़ी हुई शेव, बिखरे हुए बाल और मन में न जाने कौन-से विचार लिए जैक शून्य में घूरता रहता है। डैनी अपने पिता के बदलते रूप को देखकर आशंकित है। उसे अभी-भी लगता है कि उसके पिता किसी न किसी तरह उसका व उसकी माँ वेन्डी का अहित करके रहेंगे। वह आहिस्ते से अपने पिता के पास जाता है। बातों ही बातों में वह अपने पिता से पूछ बैठता है कि कहीं वे उन्हें (उसे व उसकी माँ वेन्डी) को हानि तो नहीं पहुँचाएंगे? जैक उसे गोद में लेकर बैठाता है और कहता है कि वह उसे दुनियाँ में सबसे ज़्यादा चाहता है और वह उनका अहित करने के बारे में सोच भी नहीं सकता।


बुधवार (वेन्सडे)

डैनी कालीन पर बैठा अपने खिलौनों से खेल रहा है कि तभी एक पीली गेंद लुढ़क कर उसके पास आती है। डैनी जब उस गेंद के आने का स्रोत ढूँढ़ने की नीयत से इधर-उधर दृष्टि डालता है तो उसे कमरा नंबर 237 का दरवाज़ा थोड़ा-सा खुला हुआ दिखाई देता है और वह जिज्ञासावश कमरे की ओर बढ़ जाता है। इधर वेन्डी बॉयलर रूम में है और बॉयलर की सेटिंग जाँच कर रही है कि तभी उसे जैक की चीख सुनाई देती है। उसे पता है कि जैक काम कर रहा होगा अतः वह तेज़ी से मन में चिंता लिए जैक की ओर भागती है। लाउंज में पहुँचकर वेन्डी देखती है कि जैक लगभग सुसुप्त अवस्था में चिल्ला रहा है। जब वेन्डी उसे शांत करने की गरज से उसे हाथ लगाती है तो वह अपनी कुर्सी से नीचे गिर पड़ता है और उसकी नींद टूट जाती है। जैक बहुत परेशान है। वह वेन्डी को बताता है कि उसने एक बहुत बुरा स्वप्न देखा। सपने में उसने डैनी और वेन्डी की हत्या कर दी और कुल्हाड़ी से उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। जैक अपराधबोध और ग्लानि से भरकर अपना स्वप्न वेन्डी को बताता रहता है कि तभी वेन्डी की दृष्टि डैनी पर जाती है जो बिलकुल गुमसुम-सा उनकी ओर बढ़ रहा है। वेन्डी पहले तो डैनी से कहती है कि वह अपने कमरे में चला जाए लेकिन जब डैनी वेन्डी की बात को अनसुना करते हुए बढ़ना जारी रखता है तो वेन्डी दौड़कर उसके पास पहुँचती है। डैनी के पास पहुँचकर वेन्डी के होश उड़ जाते हैं। डैनी का स्वेटर फटा हुआ है और उसकी गरदन पर खरोंच के निशान दिखाई देते हैं। वेन्डी को न जाने क्यों ये लगता है कि डैनी की यह दशा जैक ने की है। वह जैक पर आरोप लगाती है कि उसी ने डैनी को मारा पीटा होगा। दोस्तों जैसा कि आपको बताया जा चुका है कि केयरटेकर की नौकरी करने से पहले जैक एक शिक्षक हुआ करता था। उस समय वह बड़ा ग़ुस्सैल था और साथ ही ख़ूब शराब भी पीता था। एक बार डैनी ने जैक के कुछ ज़रूरी काग़ज़ बिखेर दिए थे तो जैक ने नन्हें डैनी का हाथ इतनी ज़ोर से खींचा था कि बच्चे के कंधे की हड्डी सरक गई थी। शायद यही कारण है कि वेन्डी इस बार भी डैनी के शरीर पर लगी चोटों का ज़िम्मेदार जैक को मानती है। वेन्डी और डैनी के जाने के बाद जैक अकेला रह जाता है। वह ग़ुस्से से दाँत पीसते हुए राहदारी पर जाता है और गोल्ड रूम में आता है। गोल्ड रूम पूरी तरह से खाली होता है। जैक चुपचाप बारटेंडर वाले काउंटर के सामने जाकर बैठ जाता है। गोल्ड रूम के बार में शराब की कोई बोतल नहीं है। जैक परेशान होकर बैठा हुआ है, और शराब की बोतलों के खाली शेल्फ़ को देखकर कहता है हे भगवान मैं एक ड्रिंक के लिए कुछ भी कर सकता हूँ, काश कि मुझे एक गिलास बीयर मिल जाए तो उसके बदले में मैं अपनी आत्मा भी दे दूँ। जैक यह सब कुछ बार काउंटर पर लगे आईने में अपने चेहरे को देखकर कहता रहता है और ऐसा लगता है कि वह ये सब केवल दर्शकों की ओर देखकर कह रहा है कि अचानक दर्शक देखते हैं एक शैतान-सा दिखने वाला लाल जैकेट पहना हुआ बारटेंडर! अब जैक उस बारटेंडर से बातें करने लगता है। अब शराब की खाली शेल्फ़ शराब की बोतलों से पूरी तरह से भरी हुई है। वह बारटेंडर शायद ओवरलुक में वास करने वाली कोई दुष्टात्मा है जो अब जैक को शराब का लालच देकर उसे फिर से शराबी बनाना चाहती है। जैक उस बारटेंडर लॉयड (जो टर्केल) की आँखों में एक शैतानी चमक है और वह बिना पलकें झपकाए जैक के सवालों का जवाब देता है। वह जैक को उसकी पसंदीदा शराब पेश करता है और जैक उससे अपना दुःख बाँटने लगता है। लॉयड उसकी बातें सुनता रहता है लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दर्शाता। जैक लॉयड की तारीफ़ करता है। वह कहता है कि पूरी दुनियाँ में लॉयड से अच्छा बारटेंडर हो ही नहीं सकता। जैक लॉयड से वेन्डी की शिकायत भी करता है। जैक कहता है कि वेन्डी उसके मन को नहीं समझती, और उस पर झूठा आरोप लगाती है जबकि जैक अपने बेटे को संसार में सबसे ज़्यादा चाहता है। वह लॉयड को उस दुर्घटना के बारे में भी बताता है जिसमें डैनी के कंधे की हड्डी सरक गई थी। वह महज़ एक दुर्घटना थी लेकिन वेन्डी अब तक उसे गुनाहगार मानती है, और डैनी का दुश्मन समझती है।


बदहवास-सी वेन्डी गोल्ड रूम में दाख़िल होती है। वह बेहद डरी हुई है। दर्शक देखते हैं कि गोल्ड रूम अब पहले की तरह खाली है। न तो वहाँ शेल्फ़ में शराब की बोतलें हैं और न ही शराब पेश करने वाला बारटेंडर लॉयड। पूरा गोल्ड रूम वीरान है वहाँ बैठा है अकेला जैक। वेन्डी जैक को बताती है कि वह उस पर आरोप लगाने के लिए क्षमा चाहती है और डैनी ने उसे बताया है कि कमरा नंबर 237 में उसका सामना एक पागल बुढ़िया से हुआ जो बाथटब में थी। उसी बुढ़िया ने डैनी पर हमला किया और उसकी ये दुर्दशा कर दी। वेन्डी जैक से अनुरोध करती है कि वह उस कमरे में जाकर छानबीन करे। जैक को वेन्डी की बात पर विश्वास तो नहीं होता लेकिन फिर भी औपचारिकता के नाते उस कमरे की ओर जाता है।


डिक हालोरान अपने घर में आराम से लेटकर टीवी देख रहा है। उसे कुछ भयंकर दृश्य दिखाई देते हैं। डिक देखता है कि ओवरलुक के लिफ़्ट के खुले दरवाज़े से ख़ून का सैलाब बाहर आ रहा है। उसे डैनी की हालत भी अस्त-व्यस्त-सी दिखाई देती है। यह दृश्य देखकर उसके मन में चिंता समा जाती है। वह कुछ क्षणों के लिए स्तब्ध हो जाता है, फिर वह सुरक्षा दल के अधिकारी से संपर्क कर उससे टॉरेंस परिवार के हालचाल का पता लगाने का अनुरोध करता है।


इधर वेन्डी के कहने पर जैक ख़ुद कमरा नंबर 237 की ओर जाता है। सचमुच उसे कमरे का दरवाज़ा खुला हुआ मिलता है। वह कमरे के अंदर दाख़िल होता है तो बाथरूम में लगे परदे के पीछे उसे किसी का अक्स दिखाई देता है। वह अक्स परदे से बाहर आ जाता है, और जैक को अपने सामने दिखाई पड़ती है एक अनिद्य सुंदरी। भावावेश में जैक स्वयं पर क़ाबू नहीं रख पाता और नशे की हल्की-सी ख़ुमारी में वह यंत्रवत उस सुंदरी के पास चला जाता है। जैक उससे लिपट जाता है, और वह सुंदरी भी उसकी चेष्टाओं का बराबर उत्तर देती है। जैक उससे लिपटे हुए आईने में अपना प्रतिबिंब देखता है, लेकिन आईने में उस सुंदरी का प्रतिबिंब देखते ही जैक के होश उड़ जाते हैं। आईने में जैक को उस सुंदरी की पीठ का माँस सड़ा-गला दिखाई देता है और अचानक ही वह सुंदरी एक भद्दी-सी दिखने वाली बुढ़िया में बदल जाती है जो हँसते हुए उसकी ओर इस अंदाज़ में बढ़ती है मानो उसे अपने साथ मौत की दुनियाँ में ले जाएगी। जैक को अब उस बुढ़िया की सड़ी हुई लाश बाथ टब में पड़ी हुई दिखाई देती है। वह घबराकर पीछे की ओर भागता है और किसी तरह उस कमरे का दरवाज़ा बाहर के बंद करने में सफल होता है। वह बदहवास-सा हो उठता है लेकिन वेन्डी तक पहुँचते-पहुँचते वह अपने होश-ओ-हवास पर काफ़ी हद तक क़ाबू पा लेता है। वेन्डी के पास जाकर जैक कहता है कि वह कमरा नंबर 237 में गया था लेकिन उसे वहाँ कुछ भी नहीं दिखाई दिया। जब वेन्डी डैनी को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करती है तो जैक अधीर-सा हो उठता है और कहता है कि मुद्दत के बाद उसे अपने काम के लिए ऐसी मुनासिब जगह मिली है जहाँ वह शांति से बैठकर अपना लेखन-कार्य कर सकता है और साथ-ही ओवरलुक के प्रति अपना उत्तरदायित्व भी निभा सकता है तो वेन्डी इसमें अड़चन नहीं डाल सकती। वह ग़ुस्से से हाथ पैर पटकता बाहर निकल जाता है और गोल्ड रूम की ओर उसके कदम अनायास ही बढ़ने लगते हैं।


गोल्ड रूम के सामने पहुँचकर जैक को एहसास होता है कि उसका परिवार इस होटल में अकेला नहीं है। जी हाँ। गोल्ड रूम पूरी तरह से सजाधजा है और मेहमानों से भरा हुआ भी है। जहाँ कुछ देर पहले शराब की बोतलों तक का पता न था, जहाँ उस भुतहा बारटेंडर लॉयड के आने से पहले जैक के सिवा कोई न था, वहाँ अब शराब पानी की तरह बह रही है। जैक बिन बुलाए मेहमान की तरह गोल्ड रूम के अंदर प्रवेश कर जाता है और निश्चित ही, वह लॉयड को छोड़ यहाँ और किसी को नहीं पहचानता। इसलिए वह लॉयड की ओर बढ़ जाता है। सारे मेहमान नृत्य करने, शराब पीने, और आनंद उठाने में मस्त हैं। जैक यहाँ ख़ुद को कुछ अजनबी-सा ज़रूर महसूस करता है लेकिन लॉयड तो है न! फिर चिंता कैसी? लॉयड जैक को देखकर ऐसे प्रसन्न हो जाता है जैसे बहुत दिन का भूखा भेड़िया एकाएक अपने शिकार को देखकर प्रसन्न हो जाता है। शायद इस ओवरलुक में बसने वाली आत्माएँ यही चाहती हैं कि जैक फिर से अपनी पुरानी शराबियों-सी जीवन शैली अपना ले। लॉयड उसे देखते ही उसकी फ़रमाइश पूरी करने लगता है। वह जैक का गिलास भरने लगता है। जब जैक कहता है कि उसके पास इसके लिए पैसे हैं तो लॉयड शांति से कहता है जितना चाहो उतना पियो जैक, तुम्हारे पैसे यहाँ नहीं चलने वाले, यह सब कुछ हमारी ओर से, इस होटल की ओर से है। जैक लॉयड की बातें सुनकर ख़ुश हो जाता है। वह इधर-उधर घूमने लगता है। ऐसा लगता है मानो अमरीका में सन् 1900 के मेहमानों की टोली वहाँ आ गई है। उन सब का पहनावा पुराने ज़माने का दिखाई देता है। जैक घूमता रहता है और अचानक एक ड्रिंक सर्व करने वाला वेटर उससे टकरा जाता है और उसकी ट्रे में रखा 'अवाकाडो' जैक पर गिर जाता है। वेटर घबराकर उसका जैक का जैकेट साफ़ करने लगता है और उससे अनुरोध करता है कि वह बाथरूम में चले ताकि जैकेट को अच्छी तरह से साफ़ किया जा सके। जैक उस वेटर की बात मान लेता है।


बाथरूम में पहुँचकर वह वेटर जैक के जैकेट की सफ़ाई करने लगता है और जैक उससे उसका नाम पूछता है। वेटर जैक को अपना नाम ग्रेडी बताता है। उसका नाम सुनते ही जैक उससे पूछ बैठता है कि क्या वह वही ग्रेडी है जो उससे पहले ओवरलुक का केयरटेकर हुआ करता था और उन्माद में अपनी पत्नी और बेटियों की हत्या कर चुका था। वेटर उसके सवाल का जवाब ना में देता है। वह कहता है कि उसे ऐसा कुछ भी याद नहीं आता। जैक उसे याद दिलाने का प्रयास करता है और यहाँ तक कहता है कि उसने ग्रेडी की फ़ोटो अख़बार में छपी देखी थी, जब उसने अपनी पत्नी और बेटियों की हत्या कर दी थी और फिर ख़ुद को गोली मार ली थी। ग्रेडी को कुछ भी याद नहीं है। वह जैक से कहता है कि मैं नहीं तुम यहाँ के केयरटेकर हो, और हमेशा से तुम्हीं इस होटल के केयरटेकर रहे हो। सच तो यह है दोस्तों कि ओवरलुक एक शापित स्थान है। वहाँ रेड इंडियनों के क्रूर संहार के बाद हत्याओं का एक सिलसिला-सा शुरु हो गया। कई सालों से वही हत्याओं का क्रम चला आ रहा है। इस होटल में अभिशप्त आत्माओं का बसेरा है और व्यक्ति को अकेला पाकर ये आत्माएँ उसकी सूझबूझ पर पर्दा डाल देती थीं जिससे वह व्यक्ति कुछ भी और न बनकर एक हत्यारा बन जाता था। फ़िल्म देखकर तो यही लगता है कि ग्रेडी ओर जैक एक ही सिक्के के दो पहलू हैं कभी हत्यारा ग्रेडी के रूप में उभरता है तो कभी जैक के रूप में। ग्रेडी के रूप में मौजूद, होटल की एक दुष्टात्मा बातों-बातों में जैक का मज़ाक उड़ाती है। उसका कहना है कि डैनी, जिसे जैक एक छोटा बच्चा समझता है, वह एक विशिष्ट प्राकृतिक वरदान प्राप्त बच्चा है और वह भविष्य में झाँक सकने की अपनी शक्ति का जैक की इच्छा के विरुद्ध इस्तेमाल कर रहा है, और इस तरह वह होटल के कुक डिक से संपर्क कर रहा है। ग्रेडी रंगभेद का भी समर्थक लगता है क्योंकि वह कुक डिक की बात निकलने पर वह उसे निगर कहकर संबोधित करता है। ग्रेडी जैक से कहता है कि वह (जैक) ओवरलुक के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को ठीक से नहीं निभा रहा है। ग्रेडी बताता है कि किस तरह जब उसकी पत्तनी और दो छोटी बेटियों ने उसके काम में रोड़े डालने का प्रयास किया था तो उसने उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे, और ग्रेडी के शब्दों में कहें तो उसने अपनी पत्नी और बेटियों को ठीक कर दिया था। जैक पूरी तरह ग्रेडी की आत्मा के वशीभूत हो जाता है, और कुछ करने की ठान लेता है। जैक की ज़िद के आगे बेबस वेन्डी सुरक्षा दल को यह जानकारी देना चाहती है कि यदि जैक उनके साथ नहीं जाएगा तो केवल वह और डैनी होटल छोड़ जाएंगे। डैनी कमरे में Redrum कहता जा रहा है, और ऐसा लगता है कि उसे आने वाले ख़तरे का पूर्वाभास हो रहा है। इस बीच जैक होटल के संचार कक्ष में जाकर वहाँ लगे रेडियो को बेकार कर देता है।


8 AM (प्रातः आठ बजे)

कुक डिक हालोरान ने सुरक्षा दल से अनुरोध किया था कि वे टॉरेन्स परिवार की खोज-ख़बर लें, लेकिन जब सुरक्षादल उनसे संपर्क करने में विफल हो जाता है तो डिक ओवरलुक की यात्रा पर चल पड़ता है।

इस बीच वेन्डी जैक के लाउंज में आती है। यह वही जगह है जहाँ जैक बैठे-बैठे टाइप-राइटर पर अपना लेखन-कार्य करता है। वहाँ जैक की अब तक की बनाई हुई पांडुलिपियाँ रखी हैं। वेन्डी यह जानने की इच्छुक लगती है कि जैक ने आख़िर अब तक क्या काम किया है, जिसका हवाला वह दिन-रात देता रहता है। मेज़ पर रखी पांडुलिपियों के पन्ने उलटते-उलटते वह थर-थर काँपने लगती है। उसका मन किसी अज्ञात भय की आशंका से भर उठता है। वह देखती है कि हज़ारों पृष्ठ की पांडुलिपि में केवल एक ही वाक्य All work and no play makes Jack a dull boy.अलग-अलग ढंग से, विभिन्न रूपों से, अलग-अलग शैलियों से टाइप किया गया है। तो यह था वह काम जिसकी दुहाई जैक दिन-रात दिया करता था! इसी बीच जैक वहाँ आ धमकता है। वह चेहरे पर क्रूर हँसी लिए वेन्डी की ओर बढ़ने लगता है। वेन्डी डरकर सीढ़ियों पर पीछे हटने लगती है और जैक से कहती है कि डैनी को किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाने की ज़रूरत है। जैक चिढ़-सा जाता है और उसे लगता है कि वेन्डी नाटक कर रही है, वह केवल होटल छोड़कर जाने के लिए उसे (जैक को) राज़ी करने को ऐसा कह रही है। जैक वेन्डी पर आरोप लगाता है कि वह उसकी ज़िम्मेदारियों को नहीं समझती उसका भविष्य तबाह करने पर तुली हुई है, और सिर्फ़ उसी के कारण वह अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा नहीं पा रहा है। वैन्डी के हाथ में एक बेसबॉल वाला बैट है, वह उसी से अपनी रक्षा करने का प्रयास करती है। जैक की धमकियों से वह पहले ही इतनी डर चुकी है कि उसके पास आत्मरक्षा के अलावा कोई चारा नहीं है। बहस के दौरान वेन्डी जैक को बैट से चोट पहुँचाती है, और जैक सीढ़ियों से लुढ़क कर नीचे गिर पड़ता है और अपने होश खो बैठता है। वेन्डी जैक को घसीटते हुए होटल के भंडारगृह में लेकर आती है, और जैक को वहाँ बंद कर देती है। उसका मन डैनी को लेकर बाहर निकल जाने का है। बंद जैक वेन्डी से गुहार करने लगता है कि वह उसे कमरे से बाहर निकलने दे। वह कहता है कि ग़लती से ही सही लेकिन बैट बहुत ज़ोर-का पड़ा था, और उसे चक्कर आ रहे हैं। वेन्डी को अब जैक की बातों का विश्वास नहीं रहा इसलिए वह कहती है कि वह और डैनी स्नो-कैट से बाहर जाएंगे और किसी डॉक्टर को लेकर वापस आएंगे। वेन्डी जैक को कदापि बाहर निकालना नहीं चाहती। बंद जैक हँसने लगता है, और कहता है कि वे कहीं नहीं जा सकते क्योंकि उसने स्नोकैट बेकार कर दी है। वेन्डी बाहर जाकर स्नोकैट की जाँच करती है और पाती है कि जैक झूठ नहीं बोल रहा था। उसने सचमुच स्नोकैट के डिस्ट्रीब्यूटर के तार काट दिए हैं।


4 PM (शाम 4 बजे)

भंडारगृह में बंद जैक को बाहर ग्रेडी की गूंजती हुई आवाज़ सुनाई देती है। ग्रैडी उससे अप्रसन्न है और उसका मज़ाक उड़ाता है कि उसकी पत्नी और बेटा उससे ज़्यादा चालाक निकले। वे लोग भागने में सफल हो गए और जैक यहीं रह गया। जैक ग्रेडी से प्रार्थना करता है कि यदि उसे एक मौक़ा और दिया जाए तो यह साबित हो जाएगा कि वह इतना कमज़ोर नहीं है जितना ग्रेडी और ओवरलुक में रहने वाली अन्य आत्माएँ उसे समझते हैं। जैक के अनुरोध पर कोई अज्ञात शक्ति भंडारगृह का दरवाज़ा खोल देती है और जैक आज़ाद हो जाता है। जैक आज़ाद हो चुका है इस बात से अनजान वेन्डी अपने कमरे में आराम कर रही है। डैनी लगातार विचित्र-सी आवाज़ में Redrum का उच्चारण कर रहा है। वह वेन्डी की लिप्स्टिक से दरवाजे़ पर "Redrum" लिख देता है, और ज़ोर-ज़ोर से "Redrum" "Redrum" चिल्लाने लगता है। वेन्डी की आँख खुल जाती है और वह आईने में दरवाज़े पर लिखे "Redrum" को देखती है जो उसे ठीक उल्टा यानी Murder दिखाई देता है। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाए पागल जैक एक कुल्हाड़ी लेकर उनके कमरे का दरवाज़ा तोड़ने का प्रयास करने लगता है।


इधर कुक डिक हालोरान अभी-भी ओवरलुक के रास्ते पर है। बर्फ़ का तूफ़ान ज़ोरों पर है और इस भयावनी निस्तब्धता और प्रगाढ़ अंधकार में डिक आशंकित-सा स्नोकैट में ओवरलुक की ओर चला जा रहा है। वेन्डी बदहवास-सी होकर खिड़की से किसी तरह डैनी को कमरे से बाहर निकालने में सफल हो जाती है, लेकिन ख़ुद बाहर नहीं निकल पाती उधर जैक दरवाज़े पर लगातार कुलहाड़ी से प्रहार कर उसे तोड़ डालता है फिर वह जैसे ही कुंडी खोलने के लिए दरवाज़े के अंदर हाथ डालता है, वेन्डी उसके हाथ पर चाक़ू से वार करती है। जैक दर्द से बिलबिला उठता है, लेकिन अपना इरादा नहीं बदलता। वेन्डी को अब अपनी मौत दिखाई दे रही है। ठीक उसी समय कुक डिक हालोरान के स्नोकैट की आवाज़ सन्नाटे को भंग करती हुई पास आती प्रतीत होती है। बचने की आशा से वेन्डी चीखने-चिल्लाने लगती है। डिक होटल के अंदर प्रवेश करता है, और टॉरेंस परिवार की खोज करने लगता है कि तभी जैक हाथ में कुल्हाड़ी लिए उस पर झपट पड़ता है और कुल्हाड़ी का एक वार होते ही डिक फ़र्श के कालीन पर गिर पड़ता है और दम तोड़ देता है। जैक को डिक की मृत्यु में अपनी विजय दिखाई देती है। वह लंगड़ाते कदमों से डैनी की तलाश में निकलता है। डैनी उसे देखकर दूर भागने लगता है और भागते-भागते उस विशाल भूलभुलैया के भीतर घुस जाता है। अंदर का माहौल बेहद डरावना है। भूलभुलैया की झाड़ियों के निचले हिस्से में लाइटें जल रही हैं, और उनके प्रकाश में एक बार डैनी के नन्हें पैर और एक बार पीछा करते जैक की वहशी चाल दिखाई देती है। बर्फ़ का तूफ़ान अब भी नहीं रुका है और बर्फ़ सर्वत्र बिखरी पड़ी है। होटल के अंदर वेन्डी को कुछ भयानक दृश्य दिखाई देते हैं। वह फ़र्श पर डिक की लाश देखती है, और देखती है कि ग्रेडी, जिसका चेहरा रक्त-रंजित है वह उसे जाम पेश करता है और कहता है कितनी अच्छी पार्टी है। वह होटल के भूतपूर्व मेहमानों की भी झलक देखती है जिनके कंकाल अभी-भी अलग-अलग जगहों पर बैठे उसी की तरफ़ देख रहे हैं। वेन्डी देखती है कि लिफ़्ट का दरवाज़ा खुल जाता है और उसमें से रक्त का सैलाब बाहर आने लगता है। ये सब ऐसे दृश्य हैं जिनकी कल्पना वेन्डी ने कभी नहीं की थी। वह डैनी की सुरक्षा को लेकर और चिंतित हो जाती है और उसे ढूँढ़ने निकल पड़ती है।


बर्फ़ में डैनी के कदमों के निशानों का पीछा करते हुए जैक उसे ढूँढ़ने की कोशिश कर रहा है लेकिन डैनी थोड़ा अधिक चालाक है। वह एक जगह दुबकने से पहले बर्फ़ में पड़े अपने कदमों के निशानों की ठीक विपरीत दिशा में अपने पैरों से निशान बना देता है, और जैक उन निशानों का पीछा करते हुए भूलभुलैया में भटक कर रह जाता है। अपनी तीक्ष्ण बुद्धि का प्रयोग कर डैनी उस भूलभुलैया से बाहर निकल जाता है। बाहर उसे वेन्डी मिलती है जो उसी की चिंता में बदहवास-सी इधर-उधर घूम रही थी। वह डैनी को देखते ही उससे लिपट जाती है और वे दोनों डिक हालोरान की छोड़ी हुई स्नोकैट से भाग निकलने में सफल हो जाते हैं। जैक भूलभुलैया में फँसकर रह जाता है और अपनी असफलता पर ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगता है। सुबह के समय तूफ़ान थम गया है। हम देखते हैं कि जैक अपने लक्ष्य में सफल नहीं हो सका, वह भूलभुलैया से बाहर निकलने का रास्ता नहीं खोज सका और बर्फ़ीली हवा और ठंड ने उसकी जान ले ली। दर्शक उसकी जमी हुई लाश देखते हैं। फ़िल्म के अंतिम दृश्य में एक बॉल डांस की एक तस्वीर दिखाई जाती है जिस पर 4th July 1921 लिखा हुआ है। मेहमानों के झुंड में हमें कहीं पर जैक का भी चेहरा दिखाई देता है, जो साबित करता है कि ओवरलुक सचमुच अभिशप्त जगह है और मरने-मारने का यह क्रम हमेशा जारी रहेगा।


समीक्षा:

यह फ़िल्म मुख्य रूप से एक ऐसे शाप का वर्णन करती है जो ओवरलुक के तैयार होने से लेकर अब तक चला रहा है। ओवरलुक के निर्माण के समय में रेड इंडियन्स की भावनाओं की कोई क़ीमत नहीं की गई थी। उन्हें जबरन उनके स्थान से विस्थापित किया गया और विस्थापित करना तो एक तरफ़ उन्हें बेवजह मार डाला गया। इस शाप का मूल उस रेड इंडियन संस्कृति के मूल में कहीं पर छिपा है, जिसका दमन श्वेत नस्ल के लोगों ने अपने निजी स्वार्थों के कारण किया। सच है, यदि इंसान को इंसान समझ कर मात्र उसे अपनी स्वार्थ सिद्धी का एक ज़रिया मान लिया जाए तो यह तो पाशविक कृत्य होगा। उसी पाशविक वृत्ति की छाप हमें जैक और ग्रेडी जैसे कमज़ोर इंसानों में दिखाई देती है। ग्रेडी का डिक को 'निगर' कहना इस बात का द्योतक है कि समाज में असमानता बरक़रार है और चाहकर भी हम ऐसे लोगों की कुत्सित मानसिकता को नहीं बदल सकते जो इंसान की पहचान केवल उसके रंग के आधार पर करते हैं. पुराने समय में राजा हुआ करते थे, वे अपने सैनिकों को अपने बस में करने का एक तरीक़ा अपनाया करते थे। वे जानबूझ कर उन्हें कमज़ोर कहा करते थे ताकि वे इस शब्द से बचने के लिए अपने परिवार का परित्याग कर दें। राजा अपने निजी स्वार्थों के लिए अर्थविहीन तथा पूर्णतः आश्रित लोगों को अपनी फ़ौज में भरती करते थे और बार-बार उन्हें यह शिक्षा दी जाती थी कि उनका उनके परिवार से कोई प्रयोजन नहीं है, और यदि वे अपने परिवार के बारे में कोमल भावनाएँ रखते हैं तो वे कायर हैं। राजा की स्वार्थ सिद्धी और साम्राज्य विस्तार की कुत्सित लालसा को देशभक्ति के रूप में इन सैनिकों के समक्ष परोसा जाता था, जिसे उन्हें चाहते हुए भी स्वीकार करना पड़ता था और इस तरह वे अपने परिवार और पारिवारिक हितों से कोसों दूर चले जाते थे और केवल राजा की कठपुतली बनकर रह जाते थे। जैक और ग्रेडी भी ऐसे ही कमज़ोर इंसान हैं जो अपने आश्रितों पर अत्याचार कर प्रसन्नता का अनुभव करते हैं। अपनी झूठी और बेकार की निष्ठा साबित करने के लिए अपने आश्रितों की हत्या करना वे गौरव की बात समझते हैं। स्टैनली क्यूब्रिक ने सफलतापूर्वक सूक्ष्म रूप से इस मानव मानसिकता का विश्लेषण किया है और निश्चय ही वे इसे इस फ़िल्म के माध्यम से प्रदर्शित करने में सफल हुए हैं।